मुंबई
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) को समर्थन देने के लिए और केंद्र सरकार का विरोध जताने के लिए महाराष्ट्र में भी किसान मुंबई के आजाद मैदान में इकट्ठा हुए हैं। राज्य के कोने-कोने से किसानों का जत्था मुंबई के आजाद मैदान पहुंचा है। रविवार की शाम हज़ारों की तादात में किसान यहां पहुंच चुके हैं। जबकि अभी भी किसानों के आने का सिलसिला शुरू है। कड़कड़ाती ठंड में तंबू के नीचे बैठे किसानों का हौसला बढ़ाने के लिए महिला और पुरुष किसानों ने पारंपरिक नृत्य भी किया। अपडेट @1.30 मुंबई के आजाद मैदान में जमा हुए हजारों की तादात में किसानों का हौसला बढ़ाने के लिए महाविकास अघाड़ी सरकार की स्थापना में मुख्य भूमिका निभाने वाले शरद पवार किसानों के बीच पहुंच चुके हैं। किसानों के इस मोर्चे को महाविकास अघाड़ी के सभी दलों ने अपना समर्थन दिया है। इस मोर्चा में पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे समेत कांग्रेस के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात भी शामिल होंगे। शरद पवार के आजाद मैदान पहुंचने पर मराठा क्रांति मोर्चा के लोगों ने भी उनके के लिए तख्तियां तैयार रखी थीं। जिनमें लिखा था शरद पवार जी इस तरफ भी ध्यान दीजिए। अब देखना यह है कि किसान मोर्चा में शरद पवार कौन सी नई रणनीति बनाएंगे?
अपडेट @2 मुंबई के आजाद मैदान (Mumbai Azad Maidan) में महाराष्ट्र के कोने-कोने से इकट्ठा हुए किसान सोमवार को आजाद मैदान से लेकर राजभवन (Maharashtra Governor House) तक प्रोटेस्ट मार्च निकालने वाले हैं। इसमें (NCP Chief Sharad Pawar) शरद पवार समेत महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi Leaders) के कई बड़े नेता शामिल होने वाले हैं। हालांकि अब इस प्रोटेस्ट मार्च पर ग्रहण लगता हुआ नजर आ रहा है। मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी विश्वास नागरे पाटील के अनुसार दक्षिण मुंबई में किसी भी प्रकार का प्रोटेस्ट मार्च नहीं निकाला जा सकता है।
यह आदेश बॉम्बे हाई कोर्ट की तरफ से जारी किया गया था। इसी आदेश का हवाला देते हुए पुलिस ने किसी भी प्रकार के प्रोटेस्ट मार्च को मंजूरी नहीं दी है। पुलिस लगातार मोर्चा आयोजकों और तमाम नेताओं को यह समझाने-बुझाने में लगी है कि ऐसा करने पर कोर्ट के आदेश की अवमानना होगी। ऐसे में देखना यह होगा कि यह मोर्चा आजाद मैदान में ही रहेगा या फिर कोर्ट के आदेश को तोड़कर राजभवन तक किसान पहुंचेंगे।
अपडेट@2.15 मुंबई के आजाद मैदान में इकट्ठा हुए किसानों को पुलिस ने सड़क पर मोर्चा निकालने की मंजूरी नहीं दी है इस वजह से अब किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन में प्रधान सचिव से मुलाकात करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में 23 सदस्य होंगे। जो अपनी विभिन्न मांगे राजभवन के प्रधान सचिव के सामने रखेंगे। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी फिलहाल गोवा में हैं।
अपडेट@3.15 मुंबई के आजाद मैदान में चल रहे किसान आंदोलन में जहां एक तरफ एनसीपी प्रमुख शरद पवार पहुंच चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ शिवसेना का कोई भी बड़ा नेता अब तक नहीं आया है। कृषि कानून को लेकर शिवसेना की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं है। लोकसभा में भी कृषि कानून का समर्थन करने के बाद पार्टी ने राज्यसभा में वाकआउट किया था। मुंबई के किसान आंदोलन में पहले मुख्यमंत्री के आने की बात कही गई थी। बाद में आदित्य ठाकरे की लेकिन अब पार्टी का कोई भी बड़ा नेता यहां मौजूद नहीं है।
