मुंबई
सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली में पटाखों की बिक्री पर लगाई रोक के बाद महाराष्ट्र में भी पटाखों पर पाबंदी को लेकर जुबानी बमबारी शुरू हो गई है। राज्य के पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने दिल्ली की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी पटाखों पर पाबंदी लगाने की मांग मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की है। प्रदूषण मुक्त दिवाली का समर्थन करते हुए पर्यावरण मंत्री कदम ने कहा कि विदेश दौरे से वापस आने के बाद वह मुख्यमंत्री के साथ इस संबंध में बात करेंगे। मुंबई के कई सामाजिक संगठनों ने पटाखा मुक्त दिवाली मनाने की अपील जनता से की है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखों पर पाबंदी लगाने का आदेश दिया है।
इस संबंध में पर्यावरण मंत्री कदम ने बताया कि पटाखों की कर्कश आवाज और धुएं से ध्वनि और वायु प्रदूषण फैलता है जिससे मरीजों, बच्चों, बुजुर्गो और पक्षियों को बहुत ज्यादा परेशानी होती है। पटाखों के गंदे धुएं से वायु प्रदूषण बढ़ता है। इसका असर आम लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। दिवाली के पटाखे के कारण कई जगहों पर आग लगती है। वायु मंडल में कार्बन डाईऑक्साइड का प्रमाण बढ़ने से पृथ्वी की ओजोन परत पर असर पड़ रहा है। इससे पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है।
पटाखों पर शिवसेना में अलग-अलग सुर
पटाखों को लेकर सत्ताधारी शिवसेना में अलग-अलग सुर सुनाए दिए। पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने पटाखाबंदी का समर्थन किया तो सांसद संजय राऊत ने इसका विरोध किया। राउत का कहना है कि पटाखों के जरिए कई लोगों को रोजगार मिलता है, सिर्फ भारत ही नहीं विश्व भर में पटाखे फोड़े जाते हैं, ऐसे में पटाखे की बिक्री पर रोक नहीं लगानी चाहिए।
क्या वॉट्सऐप पर फोड़े पटाखे: राज ठाकरे
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने पटाखे बंदी विवाद में कूदते हुए सवाल किया कि क्या अब पटाखे व्हॉटसएप पर फोड़े? उन्होंने कहा कि दिवाली पर्व जैसे मनाते हैं, वैसे ही मनाएं। जहां वृद्ध नागरिक रहते हैं, वहां पटाखे फोड़ने में सावधानी बरती जाए। राज ने कहा कि सालों-साल मनाए जाने वाले उत्सव पर पाबंदी लगाई गई है तो सभी त्यौहार को स्थाई रूप से बंद कर छुट्टियां रद्द कर दी जानी चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली में पटाखों की बिक्री पर लगाई रोक के बाद महाराष्ट्र में भी पटाखों पर पाबंदी को लेकर जुबानी बमबारी शुरू हो गई है। राज्य के पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने दिल्ली की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी पटाखों पर पाबंदी लगाने की मांग मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की है। प्रदूषण मुक्त दिवाली का समर्थन करते हुए पर्यावरण मंत्री कदम ने कहा कि विदेश दौरे से वापस आने के बाद वह मुख्यमंत्री के साथ इस संबंध में बात करेंगे। मुंबई के कई सामाजिक संगठनों ने पटाखा मुक्त दिवाली मनाने की अपील जनता से की है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखों पर पाबंदी लगाने का आदेश दिया है।
इस संबंध में पर्यावरण मंत्री कदम ने बताया कि पटाखों की कर्कश आवाज और धुएं से ध्वनि और वायु प्रदूषण फैलता है जिससे मरीजों, बच्चों, बुजुर्गो और पक्षियों को बहुत ज्यादा परेशानी होती है। पटाखों के गंदे धुएं से वायु प्रदूषण बढ़ता है। इसका असर आम लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। दिवाली के पटाखे के कारण कई जगहों पर आग लगती है। वायु मंडल में कार्बन डाईऑक्साइड का प्रमाण बढ़ने से पृथ्वी की ओजोन परत पर असर पड़ रहा है। इससे पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है।
पटाखों पर शिवसेना में अलग-अलग सुर
पटाखों को लेकर सत्ताधारी शिवसेना में अलग-अलग सुर सुनाए दिए। पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने पटाखाबंदी का समर्थन किया तो सांसद संजय राऊत ने इसका विरोध किया। राउत का कहना है कि पटाखों के जरिए कई लोगों को रोजगार मिलता है, सिर्फ भारत ही नहीं विश्व भर में पटाखे फोड़े जाते हैं, ऐसे में पटाखे की बिक्री पर रोक नहीं लगानी चाहिए।
क्या वॉट्सऐप पर फोड़े पटाखे: राज ठाकरे
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने पटाखे बंदी विवाद में कूदते हुए सवाल किया कि क्या अब पटाखे व्हॉटसएप पर फोड़े? उन्होंने कहा कि दिवाली पर्व जैसे मनाते हैं, वैसे ही मनाएं। जहां वृद्ध नागरिक रहते हैं, वहां पटाखे फोड़ने में सावधानी बरती जाए। राज ने कहा कि सालों-साल मनाए जाने वाले उत्सव पर पाबंदी लगाई गई है तो सभी त्यौहार को स्थाई रूप से बंद कर छुट्टियां रद्द कर दी जानी चाहिए।