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जीत लो दुनिया

13 साल के सूखे के बाद आखिरकार भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशिया कप जीत लिया। इसी साल जुलाई में जारी हुई महिला हॉकी वर्ल्ड रैंकिंग में चीन का स्थान आठवां जबकि भारत का बारहवां था।

नवभारत टाइम्स 7 Nov 2017, 12:52 pm
13 साल के सूखे के बाद आखिरकार भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशिया कप जीत लिया। इसी साल जुलाई में जारी हुई महिला हॉकी वर्ल्ड रैंकिंग में चीन का स्थान आठवां जबकि भारत का बारहवां था। अपने से चार पायदान ऊपर इसी ताकतवर चीनी टीम को 5-4 से मात देकर भारत की लड़कियों ने कप तो जीता ही, अगले साल लंदन में होने वाले महिला हॉकी विश्व कप के लिए क्वालिफाई भी कर लिया। जापान के काकामिगहरा में हुए इस मैच में भारत की ओर से फॉरवर्ड खेल रहीं नवजोत कौर ने 25वें मिनट में एक गोल दागा। इसके बमुश्किल बीस मिनट बाद चीन को एक पेनाल्टी कॉर्नर मिला तो चीन की थ्येनथ्येन लुओ ने गोल दागते हुए मामला बराबर कर दिया।
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इसके बाद भारतीय टीम ने आक्रमण की पुरजोर कोशिशें की, लेकिन चीनी खिलाड़ियों ने उनकी एक न चलने दी। अंत तक दोनों टीमें 1-1 गोल से बराबरी पर चल रही थीं इसलिए मैच का फैसला करने के लिए शूटआउट का सहारा लिया गया। इस दौरान गोलकीपर सविता ने चीन का एक शॉट नाकाम किया तो टीम की कप्तान रानी सडन डेथ में विजयी गोल दागने में कामयाब रहीं। इस विजय यात्रा के दौरान भारतीय टीम ने सिंगापुर, चीन, मलयेशिया और कजाखस्तान को तो हराया ही, सेमीफाइनल में पिछली बार की चैंपियन जापानी टीम को भी परास्त किया। चौथी बार एशिया कप के फाइनल में पहुंची देश की महिला हॉकी टीम ने वर्ष 2004 में जापान को 1-0 से हराकर यह कप जीता था।

महिला हॉकी की दुनिया में पहले नंबर के लिए अर्जेंटीना और नीदरलैंड के बीच ही खिताबी भिड़ंत होती रहती है। इस गेम में अभी तक अमेरिकी और यूरोपीय देशों का ही राज रहा है। नंबर 5 से ज्यादा रैंकिंग अभी तक किसी भी एशियाई टीम की नहीं हो पाई है तो इसका दोष इस इलाके में मौजूद स्त्री विरोधी माहौल को ही जाता है। बावजूद इसके, भारतीय महिला हॉकी टीम सन 1974 में हुए पहले विश्व कप से लेकर आज तक दुनिया भर की टीमों को परेशान करती आई है। असल मुश्किल निरंतरता की है। बीच-बीच में प्रदर्शन नीचे जाने की वजह सिर्फ खिलाड़ियों में नहीं खोजी जा सकती। इधर कुछ समय से भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन यकसार दिख रहा है। लंदन विश्व कप पर उसकी दावेदारी मजबूत हो, इसके लिए सबको कोशिश करनी होगी।

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