इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ट्रेंड ज़ोरों से वायरल हो रहा है, जिसका नाम है #10YearChallenge. फेसबुक पर लोगों की टाइमलाइन्स इसी चैलेंज से भरी पड़ी हैं, जिसके अंतर्गत लोग अपनी 10 साल पुरानी और लेटेस्ट फोटो शेयर कर रहे हैं और देख रहे हैं कि कितना बदलाव आया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह #10YearChallenge आपके लिए काफी खतरनाक है? आइए जानते हैं कैसे:
बर्डबॉक्स, किकी या फिर मोमो चैलेंज की ही तरह #10YearChallenge भी काफी रिस्की है। जिस तरह मोमो चैलेंज और किकी जैसे गेम्स खतरनाक रहे और उन्हें बैन तक कर दिया गया, उसी तरह #10YearChallenge आपकी मानसिक सेहत के लिए खतरनाक है।
इस चैलेंज में FOMO यानी फियर ऑफ मिसिंग आउट का रिस्क भी पैदा कर देता है। यह तब हो सकता है जब आप किसी सोशल मीडिया ऐक्टिविटी में शामिल न होने का दबाव झेलें। यह स्ट्रेस व दबाव काफी बुरा हो सकता है।
#10YearChallenge की जद में आम लोगों के साथ-साथ सिलेब्रिटीज़ तक आ गए हैं और वे भी सोशल मीडिया पर बढ़-चढ़कर अपनी 10 साल पुरानी और नई तस्वीर पोस्ट कर रहे हैं।
लोगों को यह समझना ज़रूरी है कि वे इस चैलेंज को सिर्फ सोशल मीडिया फैड समझें और इसे अपने ऊपर हावी न होने दें। बीते कुछ सालों में आपमें कितना परिवर्तन आया है, यह देखना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन यह भी समझें की वजन घटना या उम्रदराज दिखना एक नैचरल प्रोसेस है।
#10YearChallenge की वजह लोगों में तुलनात्मक रवैया भी जन्म ले लेता है। अगर 10 सालों के अंदर किसी व्यक्ति में आश्चर्यजनक परिवर्तन आया है जो उसकी फोटोज़ में भी साफ नज़र आ रहा है, लेकिन वही परिवर्तन आपमें नहीं है, तो इससे आप एक अंदर एक तुलना करने वाली भावना जन्म ले लेगी। इसकी वजह से हो सकता है कि आप टेंशन और ज्यादा सोच-विचार में भी उलझ जाएं।
अपनी मानसिक सेहत को खतरे में डालना किसी भी तरह से बुद्धिमानी नहीं कही जा सकती। इस तरह की चीजें न सिर्फ आपको मानसिक तौर नुकसान पहुंचा सकती हैं बल्कि जीवनभर के लिए बुरा प्रभाव भी छोड़ सकती हैं। इसकी वजह से स्ट्रेस से लेकर डिप्रेशन और अन्य बीमारियां आपको घेर सकती हैं।