रिपोर्टर, मुंबई : एलिफिंसन हादसे के बाद रेलवे द्वारा सुरक्षा से जुड़े विभिन्न फैसले लिए गए। इनमें से स्टेशन सीमा की 50 मीटर परिधि में अवैध विक्रेताओं को हटाने का भी फैसला किया गया। इन अवैध विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल, रेलवे पुलिस, सिटी पुलिस और बीएमसी को निर्देश दिए गए। लेकिन प्रशासन के इस कार्रवाई में वे हजारों अखबार विक्रेता भी आ गए जो वर्षों से रेलवे स्टेशनों के बाहर इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। समाज को जागरूक करने वाले अखबार विक्रेताओं के अनुसार उन्हें अवैध फेरीवालों की श्रेणी में न गिना जाए।
गौरतलब है कि एलिफिंसन हादसे के बाद रेलवे पुलिस बल और रेलवे पुलिस ने मुंबई के सभी स्टेशनों पर अखबार विक्रेताओं को हटाना शुरू किया है। इनके साथ बेहद बुरा बर्ताव किया जा रहा है जिनमें महिला विक्रेता भी शामिल हैं। ये विक्रेता अन्य अवैध फेरीवालों की तरह दिनभर व्यवसाय करने के बजाय सुबह 6 बजे से 9-10 बजे तक अपना काम करते हैं लेकिन कुछ स्टेशनों पर इन्हें सुबह 8 बजे से हटाया जा रहा है जिससे समाचार पत्रों की बिक्री पर असर पड़ रहा है।