अपडेट@3.30 मुंबई के आजाद मैदान से किसानों का मोर्चा अब राजभवन की तरफ बढ़ चुका है। इस किसान आंदोलन में महा विकास अघाड़ी सरकार के तमाम नेताओं ने शिरकत की है।
अपडेट@3.40 राजभवन की तरफ मुंबई के आजाद मैदान से निकले किसान मोर्चा को मुंबई पुलिस ने मेट्रो सिनेमा के पास रोक दिया है। किसानों और पुलिस के बीच में यहां टकराव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस किसी भी कीमत पर किसानों को यह मार्च निकालने नहीं देना चाहती है। क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो अदालत के आदेश की अवमानना होगी।
अपडेट@3.50 मुंबई के आजाद मैदान से निकले किसान मोर्चा को मेट्रो सिनेमा के पास रुकना पड़ा है। पुलिस के भारी बंदोबस्त ने किसान मोर्चा को मेट्रो सिनेमा पर ही रोक दिया है। हालांकि किसान भी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं कि वे राज्यपाल से मिलकर ही मानेंगे। फिलहाल राज्यपाल मुंबई में मौजूद नहीं हैं वे वह गोवा में हैं। हालांकि किसानों की जिद है कि वे राज्यपाल से मिलकर ही जाएंगे। मेट्रो सिनेमा के पास किसानों का हुजूम सड़क पर बैठा हुआ है।
अपडेट@4.30 महाराष्ट्र के किसानों का कहना है कि राज्यपाल ने उनका अपमान किया है। किसानों के पहले से नियोजित कार्यक्रम के बावजूद वे किसानों से नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में किसान प्रतिनिधि मंडल राजभवन उनसे मिलने नहीं जाएगा।
अपडेट@ 4.40 किसान नेता अशोक ढवले ने बताया कि हम सभी ने सर्वसम्मति से यह तय किया है कि राजभवन किसानों का प्रतिनिधिमंडल नहीं जाएगा। हम जो ज्ञापन उनको देना चाहते थे वह अब यहीं फाड़ देंगे। अब सीधे राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने महाराष्ट्र के किसानों का अपमान किया है। सब कुछ जानते हुए भी वे मुंबई छोड़कर गोवा मजा करने गए हैं।
अपडेट@4.45 मेट्रो सिनेमा के पास मौजूद किसान और महाविकास अघाड़ी नेताओं ने मिलकर राज्यपाल को दिया जाने वाला ज्ञापन फाड़ दिया है। इसी के साथ किसान नेताओं ने यह घोषणा भी की है कि अब सभी लोग अंबानी और अडानी द्वारा बनाए जाने वाले सभी उत्पादों का बहिष्कार करेंगे। यह मोर्चा अब आजाद मैदान में जाकर रुकेगा। गणतंत्र दिवस पर झंडारोहण के बाद सभी किसान अपने अपने घरों की तरफ कूच करेंगे।
अलाव से सर्दी भगाते किसान
महाराष्ट्र के दूर-दराज इलाकों से मुंबई में आए किसानों ने रात में जब ठंड पड़ी तो अलाव जलाकर ठंड को दूर भगाने का प्रयास किया। वहीं कई किसान तंबू में सोते हुए भी नजर आए। आज इस किसान आंदोलन में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार समेत कांग्रेस के नेता भी शामिल होंगे। अपनी ताकत दिखाने के लिए किसानों ने नासिक के पास पैदल मार्च भी किया।
सात किमी लंबे मार्च में कई महिला किसान भी
एआईकेएस के मुताबिक, मुंबई के लिए कूच करने वाले किसानों ने रात्रि विश्राम के लिए इगतपुरी के पास घाटनदेवी में पड़ाव डाला था। रविवार सुबह किसान कसारा घाट के रास्ते मुंबई के लिए रवाना हुए। कसारा घट तक निकाले गए सात किलोमीटर लंबे मार्च में कई महिला किसान भी शामिल हुईं। यह मार्च सुबह नौ बजे शुरू हुआ और समापन 11:30 बजे हुआ। बाद में किसान वाहनों के जरिये आगे की यात्रा पर निकल गए। कसारा घाट मार्च का नेतृत्व एआईकेएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धावले और राज्य इकाई के प्रमुख किसन गुज्जर एवं महासचिव अजित नवाले ने किया। भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) से जुड़े इगतपुरी और शाहपुर तहसील के फैक्टरी कामगारों ने इन किसानों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया।
