श्रद्धा केस के आरोपी आफताब को सोमवार रात पुलिस पॉलिग्राफ टेस्ट के बाद तिहाड़ ले जा रही थी। अचानक वैन को नारेबाजी करते हुए कुछ लोगों ने रोक लिया। हाथों में तलवार लिए एक युवक बार-बारखुद को एक संगठन का कार्यकर्ता बता रहा था। वह चीख रहा था कि हमारी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, तो हम जीकर क्या करेंगे। आफताब को 2 मिनट के लिए सौंप दो, हम उसे गोली मार देंगे। एक पुलिसकर्मी वैन के पीछे पहुंचा और पिस्टल निकालकर हमलावरों को रोकने की कोशिश की। देखिए अगर पुलिसकर्मी आगे न बढ़ता, तो आफताब के टुकड़े कर डालते हमलावर।
घटना सोमवार शाम 6 बज कर 45 पर उस समय हुई, जब पुलिस श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को फॉरेंसिक लैब से लेकर वापस जा रही थी।
पुलिस वैन पर रोहिणी स्थित फॉरेंसिक लैब के बाहर कुछ हथियारबंद लोगों ने हमला कर दिया। सूत्रों ने बताया कि पूनावाला को पॉलीग्राफ जांच के लिए FSL ले जाया गया था।
दिल्ली पुलिस आफताब को पॉलिग्राफ टेस्ट के बाद तिहाड़ जेल ले जा रही थी। तभी अचानक आफताब की जेल वैन को नारेबाजी और हंगामा करते हुए कुछ शरारती तत्वों ने रोक लिया। एक हमलावर के हाथ में तलवार भी थी।
कुछ युवकों के हाथों में तलवार थी औऱ एक युवक बार-बार खुद को एक संगठन का कार्यकर्ता बता रहा था। हमलावर चीख रहा था कि जब हमारी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, तो हम जीकर क्या करेंगे। वह यह भी कह रहे थे कि आफताब को 2 मिनट के लिए सौंप दो, हम उसे गोली मार देंगे।
एक आरोपी ने वैन के पिछले दरवाजे को खोल दिया। अचानक हुए इस घटनाक्रम से पुलिसकर्मियों के भी हाथ-पांव फूल गए।
हमलावरों के इरादे भांपते ही एक पुलिसकर्मी वैन के पीछे पहुंचा और अपनी पिस्टल निकालकर हमलावरों को रोकने की कोशिश की। पुलिस टीम ने दो हमलावरों को हिरासत में ले लिया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, एक आरोपी कार की सेल-पर्चेज का काम करता है और दूसरा ट्रक ड्राइवर है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक तलवारनुमा धारदार चीज और एक गाड़ी जब्त की है।
आरोपियों की पहचान कुलदीप ठाकुर और निगम गुर्जर के रूप में हुई है। दोनों दिल्ली से सटे गुरुग्राम से 8-10 लोगों को साथ लेकर यहां पहुंचे थे।
इस हमले में आफताब सुरक्षित रहा और उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने व अन्य संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाएगी।
पुलिस ने बताया कि हमलावरों को पर किसी तरह की फायरिंग नहीं की गई है। पुलिसकर्मी ने पुलिस हिरासत में मौजूद आरोपी आफताब को बचाने के लिए के लिए पिस्टल निकाली थी और हमलावरों को रोकने की कोशिश की।
बता दें कि आफताब पूनावाला ने साउथ दिल्ली के महरौली में लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की कथित रूप से गला दबा कर हत्या कर दी थी और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर जंगल में अलग-अलग जगह फेंक दिए थे।
आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद न सिर्फ उसके शरीर के टुकड़े किए बल्कि उन्हें 300 लीटर के फ्रिज में करीब तीन हफ्ते तक रखा और फिर उन टुकड़ों को कई दिनों में शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका।
अदालत ने 22 नवंबर को फिर से पूनावाला को 4 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा था और उसके बाद 26 नवंबर को उसे 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस सोमवार को आफताब को पॉलिग्राफ टेस्ट के लिए लैब ले गई थी जहां हमलावरों ने वैन को घेर लिया।
पुलिस ने पूनावाला को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था और उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया। पुलिस हिरासत को 17 नवंबर को पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया गया था।