शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुके हैं। हर बार की तरह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे 9 दिन उपवास रखेंगे। पीएम मोदी पिछले 43 साल से ऐसा करते आ रहे हैं।
नवरात्रि के आरंभ पर सोमवार को सभी को शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कामना की है कि आस्था और विश्वास का यह पावन अवसर हर किसी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करे।
नवरात्रि में 9 दिन तक पूरा उपवास रखने के बावजूद पीएम मोदी के रूटीन में ज्यादा बदलाव नहीं दिखता। उनकी राजनीतिक गतिविधियां बदस्तूर जारी रहती हैं। आगे की स्लाइड्स में जानते हैं कि मोदी नवरात्रि के दिनों में क्या करते हैं।
नवरात्रि में उपवास के दौरान पीएम मोदी दिन में सिर्फ नींबू पानी पीते हैं। शाम को वह एक बार फलाहार करते हैं। बाकी दिन यूं ही निकल जाता है।
नवरात्रि में भी पीएम मोदी रोज सुबह उठकर योग करते हैं। ध्यान लगाते हैं। सुबह पूजा भी उनके रूटीन में शुमार हो जाती है। वे अपने नवरात्रि व्रत को लेकर सार्वजनिक मंचों से ज्यादा नहीं बोलते।
पीएम मोदी ने अपनी निजी वेबसाइट (narendramodi.in) पर ब्लॉग में एक बार नवरात्रि का जिक्र किया था। उन्होंने बताया था कि 'नवरात्रि के उपवास उनका वार्षिक आत्मशुद्धि व्यायाम है, जो उन्हें हर रात अम्बे मां के साथ बातचीत करने की शक्ति और क्षमता प्रदान करता है।'
नवरात्रि के दौरान पीएम मोदी की सक्रियता में कोई कमी नहीं आती। प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारियां हो या चुनावी रैलियां, मोदी पूरे जोश से काम करते रहते हैं।
पीएम बनने के बाद सितंबर 2014 में मोदी पहली बार अमेरिका यात्रा पर गए। उस दौरान शारदीय नवरात्रि चल रहे थे। 30 सितंबर को तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने वाइट हाउस में भोज दिया, मगर पीएम मोदी ने केवल गुनगुना पानी पिया। अमेरिकी मीडिया में इस बात की खूब चर्चा रही।
गुजरात का मुख्यमंत्री रहने के दौरान मोदी नवरात्रि में रात 10 बजे तक काम निपटा लेते थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने यह भी बंद कर दिया। गुजरात में मोदी के करीबी रहे लोग बताते हैं कि वहां नवरात्रि में साबूदाने से बने व्यंजन खाने की छूट रहती है मगर मोदी वह भी नहीं खाते थे।
चैत्र और शारदीय नवरात्रि मिलाकर पीएम मोदी साल में 18 दिन उपवास पर रहते हैं।