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) को समर्थन देने के लिए और केंद्र सरकार का विरोध जताने के लिए महाराष्ट्र में भी किसान मुंबई के आजाद मैदान में इकट्ठा हुए हैं। राज्य के कोने-कोने से किसानों का जत्था मुंबई के आजाद मैदान पहुंचा है। रविवार की शाम हज़ारों की तादात में किसान यहां पहुंच चुके हैं। जबकि अभी भी किसानों के आने का सिलसिला शुरू है। कड़कड़ाती ठंड में तंबू के नीचे बैठे किसानों का हौसला बढ़ाने के लिए महिला और पुरुष किसानों ने पारंपरिक नृत्य भी किया।
अपडेट @2 मुंबई के आजाद मैदान (Mumbai Azad Maidan) में महाराष्ट्र के कोने-कोने से इकट्ठा हुए किसान सोमवार को आजाद मैदान से लेकर राजभवन (Maharashtra Governor House) तक प्रोटेस्ट मार्च निकालने वाले हैं। इसमें (NCP Chief Sharad Pawar) शरद पवार समेत महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi Leaders) के कई बड़े नेता शामिल होने वाले हैं। हालांकि अब इस प्रोटेस्ट मार्च पर ग्रहण लगता हुआ नजर आ रहा है। मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी विश्वास नागरे पाटील के अनुसार दक्षिण मुंबई में किसी भी प्रकार का प्रोटेस्ट मार्च नहीं निकाला जा सकता है।
यह आदेश बॉम्बे हाई कोर्ट की तरफ से जारी किया गया था। इसी आदेश का हवाला देते हुए पुलिस ने किसी भी प्रकार के प्रोटेस्ट मार्च को मंजूरी नहीं दी है। पुलिस लगातार मोर्चा आयोजकों और तमाम नेताओं को यह समझाने-बुझाने में लगी है कि ऐसा करने पर कोर्ट के आदेश की अवमानना होगी। ऐसे में देखना यह होगा कि यह मोर्चा आजाद मैदान में ही रहेगा या फिर कोर्ट के आदेश को तोड़कर राजभवन तक किसान पहुंचेंगे।
अपडेट@2.15 मुंबई के आजाद मैदान में इकट्ठा हुए किसानों को पुलिस ने सड़क पर मोर्चा निकालने की मंजूरी नहीं दी है इस वजह से अब किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन में प्रधान सचिव से मुलाकात करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में 23 सदस्य होंगे। जो अपनी विभिन्न मांगे राजभवन के प्रधान सचिव के सामने रखेंगे। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी फिलहाल गोवा में हैं।
अपडेट@3.15 मुंबई के आजाद मैदान में चल रहे किसान आंदोलन में जहां एक तरफ एनसीपी प्रमुख शरद पवार पहुंच चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ शिवसेना का कोई भी बड़ा नेता अब तक नहीं आया है। कृषि कानून को लेकर शिवसेना की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं है। लोकसभा में भी कृषि कानून का समर्थन करने के बाद पार्टी ने राज्यसभा में वाकआउट किया था। मुंबई के किसान आंदोलन में पहले मुख्यमंत्री के आने की बात कही गई थी। बाद में आदित्य ठाकरे की लेकिन अब पार्टी का कोई भी बड़ा नेता यहां मौजूद नहीं है।
अपडेट@3.30 मुंबई के आजाद मैदान से किसानों का मोर्चा अब राजभवन की तरफ बढ़ चुका है। इस किसान आंदोलन में महा विकास अघाड़ी सरकार के तमाम नेताओं ने शिरकत की है।
