फारुख शेख का नाम लेते ही एक प्यारी सी स्माइल आंखों के आगे कौंध जाती है। वह सिंपल इंसान और संजीदा ऐक्टर थे। फिल्में, शो होस्टिंग, थिअटर या रेडियो उन्होंने हर जगह अपने टैलंट की छाप छोड़ी। आज (25 मार्च) उनका जन्मदिन है। जानें उनके जीवन से जुड़ी कुछ बातें।
फारुख शेख का जन्म गुजरात के जमींदार परिवार में हुआ था। उनके पिता मुस्तफा शेख पेशे से वकील थे। बाद में उनकी फैमिली बॉम्बे शिफ्ट हो गई थी।
फारुख ने भी लॉ की पढ़ाई की थी। वह कॉलेज कि दिनों में थिअटर भी करते थे। फारुख ने वकालत से करियर की शुरुआत की लेकिन उनका मन इसमें नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने ऐक्टिंग की ओर रुख किया।
फारुख ने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म 'गर्म हवा' से की थी। इस फिल्म में लीड रोल ऐक्टर बलराज साहनी ने निभाया था और फारुख इसमें सपोर्टिंग रोल में थे।
बतौर मेल लीड उनकी पहली फिल्म 'मेरे साथ चल' थी जिसमें उनकी हिरोइन स्मिता पाटिल थीं। उनका पहला बड़ा ब्रेक यश चोपड़ा की फिल्म 'नूरी' थी।
एक इंटरव्यू के दौरान फारुख शेख ने बताया था कि लोग उन्हें पहचानते हैं, मुस्कुराते हैं, हाथ मिलाते हैं। लेकिन उन्हें कभी खून से लिखे लेटर नहीं मिले। राजेश खन्ना को देखकर ट्रैफिक रुक जाता था लेकिन उन्हें ऐसा अटेंशन नहीं मिलता जिसका उन्हें मलाल भी नहीं है। लेकिन जब मन का काम नहीं मिलता तो उन्हें फर्क पड़ता है।
शबाना आजमी फारुख शेख की क्लासमेट थीं। फारुख ने अपनी क्लासमेट रूपा जैन से शादी की थी। 9 साल तक कोर्टशिप चलने के बाद दोनों ने एक-दूसरे से शादी करने का फैसला लिया था।
फिल्म इंडस्ट्री में दीप्ति नवल और फारुख शेख की जोड़ी काफी पॉप्युलर थी। दोनों ने 'चश्मेबद्दूर' 'चश्मे बद्दूर', 'किसी से न कहना', 'रंग बिरंगी', 'कथा', 'साथ साथ' और 'एक बार चले आओ' जैसी मशहूर फिल्मों में काम किया था। दीप्ति और फारुख में गहरी दोस्ती थी। एक इंटरव्यू के दौरान दीप्ति ने बताया कि फारुख बहुत बड़े फ्लर्ट थे लेकिन दीप्ति के साथ उन्होंने कभी ऐसा नहीं किया। दोनों की इक्वेशन अलग तरह की थी।