ऐपशहर

आप की सक्रियता का राज

यूपी विधानसभा चुनाव में महज सवा साल का वक्त बचा है। आम आदमी पार्टी की लीडरशिप को मालूम है कि अकेले वह चुनाव जीतने का बहुत दमखम नहीं रखती, लेकिन अगर एक्टिव रहा जाए तो चुनाव के वक्त वहां की बड़ी पार्टियों से चुनावी तालमेल की संभावना बन सकती है।

नवभारत टाइम्स 15 Sep 2020, 11:57 am
यूपी में आम आदमी पार्टी वाया संजय सिंह इन दिनों जिस तरह से एक्टिव है, राजनीतिक गलियारों में उसके निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं। इतना तो तय है कि आम आदमी पार्टी अकेले यूपी में कोई बड़ा उलटफेर करने की हैसियत में नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस या सोशल मीडिया के जरिए मीडिया में तो स्पेस हासिल किया जा सकता है, लेकिन उससे संगठन तैयार नहीं होता। इसी वजह से यह सवाल उठ रहा है कि फिर इतनी सक्रियता क्यों?
नवभारतटाइम्स.कॉम aap


एक राय यह है कि खुद योगी सरकार चाहती है कि यूपी में आम आदमी पार्टी को कुछ स्पेस मिले, क्योंकि इसके जरिए समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस- तीनों को चिढ़ाया जा सकता है। आमजन को सरकार के खिलाफ जितनी आक्रामकता की उम्मीद इन तीन पार्टियों से है, वह संजय सिंह ही पूरी किए दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी जितनी आक्रामक होगी, विपक्ष के वोटों में बंटवारे की गुंजाइश उतनी ही ज्यादा होगी।

दूसरी राय यह कि यूपी विधानसभा चुनाव में महज सवा साल का वक्त बचा है। आम आदमी पार्टी की लीडरशिप को मालूम है कि अकेले वह चुनाव जीतने का बहुत दमखम नहीं रखती, लेकिन अगर एक्टिव रहा जाए तो चुनाव के वक्त वहां की बड़ी पार्टियों से चुनावी तालमेल की संभावना बन सकती है। बड़ी पार्टियों के साथ चुनावी तालमेल के जरिए पार्टी के लिए विधानसभा में दाखिल होना कहीं ज्यादा आसान होगा। वैसे भी संजय सिंह यूपी के ही रहने वाले हैं और स्थानीय स्तर पर दूसरी पार्टियों के कई बड़े नेताओं के साथ उनके अच्छे रिश्ते हैं।

यूपी विधानसभा चुनाव में महज सवा साल का वक्त बचा है। आम आदमी पार्टी की लीडरशिप को मालूम है कि अकेले वह चुनाव जीतने का बहुत दमखम नहीं रखती, लेकिन अगर एक्टिव रहा जाए तो चुनाव के वक्त वहां की बड़ी पार्टियों से चुनावी तालमेल की संभावना बन सकती है।

अगला लेख

Otherकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर