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राम और हुसैन में कोई अंतर नहीं: कल्बे सादिक

दो अलग-अलग धर्मों के धर्मगुरु जब एक मंच पर आए तो एक ही बात निकलकर सामने आई कि कोई भी...

नवभारत टाइम्स 30 Nov 2016, 9:15 am
लखनऊ
नवभारतटाइम्स.कॉम  kalbe sadik said no difference between ram and husain
राम और हुसैन में कोई अंतर नहीं: कल्बे सादिक


दो अलग-अलग धर्मों के धर्मगुरु जब एक मंच पर आए तो एक ही बात निकलकर सामने आई कि कोई भी धर्म दूसरे धर्म का बुरा नहीं चाहता। सबका लक्ष्य शांति फैलाना ही है। सेवा अस्पताल परिसर में चल रही मोरारी बाबू की रामकथा में मंगलवार को शिया धर्मगुरु कल्बे सादिक पहुंचे। उन्होंने बापू के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और कहा, 'राम और हुसैन में कोई अंतर नहीं है, इसलिए मैं आज खुद बापू के रामकथा दरबार में आया।'

उन्होंने कहा, 'मैंने गीता का अध्ययन किया और हिन्दू धर्म को जाना। तब से मेरा हिन्दू धर्म के प्रति लगाव है। कोई धर्म कभी किसी के लिए मुसीबत नहीं बन सकता। इमाम हुसैन को जब लोगों ने घेरा था तो उन्होंने कहा था कि मुझे भारत ले चलो। हमारे पूर्वज भारत में सात सौ वर्ष और हमारा वंश लखनऊ में दो सौ वर्ष से है।' साथ ही वह बोले कि पाकिस्तान इस्लाम से दूर हो गया है। उन्होंने बापू से पांच दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पहुंचकर हुसैन कथा सुनाने का आग्रह किया।

राम के दर्शन से सारे कष्ट हो जाते हैं नष्ट

मोरारी बापू ने कथा में कहा कि जिस प्रकार अमृत पाने के बाद इंसान को और कुछ पाने की लालसा नहीं रह जाती है। उसी प्रकार जो भी भक्त प्रभु राम के दर्शन पा जाता है, उसके सारे कष्ट नष्ट हो जाते हैं। अरण्य काण्ड में प्रभुराम के जंगल भ्रमण के बारे में बताते हुए बह बोले उस दौरान शिवरी और सरभंग ने भगवान राम के दर्शन किए और फिर आग में समाहित हो गए।

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