साउथ अफ्रीका की 'डी' कंपनी बाहर
NBT स्पोर्ट्स/एजेंसियां, केपटाउन:
खराब फॉर्म से गुजर रहे साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक कलाई की चोट कारण भारत के खिलाफ जारी वनडे और टी-20 सीरीज से बाहर हो गए हैं। इसके साथ ही भारतीय जीत का सबसे बड़ा रोड़ा मानी जा रही साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम की खतरनाक 'डी' कंपनी का खुद ब खुद सफाया हो गया। 'डी' कंपनी यानी डी विलियर्स, डु प्लेसिस और डी कॉक। इस कंपनी के सबसे खतरनाक बल्लेबाज डी विलियर्स और डु प्लेसिस वनडे सीरीज की शुरुआत के पहले ही चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए थे, जबकि इस कंपनी की आखिरी कड़ी डी कॉक दूसरे वनडे के दौरान कलाई में चोट लगा बैठे। अब उन्हें इस चोट से उबरने में कम से कम दो से चार सप्ताह का समय लगेगा। यानी वह वनडे के बाद होने वाली टी-20 सीरीज में भी भाग नहीं ले पाएंगे। विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन सीरीज के बाकी बचे मैचों के लिए टीम में डी कॉक की जगह लेंगे। भारत पांच वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 से आगे है।
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विराट को अच्छे मार्गदर्श की जरूरत: जेनिंग्स
सेंचुरियन: साउथ अफ्रीका के पूर्व कोच रे जेनिंग्स का मानना है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ड्रेसिंग रूम में दबदबा बनाने वाले हो सकते हैं और यह बेहतरीन होगा अगर उन्हें एक अच्छा मार्गदर्शन मिले जो लीडर के रूप में उनकी क्षमता को अधिकतम कर सके।
अभी भी बेस्ट नहीं: जेनिंग्स ने विराट की प्रगति को अंडर-19 दिनों से देखा है जब वह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कोच थे। जेनिंग्स ने कहा, 'मुझे लगता है कि एक कप्तान के रूप में वह अब भी अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर नहीं है। भारतीय क्रिकेट प्रणाली को विराट कोहली को बेहतर करना होगा। एमएस धोनी के दौर से विराट के दौर में बहुत अधिक बदलाव आया है। धोनी इतना धैर्यवान है और विराट पूरी तरह से इसका उलट। वह ड्रेसिंग रूम में डर पैदा करने वाला हो सकता है और कभी-कभी टीम के साथी हैरान होते होंगे कि विराट असल में कौन है।'
डर का माहौल: जेनिंग्स का मानना है कि विराट युवा खिलाड़ी में डर पैदा कर सकते हैं और यही कारण है कि धैर्यवान मेंटर समय की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'ड्रेसिंग रूम में डर का माहौल हो सकता है और इतने सारे युवा खिलाड़ियों के टीम में जगह बनाने के कारण आप ऐसा नहीं चाहेंगे। भारतीय क्रिकेट को इसलिए ऐसा व्यक्ति ढूंढना होगा जो विराट को सुधार करने के लिए प्रभावित कर सके और उसे और अधिक बेहतर कप्तान बनाए।' लेकिन जेनिंग्स ने कहा कि आयु बढ़ने के साथ विराट बेहतर होंगे।
पिच से छेड़छाड़ पड़ी भारी:
जेनिंग्स ने भारत के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में टीम प्रबंधन की पिचों को अपने मुफीद बनाने की कोशिश की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि यह रणनीति लगभग उलटी पड़ गई थी। जेनिंग्स ने कहा, 'उन्होंने टेस्ट मैचों में पिच को अपने मुफीद बनाने की कोशिश की, यह इतना करीबी मुकाबला था कि साउथ अफ्रीका सीरीज गंवा सकता था। ऐसी पिचें कोई मदद नहीं करेंगी क्योंकि भारत के पास शानदार तेज आक्रमण है। यहां तक कि तेज गेंदबाजों को मदद करने वाली नमी भरी पिच से स्पिनरों को भी फायदा मिलता है।'