द लेजंड ऑफ टारजन
अलेग्जेंडर स्कार्सगार्ड, सैमुअल एल. जैक्सन, जिम ब्रॉडबैंट, क्रिस्टफ वॉल्ट्ज, मार्गो रॉबी, जाइमोन हान्सी
नवभारत टाइम्स | 2 Jul 2016, 8:36 am
Chandermohan.sharma@timesgroup.com
इस हफ्ते रिलीज हुई 'द लेजेंड ऑफ टारजन' ने भारतीय बाजार में रिलीज़ डेट से पहले ही अपना क्रेज बना चुकी है। फिल्म की प्रॉडक्शन कंपनी वॉर्नर ब्रदर्स को इस फिल्म के लिए इंडियन मार्केट से ही जब अच्छी-खासी प्राइस ऑफर हुई तो उन्होंने दिल्ली, यूपी में अपना डिस्ट्रिब्यूशन ऑफिस होने के बावजूद अपने ऑफिस से फिल्म को रिलीज करने की बजाय दूसरी कंपनी को डिस्ट्रिब्यूशन का जिम्मा दे दिया। फिल्म को यूएसए सहित दूसरे देशों के साथ ही देश में इस शुक्रवार को रिलीज किया। थ्रीडी और आइमैक्स तकनीक पर बनी इस फिल्म के प्रति दर्शकों के जबर्दस्त क्रेज़ को देखते हुए कंपनी ने फिल्म को अंग्रेजी, हिंदी के अलावा साउथ में तमिल तेलुगू में भी एक साथ रिलीज किया।
कहानी : कभी कोंगो के घने जंगलों में रहने वाला टारजन (अलेग्जेंडर स्कार्सगार्ड) अब इन जंगलों को छोड़कर शहर में जॉन क्लेटन लॉर्ड ग्रेस्टोक के नाम से अपनी खूबसूरत वाइफ जेन (रॉबी) के साथ शराफत की जिंदगी जी रहा है। अचानक क्लेटन उर्फ टारजन को एक दिन संसद के बिज़नस राजदूत की हैसियत से एकबार फिर कोंगो जाने का न्योता मिलता है। क्लेटन इस बार अकेले ही कॉन्गो जाना चाहता है, लेकिन जब जेन भी उसके साथ चलने की जिद करती है, तो वह इनकार नहीं कर पाता। टारजन और जेन को खुशी है कि वह एकबार फिर कॉन्गो में अपने बिछड़ों के साथ कुछ दिन गुजार सकेंगे। इन दोनों को नहीं मालूम कि वह एक ऐसी साजिश और बर्बादी की साजिश का मोहरा बन रहे हैं, जिसे बेल्जियन और लोओन रोम (वॉल्ट्ज) ने रचा है। दूसरी ओर इन लोगों को भी नहीं मालूम कि आने वाले वक्त में उनका सामना किस से होगा।
फिल्म के साथ एक नहीं, कई ऑस्कर विनर के नाम जुड़े हैं। 'आइरिस' के लिए ऑस्कर हासिल कर चुके जिम ब्रॉडबैंट और 'इनग्लोरिअस बास्टर्ड' और 'जैंगो अन्चेंज्ड' के लिए ऑस्कर हासिल कर चुके क्रिस्टफ वॉल्ट्ज इस फिल्म के साथ जुड़े हैं। 'हैरी पॉटर' सीरीज की आखिरी चार फिल्में डायरेक्ट कर चुके डेविड येट्स ने इस फिल्म को लेटेस्ट तकनीक और कम्प्यूटर ग्राफिक्स के दम पर अपनी पिछली फिल्मों से आगे ले जाने की अच्छी कोशिश की है। थ्री डी तकनीक में जंगल में वॉर के सीन्स के अलावा समुद्री बोट पर जंगल के सैकड़ों जानवरों के साथ टारजन के अटैक सीन का जवाब नहीं। फिल्म की शुरुआत कुछ धीमी रफ्तार से होती है। खासकर बंद कमरों में टारजन के साथ बैठकों के सीन कुछ ज्यादा ही लंबे हो गए हैं, लेकिन आखिरी पंद्रह मिनट की फिल्म का जवाब नहीं। घने जंगलों में आसमां को छूते पहाड़ों, झरनों और पेड़ों के ऊपर से रस्सी के बल पर टारजन का अपनी मदद के लिए जंगल में अपने दोस्त जानवरों को एकत्र करने वाला सीन इस फिल्म की यूएसपी है। जंगल में खूंखार शेरों के साथ टारजन लाड़-प्यार का सीन गजब बन पड़ा है। बेशक फिल्म की कहानी और क्लाइमैक्स कुछ कमजोर है, लेकिन अडवेंचर और कुछ नया देखने वाले दर्शकों की क्लास पर 'टारजन' खरा उतरने का दम रखती है। इस वीकेंड पर जब नई फिल्मों की भीड़ में ऐेसी कोई फिल्म नहीं, जिसे फैमिली के साथ देखा जा सके तो आप टारजन से मिलने की प्लानिंग कर सकते हैं।
