ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के 57वें प्रधानमंत्री बन चुके हैं। शपथग्रहण के बाद अपने पहले संबोधन में सुनक ने ब्रिटेन को आर्थिक संकट से उबारने का वादा किया। उन्होंने कहा कि काम शुरू हो चुका है और मैं दिन-रात इसके लिए मेहनत करूंगा।
ऋषि सुनक के पहले संबोधन में उनके हाथ में बंधा कलावा नजर आया। ऋषि हिंदू धर्म के प्रति आस्था रखते हैं। उनकी मेज पर भगवान गणेश जी की प्रतिमा भी रहती है। उन्हें कई हिंदू त्योहारों को भी सेलिब्रेट करते हुए देखा गया है।
शपथग्रहण के तुरंत बाद ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उन्होंने वादा किया कि वे अपने देश को इस आर्थिक संकट से जरूर उबारेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि हमारे ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है।
ऋषि सुनक ने अपने पहले संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री के रूप में अपनी अविश्वसनीय उपलब्धियों के लिए बोरिस जॉनसन के हमेशा आभारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह जॉनसन की गर्मजोशी और उदारता को संजोकर रखेंगे।
ऋषि सुनक ने लिज ट्रस कार्यकाल के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि कुछ गलतियां हुई हैं। उन्होंने कहा कि वे देश के विकास में सुधार करना चाहते हैं। उन्होंने लिज ट्रस की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सब बदलाव लाने के लिए की गईं गलतियां है। ये गलतियां किसी बुरे इरादे से नहीं की गईं थी।
ऋषि सुनक ने शपथ ग्रहण करते ही कहा कि चांसलर के रूप में मैंने फरलो जैसी योजनाओं के माध्यम से लोगों और उनके व्यवसायों की रक्षा की। उन्होंने कहा कि आज हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उन पर भी मैं वैसे ही काम करूंगा। मैं अपने शब्दों से नहीं बल्कि काम से लोगों को जोड़ूंगा। मैं लोगों को आर्थिक संकट से बचाने के लिए दिन-रात काम करूंगा।