मुंबई
महाराष्ट्र निकाय चुनाव और खास तौर पर बीएमसी चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को आए रुझानों के बाद पार्टी के मुंबई यूनिट के अध्यक्ष संजय निरुपम ने कांग्रेस के ही कुछ नेताओं को निशाने पर लिया और इस्तीफे की पेशकश कर डाली। वहीं, कांग्रेस के एक अन्य बड़े नेता नारायण राणे ने मुंबई में मिली हार के लिए निरुपम को जिम्मेदार ठहराया।
महाराष्ट्र निकाय चुनाव से जुड़ा हर अपडेट जानें
निरुपम ने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं की वजह से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। निरुपम ने गुरुदास कामत का नाम लिए बिना उन पर हमला बोला। निरुपम ने कहा कि कुछ नेता खुद को पार्टी से बड़ा समझने लगे हैं। निरुपम के मुताबिक, आलाकमान ने अगर इस पर कार्रवाई नहीं की तो इससे पार्टी को बड़ा नुकसान होगा। बता दें कि मुंबई निगम चुनाव में कांग्रेस फिलहाल 22 सीटों पर आगे नजर आ रही है। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 52 सीटें मिली थीं। कांग्रेस आधे से ज्यादा सीटें गंवाते नजर आ रही है। वहीं, अन्य 9 निगम चुनावों में भी पार्टी की हालत खस्ता नजर आई। कहीं भी पार्टी पहले नंबर पर नहीं है।
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महाराष्ट्र कांग्रेस में बीते कुछ वक्त से कलह की खबरें आती रही हैं। निरुपम और कामत का झगड़ा तो सोशल मीडिया पर सामने आ गया। टकराव इतना बढ़ गया कि हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा को दोनों के बीच समझौता कराने का काम सौंपा गया। दरअसल, कामत ने पार्टी के शहर प्रमुख संजय निरुपम और कांग्रेस महासचिव व राज्य प्रभारी मोहन प्रकाश पर टि्वटर पर हमला बोला था। कामत ने आरोप लगाया था कि दोनों नेता जानबूझकर लोगों को 'बाहर निकालने' की कोशिश कर रहे हैं।
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हाल ही में निरुपम और कामत के खेमों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि जुहू में दोनों के समर्थकों के बीच टकराव की स्थिति आ गई। दोनों खेमे के समर्थकों ने एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की की। कामत और निरूपम के बीच टकराव कई सालों से जारी है। कुछ दिन पहले ही कामत ने नगरपालिका चुनाव में कैंपेन और प्रत्याशियों के चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया था। इसके लिए उन्होंने निरुपम को दोषी ठहराया था। पिछले साल जून में कामत ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसकी वजह मुंबई कांग्रेस में उन्हें हाशिए पर ढकेला जाना माना गया। बाद में पार्टी के सीनियर नेताओं से मुलाकात के बाद उन्होंने दोबारा से पार्टी जॉइन की। वहीं, संजय निरूपम को राहुल गांधी का समर्थन हासिल है।
महाराष्ट्र निकाय चुनाव और खास तौर पर बीएमसी चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को आए रुझानों के बाद पार्टी के मुंबई यूनिट के अध्यक्ष संजय निरुपम ने कांग्रेस के ही कुछ नेताओं को निशाने पर लिया और इस्तीफे की पेशकश कर डाली। वहीं, कांग्रेस के एक अन्य बड़े नेता नारायण राणे ने मुंबई में मिली हार के लिए निरुपम को जिम्मेदार ठहराया।
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निरुपम ने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं की वजह से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। निरुपम ने गुरुदास कामत का नाम लिए बिना उन पर हमला बोला। निरुपम ने कहा कि कुछ नेता खुद को पार्टी से बड़ा समझने लगे हैं। निरुपम के मुताबिक, आलाकमान ने अगर इस पर कार्रवाई नहीं की तो इससे पार्टी को बड़ा नुकसान होगा। बता दें कि मुंबई निगम चुनाव में कांग्रेस फिलहाल 22 सीटों पर आगे नजर आ रही है। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 52 सीटें मिली थीं। कांग्रेस आधे से ज्यादा सीटें गंवाते नजर आ रही है। वहीं, अन्य 9 निगम चुनावों में भी पार्टी की हालत खस्ता नजर आई। कहीं भी पार्टी पहले नंबर पर नहीं है।
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