मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और बीजेपी के बीच में आरोप- प्रत्यारोप किसी न किसी मुद्दे पर देखने को मिलता रहता है। इसी बीच बीजेपी के सीनियर लीडर और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने एक निजी चैनल से बातचीत में बड़ा दावा किया है। मुनगंटीवार ने कहा कि साल 2019 में सुबह के वक्त बनाई गयी सरकार (देवेंद्र फडणवीस- अजित पवार की सरकार) उद्धव ठाकरे को सबक सिखाने के लिए बनाई गयी थी। उद्धव ठाकरे ने चुनाव तो हमारे (बीजेपी) के साथ लड़ा था लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए वह कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिला रहे थे। इन सबके बीच अजित पवार भी हमारे साथ आने को तैयार हो गए थे। बस फिर क्या था उद्धव ठाकरे को सबक तो सिखाना ही था इसलिए अजित पवार के साथ मिलकर सुबह- सुबह सरकार बना ली। इससे पहले एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा था कि सुबह के शपथ ग्रहण समारोह के पीछे शरद पवार का हाथ है। उस समय इसकी खूब चर्चा हुई थी। अब सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि यह शपथ समारोह उद्धव ठाकरे को सबक सिखाने के लिए था। जिसके बाद एक बार फिर राजनीति का बाजार गर्म हो गया है।
मुनगंटीवार ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि साल 2019 में उद्धव ठाकरे ने मिले हुए जनादेश की अवहेलना की। उन्होंने हमारे साथ चुनाव लड़ा लेकिन फिर धोखा दिया। लिहाजा उन्हें सबक सिखाने के लिए यह एक प्रकार का राजनीतिक ऑपरेशन था। मुनगंटीवार ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे को सबक सिखाने के लिए यह फैसला लिया गया था।
अजित पवार तैयार थे
मुनगंटीवार ने कहा कि अजित पवार बीजेपी के साथ मिलकर एनसीपी- बीजेपी की सरकार बनाने के लिए तैयार थे। साथ ही हम भी उद्धव ठाकरे को सबक सिखाना चाहते थे। क्योंकि उन्होंने शिवसैनिकों और बालासाहेब ठाकरे के विचारों का अपमान किया था। वह शिवसैनिकों को छोड़कर खुद मुख्यमंत्री बने थे। तब अजित पवार के आने से लगा कि एनसीपी के कई नेता साथ में हैं। इसलिए मिलकर सरकार की स्थापना की। जब अजित पवार साथ आए तो उन्होंने कोई शर्त नहीं रखी थी।
मुनगंटीवार ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि साल 2019 में उद्धव ठाकरे ने मिले हुए जनादेश की अवहेलना की। उन्होंने हमारे साथ चुनाव लड़ा लेकिन फिर धोखा दिया। लिहाजा उन्हें सबक सिखाने के लिए यह एक प्रकार का राजनीतिक ऑपरेशन था। मुनगंटीवार ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे को सबक सिखाने के लिए यह फैसला लिया गया था।
अजित पवार तैयार थे
मुनगंटीवार ने कहा कि अजित पवार बीजेपी के साथ मिलकर एनसीपी- बीजेपी की सरकार बनाने के लिए तैयार थे। साथ ही हम भी उद्धव ठाकरे को सबक सिखाना चाहते थे। क्योंकि उन्होंने शिवसैनिकों और बालासाहेब ठाकरे के विचारों का अपमान किया था। वह शिवसैनिकों को छोड़कर खुद मुख्यमंत्री बने थे। तब अजित पवार के आने से लगा कि एनसीपी के कई नेता साथ में हैं। इसलिए मिलकर सरकार की स्थापना की। जब अजित पवार साथ आए तो उन्होंने कोई शर्त नहीं रखी थी।