-सबसे पिछड़े जिलों का अधिक से अधिक दौरा करने का टारगेट
-2022 तक 115 सबसे पिछड़े जिलों को विकसित करने का लक्ष्य
Narendra.Mishra@timesgroup.com
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंबेडकर जयंती पर बड़े अभियान की शुरुआत कर सकते हैं। उस दिन वह देश के किसी सबसे पिछड़े जिले में रात बिताकर 2019 आम चुनाव से पहले अपना बड़ा चुनावी दांव चल सकते हैं। यह जिला उन जिलों में से एक होगा, जिन्हें पीएम मोदी ने 2022 से पहले विकसित करने का लक्ष्य बनाया है। मोदी नियमित तौर पर इन जिलों का दौरा कर सकते हैं। पीएम मोदी सबसे पहले किस जिले का दौरा करेंगे, अभी यह तय नहीं हुआ है लेकिन माना जा रहा है कि वह आंबेडकर जयंती के दिन किसी अति पिछड़े जिले का दौरा कर सकते हैं, जहां दलितों की तादाद सबसे अधिक होगी। पीएम बनने के बाद मोदी ने दलितों तक पहुंच बढ़ाने की कई कोशिशें की है। सूत्रों के अनुसार इसमें वह बजट में घोषित किसी बड़ी योजना को लॉन्च करने की औपचारिक शुरुआत कर सकते हैं। 1 फरवरी को मोदी सरकार अपना अंतिम पूर्णकालिक बजट पेश करने वाली है, जिसमें कुछ लोकलुभावन योजनाओं का भी ऐलान होने की संभावना है।
मालूम हो कि पिछले दिनों मोदी के निर्देश पर नीति आयोग ने देश के सबसे पिछड़े 115 जिलों की पहचान की थी। इन सभी 115 जिलों को 2022 तक विकसित करने का लक्ष्य बनाया गया है। इन जिलों में विकास कामों की मॉनिटरिंग के लिए रियल टाइम सिस्टम बनाया गया है। मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट की खुद पीएमओ और कैबिनेट सेक्रेटरी निगरानी कर रहे हैं। इसके साथ ही पीएम जिलों का नियमित दौरा कर सकते हैं। विकास समीक्षा के लिए एक मंत्री को नोडल मंत्री बनाया गया है। इसके तहत यूपी के 8 जिले भी शामिल किए गए हैं।
विकास प्रोजेक्ट की बड़ी समीक्षा मीटिंग
इसके अलावा मोदी 2019 से पहले जमीन पर हुए काम का हिसाब लेने की शुरुआत करेंगे। बजट सत्र के पहले चरण के तुरंत बाद वह सभी केंद्रीय मंत्रियों और सेक्रेटरी के साथ मीटिंग कर अब तक की सभी महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा करेंगे। इसमें मूल रूप से उन योजनाओं की समीक्षा होगी, जो 2018 के अंत तक पूरी होनी है। मोदी ने कहा है कि वे आम चुनाव में इन पांच सालों में पूरे हुए कामों को दिखाते हुए आम जनता के बीच जाएंगे।