सत्य और यथार्थ उसे देखने वाले के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। जैसे दृष्टिहीनों के लिए हाथी के अलग-अलग मायने हो सकते हैं। जैन धर्म के इस दर्शन ने मत विभिन्नता के बारे में दुनिया को सिखाया।
6/20
पश्चिमी दर्शन भी हुआ हमसे प्रभावित
तब हमारे विचारों में थी इतनी ताकत कि पूरी दुनिया को मानना पड़ा हमारा दर्शन।
7/20
पशुधन को सुरक्षित करना हमने सिखाया
केवल इंसानों पर ही नहीं जीवमात्र के प्रति दया का भाव रखना भारतीय संस्कृति की पहचान।
8/20
अलग-अलग पशु-पक्षियों के इलाज की व्यवस्था
प्राचीन भारत में न केवल यह व्यवस्था थी, बल्कि यह मुफ्त भी थी।
9/20
पंचतंत्र
नीति की यह शिक्षा विश्व प्रसिद्ध हुई।
10/20
गुटेनबर्ग प्रेस में खूब छपी पंचतंत्र
पहली प्रिंटिंग प्रेस से छपने वाली किताबों में पंचतंत्र भी शामिल थी।
11/20
पंचतंत्र की नीतियों से दुनिया का मार्गदर्शन
आम जीवन से लेकर शासकीय कार्यों में, पंचतंत्र ने दुनिया को दिखाई राह।
12/20
जब जीरो दिया मेरे भारत ने
यह मशहूर गाना तो ाआपको याद होगा ही। बताइए तो जरा कि अगर हम न तो होते तो सभ्यता को गिनती कैसे आती?
13/20
अगर हम न होते तो कंप्यूटर नहीं बनता
तब दुनिया शायद अंधकार युग में जी रही होती।
14/20
दमिश्क तलवार
योद्धा तो हम ही थे!
15/20
तलवार के लिए स्टील हमने दिया
सोचिए जरा, कितनी समृद्ध थी हमारी तब की तकनीक।
16/20
नैनो टेक्नॉलजी जैसी तकनीक से बनाते थे स्टील
अब आपने जाना न कि क्यों पैनी होती थी हमारी तलवारें?
17/20
संस्कृत न होती तो पीरियॉडिक टेबल का क्या होता
मेंडलीफ जब फंसे तो उन्हें संस्कृत की वर्णमाला ने दिखाई राह।
18/20
ओआरएस
जब यह फॉर्म्युला नहीं था तब सालाना लाखों लोग हैजा, पेचिश जैसी बीमारियों से मर जाते थे।
19/20
हेमेंद्र नाथ चटर्जी ने की खोज पर श्रेय नहीं मिला
तो क्या हुआ अगर श्रेय नहीं मिला, मानवता हमेशा हेमेंद्र नाथ चटर्जी की आभारी रहेगी।
20/20
हमारे वैभव को लूट पश्चिम बना 'राजा'
कभी ऐसे भी दिन थे कि हम सोने की चिड़िया कहे जाते थे। आज भी अगर हम ठान लें तो क्या नहीं लौटा सकते हैं पुराने दिन?