इस हफ्ते रिलीज हुई 'द लेजेंड ऑफ टारजन' ने भारतीय बाजार में रिलीज़ डेट से पहले ही अपना क्रेज बना चुकी है। फिल्म की प्रॉडक्शन कंपनी वॉर्नर ब्रदर्स को इस फिल्म के लिए इंडियन मार्केट से ही जब अच्छी-खासी प्राइस ऑफर हुई तो उन्होंने दिल्ली, यूपी में अपना डिस्ट्रिब्यूशन ऑफिस होने के बावजूद अपने ऑफिस से फिल्म को रिलीज करने की बजाय दूसरी कंपनी को डिस्ट्रिब्यूशन का जिम्मा दे दिया। फिल्म को यूएसए सहित दूसरे देशों के साथ ही देश में इस शुक्रवार को रिलीज किया। थ्रीडी और आइमैक्स तकनीक पर बनी इस फिल्म के प्रति दर्शकों के जबर्दस्त क्रेज़ को देखते हुए कंपनी ने फिल्म को अंग्रेजी, हिंदी के अलावा साउथ में तमिल तेलुगू में भी एक साथ रिलीज किया।
कहानी : कभी कोंगो के घने जंगलों में रहने वाला टारजन (अलेग्जेंडर स्कार्सगार्ड) अब इन जंगलों को छोड़कर शहर में जॉन क्लेटन लॉर्ड ग्रेस्टोक के नाम से अपनी खूबसूरत वाइफ जेन (रॉबी) के साथ शराफत की जिंदगी जी रहा है। अचानक क्लेटन उर्फ टारजन को एक दिन संसद के बिज़नस राजदूत की हैसियत से एकबार फिर कोंगो जाने का न्योता मिलता है। क्लेटन इस बार अकेले ही कॉन्गो जाना चाहता है, लेकिन जब जेन भी उसके साथ चलने की जिद करती है, तो वह इनकार नहीं कर पाता। टारजन और जेन को खुशी है कि वह एकबार फिर कॉन्गो में अपने बिछड़ों के साथ कुछ दिन गुजार सकेंगे। इन दोनों को नहीं मालूम कि वह एक ऐसी साजिश और बर्बादी की साजिश का मोहरा बन रहे हैं, जिसे बेल्जियन और लोओन रोम (वॉल्ट्ज) ने रचा है। दूसरी ओर इन लोगों को भी नहीं मालूम कि आने वाले वक्त में उनका सामना किस से होगा।
फिल्म के साथ एक नहीं, कई ऑस्कर विनर के नाम जुड़े हैं। 'आइरिस' के लिए ऑस्कर हासिल कर चुके जिम ब्रॉडबैंट और 'इनग्लोरिअस बास्टर्ड' और 'जैंगो अन्चेंज्ड' के लिए ऑस्कर हासिल कर चुके क्रिस्टफ वॉल्ट्ज इस फिल्म के साथ जुड़े हैं। 'हैरी पॉटर' सीरीज की आखिरी चार फिल्में डायरेक्ट कर चुके डेविड येट्स ने इस फिल्म को लेटेस्ट तकनीक और कम्प्यूटर ग्राफिक्स के दम पर अपनी पिछली फिल्मों से आगे ले जाने की अच्छी कोशिश की है। थ्री डी तकनीक में जंगल में वॉर के सीन्स के अलावा समुद्री बोट पर जंगल के सैकड़ों जानवरों के साथ टारजन के अटैक सीन का जवाब नहीं। फिल्म की शुरुआत कुछ धीमी रफ्तार से होती है। खासकर बंद कमरों में टारजन के साथ बैठकों के सीन कुछ ज्यादा ही लंबे हो गए हैं, लेकिन आखिरी पंद्रह मिनट की फिल्म का जवाब नहीं। घने जंगलों में आसमां को छूते पहाड़ों, झरनों और पेड़ों के ऊपर से रस्सी के बल पर टारजन का अपनी मदद के लिए जंगल में अपने दोस्त जानवरों को एकत्र करने वाला सीन इस फिल्म की यूएसपी है। जंगल में खूंखार शेरों के साथ टारजन लाड़-प्यार का सीन गजब बन पड़ा है। बेशक फिल्म की कहानी और क्लाइमैक्स कुछ कमजोर है, लेकिन अडवेंचर और कुछ नया देखने वाले दर्शकों की क्लास पर 'टारजन' खरा उतरने का दम रखती है। इस वीकेंड पर जब नई फिल्मों की भीड़ में ऐेसी कोई फिल्म नहीं, जिसे फैमिली के साथ देखा जा सके तो आप टारजन से मिलने की प्लानिंग कर सकते हैं।