अपडेट@3.40 राजभवन की तरफ मुंबई के आजाद मैदान से निकले किसान मोर्चा को मुंबई पुलिस ने मेट्रो सिनेमा के पास रोक दिया है। किसानों और पुलिस के बीच में यहां टकराव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस किसी भी कीमत पर किसानों को यह मार्च निकालने नहीं देना चाहती है। क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो अदालत के आदेश की अवमानना होगी।
अपडेट@3.50 मुंबई के आजाद मैदान से निकले किसान मोर्चा को मेट्रो सिनेमा के पास रुकना पड़ा है। पुलिस के भारी बंदोबस्त ने किसान मोर्चा को मेट्रो सिनेमा पर ही रोक दिया है। हालांकि किसान भी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं कि वे राज्यपाल से मिलकर ही मानेंगे। फिलहाल राज्यपाल मुंबई में मौजूद नहीं हैं वे वह गोवा में हैं। हालांकि किसानों की जिद है कि वे राज्यपाल से मिलकर ही जाएंगे। मेट्रो सिनेमा के पास किसानों का हुजूम सड़क पर बैठा हुआ है।
अपडेट@4.30 महाराष्ट्र के किसानों का कहना है कि राज्यपाल ने उनका अपमान किया है। किसानों के पहले से नियोजित कार्यक्रम के बावजूद वे किसानों से नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में किसान प्रतिनिधि मंडल राजभवन उनसे मिलने नहीं जाएगा।
अपडेट@ 4.40 किसान नेता अशोक ढवले ने बताया कि हम सभी ने सर्वसम्मति से यह तय किया है कि राजभवन किसानों का प्रतिनिधिमंडल नहीं जाएगा। हम जो ज्ञापन उनको देना चाहते थे वह अब यहीं फाड़ देंगे। अब सीधे राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने महाराष्ट्र के किसानों का अपमान किया है। सब कुछ जानते हुए भी वे मुंबई छोड़कर गोवा मजा करने गए हैं।
अपडेट@4.45 मेट्रो सिनेमा के पास मौजूद किसान और महाविकास अघाड़ी नेताओं ने मिलकर राज्यपाल को दिया जाने वाला ज्ञापन फाड़ दिया है। इसी के साथ किसान नेताओं ने यह घोषणा भी की है कि अब सभी लोग अंबानी और अडानी द्वारा बनाए जाने वाले सभी उत्पादों का बहिष्कार करेंगे। यह मोर्चा अब आजाद मैदान में जाकर रुकेगा। गणतंत्र दिवस पर झंडारोहण के बाद सभी किसान अपने अपने घरों की तरफ कूच करेंगे।
अलाव से सर्दी भगाते किसान
महाराष्ट्र के दूर-दराज इलाकों से मुंबई में आए किसानों ने रात में जब ठंड पड़ी तो अलाव जलाकर ठंड को दूर भगाने का प्रयास किया। वहीं कई किसान तंबू में सोते हुए भी नजर आए। आज इस किसान आंदोलन में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार समेत कांग्रेस के नेता भी शामिल होंगे। अपनी ताकत दिखाने के लिए किसानों ने नासिक के पास पैदल मार्च भी किया।
सात किमी लंबे मार्च में कई महिला किसान भी
एआईकेएस के मुताबिक, मुंबई के लिए कूच करने वाले किसानों ने रात्रि विश्राम के लिए इगतपुरी के पास घाटनदेवी में पड़ाव डाला था। रविवार सुबह किसान कसारा घाट के रास्ते मुंबई के लिए रवाना हुए। कसारा घट तक निकाले गए सात किलोमीटर लंबे मार्च में कई महिला किसान भी शामिल हुईं। यह मार्च सुबह नौ बजे शुरू हुआ और समापन 11:30 बजे हुआ। बाद में किसान वाहनों के जरिये आगे की यात्रा पर निकल गए। कसारा घाट मार्च का नेतृत्व एआईकेएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धावले और राज्य इकाई के प्रमुख किसन गुज्जर एवं महासचिव अजित नवाले ने किया। भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) से जुड़े इगतपुरी और शाहपुर तहसील के फैक्टरी कामगारों ने इन किसानों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया।