ब्रिटिश राज में अंग्रेजों ने क्रांतिकारियों के खिलाफ बनाया था यह कानून।
अंग्रेजों ने देश में आंदोलन को दबाने के लिए बाद में सेक्शन 124 A को जोड़ा था।
1891 में एक कानून में बदलाव किया गया। कानून के तहत 12 साल के कम उम्र की लड़की के साथ सेक्स को रेप के बराबर माना जाएगा। बंगोबासी अखबार ने इसे भारतीय परंपराओं के खिलाफ मानते हुए इसका विरोध किया। इसके बाद अंग्रेजों के राज में पहला राजद्रोह का केस दर्ज हुआ।
ब्रिटिश राज में राजद्रोह का पहला केस कई लोगों पर दर्ज किया गया था। हालांकि, आरोपियों के माफी मांगने के बाद केस खत्म कर दिया गया था।
अंग्रेजों ने आजादी की लड़ाई के नायक बाल गंगाधर तिलक पर भी लगाया था राजद्रोह केस।
अंग्रेजों ने महात्मा गांधी पर भी राजद्रोह का केस दर्ज किया था। सरकार विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने के कारण महात्मा गांधी को 6 साल के लिए जेल भेज दिया गया था।
1930 में जवाहर लाल नेहरू पर इलाहाबाद में किसानों को संबोधित करने के कारण लगा था राजद्रोह का केस।
ऑस्ट्रेलिया में राजद्रोह शब्द को ही हटा दिया गया है।
अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता काफी मायने रखती है। वहां राजद्रोह कानून तो बस नाम का है।
भारत में राजद्रोह के 5 साल में 356 केस दर्ज किए हैं।
पिछले 5 सालों के दौरान भारत में महज 12 लोग ही दोषी करार दिए गए हैं।
राजद्रोह के 124 A सेक्शन के तहत पुलिस को काफी शक्ति दी गई है।