ऐपशहर

अब कागज के गिलास में बुझेगी प्सास, रेलवे स्टेशनों की वॉटर वेंडिंग मशीनों पर बंद होंगे प्लास्टिक गिलास

राज्यभर में प्लास्टिक पर पाबंदी लगने के बाद रेलवे स्टेशनों पर कुछ ही दिनों में बदलाव होने जा रहे हैं। पाबंदी को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन अब प्लास्टिक के बजाय कागज के गिलास में पानी उपलब्ध कराएगा।

दामोदर व्यास | नवभारत टाइम्स 23 Apr 2018, 2:24 am
मुंबई
नवभारतटाइम्स.कॉम water-vending

राज्यभर में प्लास्टिक पर पाबंदी लगने के बाद रेलवे स्टेशनों पर कुछ ही दिनों में बदलाव होने जा रहे हैं। पाबंदी को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन अब प्लास्टिक के बजाय कागज के गिलास में पानी उपलब्ध कराएगा। जिन स्टेशनों पर वॉटर वेंडिंग मशीन मौजूद हैं, वहां पर अब तक प्लास्टिक के गिलास में 300 मिली पानी दिया जाता है। मुंबई में 79 लाख यात्रियों को रोजाना सर्विस देने वाली रेलवे प्लास्टिक का सबसे बड़ा ‘डंपिंग ग्राउंड’ बन चुकी है। रेलवे स्टेशन पर पैदा हुए कचरे के अलावा पटरियों के किनारे रहने वाले लोग भी यहां कचरा फेंकते हैं। प्लास्टिक और कचरे के कारण मॉनसून में पटरियों से पानी निकास होने में परेशानी आती है।

वेंडिंग मशीनों की देख-रेख करने वाली आईआरसीटीसी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जल्द ही प्लास्टिक गिलास की बजाय कागज के गिलास उपलब्ध कराने की योजना है। इसमें कानून के हिसाब से सभी नियमों का पालन किया जाएगा।

मुंबई उपनगरीय रेल नेटवर्क के स्टेशनों पर अभी लगभग 200 वॉटर वेंडिंग मशीनें उपलब्ध हैं। यहां सस्ते दामों पर शुद्ध पानी लेने के लिए यात्री या तो अपनी बोतल लाता है या फिर प्लास्टिक की गिलास खरीदकर पानी पीता है। 300 मिली पानी के लिए 1 रुपया खर्च होता है, लेकिन प्लास्टिक के गिलास खरीदकर इतनी ही मात्रा में पानी खरीदने पर 2 रुपये देने पड़ते हैं। इसी तरह 1 लीटर पानी के लिए 5 रुपये खर्च करने होते हैं, यदि बोतल खरीदकर 1 लीटर पानी खरीदना होगा, तो उसके लिए 8 रुपये खर्च करने होंगे।

सभी वॉटर वेंडिंग मशीनों में 200-400 लीटर पानी शुद्ध करने की क्षमता होती है, जिसके लिए रोजाना 300-500 गिलासों की खपत हो जाती है। मध्य रेलवे के सूत्रों के अनुसार, जल्द ही कैटरिंग स्टॉल्स मालिकों के साथ इस संबंध में मीटिंग की जाएगी। फिलहाल, रेलवे में जून तक प्लास्टिक का इस्तेमाल करने की छूट दी गई है। जल्द ही स्टॉल्स पर भी प्लास्टिक गिलास और वेफर के कवर को बदलने का विकल्प ढूंढा जाएगा। इसके अलावा, ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को महाराष्ट्र में प्लास्टिक पांबदी की जानकारी दी जाएगी।

आईआरसीटीसी के ग्रुप जनरल मैनेजर अरविंद मालखेडे ने कहा, 'हमने वॉटर वेंडिंग मशीन मालिकों को पत्र लिखकर प्लास्टिक बंदी की सूचना दे दी है। नियम तो सभी पर लागू होगा। जल्द ही इन लोगों के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।'
लेखक के बारे में
दामोदर व्यास
पिछले 13 वर्षों से नवभारत टाइम्स के साथ मुंबई की लाइफलाइन पर नजर बनाए हुए हैं। लोकल ट्रेन, बस या ऑटो इनसे जुड़ी सभी खबरों को सामने ला रहे हैं। ट्रांसपोर्ट बीट के साथ कई बार स्टिंग के माध्यम से भी प्रशासन की पोल खोली है, जिस पर ऐक्शन हुआ है। क्रिकेट खेलना, घूमना, बच्चों के साथ समय बिताना और खाना बनाना का शौक है। दामोदर के जीवन का मूल मंत्र है जो प्राप्त है, वही पर्याप्त है।... और पढ़ें

अगला लेख

Metroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर