दुबई: टी20 एशिया कप के फाइनल मैच में श्रीलंका क्रिकेट टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान के सामने 171 रनों का लक्ष्य रखा। मैच में श्रीलंका के लिए भानुका राजपक्षा ने शानदार 45 गेंद में 71 रनों की पारी खेली। इस दौरान उन्हें 19वें ओवर की पांचवी गेंद पर एक बड़ा जीवनदान भी मिला। हालांकि राजपक्षा अपना विकेट गंवा ही चुके थे लेकिन पाकिस्तानी फील्डरों की नासमझी के कारण वह बच गए। पारी का यह ओवर मोहम्मद हसनैन कर रहे थे।
दरअसल बाउंड्री के पास खड़े शादाब खान और आसिफ के बीच तालमेल की ऐसी कमी देखने को मिली दोनों में कोई भी राजपक्षा का कैच को नहीं लपक सका। कैच छूटने के साथ पाकिस्तान को सबसे बड़ा जख्म तब और मिला जब गेंद छिटक कर बाउंड्री रोप के दूसरी तरफ जाकर गिरी, जिसके कारण श्रीलंका को छह रन मिले। इसके साथ ना सिर्फ राजपक्षा को जीवनदान मिला बल्कि श्रीलंकई टीम को महत्वपूर्ण रन भी मिले।
दरअसल 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर राजपक्षा ने मिड विकेट की दिशा में एक ऊंचा शॉट खेला। इससे पहले हसनैन ने इससे पहले लगातार तीन डॉट गेंद फेंकी थी जिसके कारण राजपक्षा पर भी काफी दवाब बन गया था। ऐसे में उन्होंने जोखिम उठाते हुए बड़ा शॉट लगाकर डॉट गेंद की भरपाई की कोशिश कि लेकिन पाकिस्तानी फील्डरों की नासमझी ने टीम को बड़ा नुकसान करा दिया।
पाकिस्तान ने टॉस जीतकर लिया था गेंदबाजी का फैसला
एशिया कप के इस फाइनल मैच में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पाकिस्तान के लिए मैच में नसीम शाह ने धमाकेदार शुरुआत की और पहले ही ओवर में टीम को कुशल मेंडिस के रूप में विकेट दिला दिया। इसके बाद हारिस राउफ ने टीम के लिए शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन महत्वपूर्ण विकेट दिलाई।
इस तरह श्रीलंकाई टीम का टॉप ऑर्डर 58 रन के स्कोर पर 5 विकेट गंवा दिए थे। हालांकि इसके बाद पाकिस्तान का गेंदबाजी आक्रमण कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी। श्रीलंका के लिए मैच में भानुका राजपक्षा के साथ वानिंदु हसरंगा ने भी ताबड़तोड़ पारी खेली। हसरंगा ने 21 गेंद पर दमदार 36 रन बनाए। इसके अलावा धनंजय डि सिल्वा ने भी 28 रनों की पारी खेली।
दरअसल बाउंड्री के पास खड़े शादाब खान और आसिफ के बीच तालमेल की ऐसी कमी देखने को मिली दोनों में कोई भी राजपक्षा का कैच को नहीं लपक सका। कैच छूटने के साथ पाकिस्तान को सबसे बड़ा जख्म तब और मिला जब गेंद छिटक कर बाउंड्री रोप के दूसरी तरफ जाकर गिरी, जिसके कारण श्रीलंका को छह रन मिले। इसके साथ ना सिर्फ राजपक्षा को जीवनदान मिला बल्कि श्रीलंकई टीम को महत्वपूर्ण रन भी मिले।
दरअसल 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर राजपक्षा ने मिड विकेट की दिशा में एक ऊंचा शॉट खेला। इससे पहले हसनैन ने इससे पहले लगातार तीन डॉट गेंद फेंकी थी जिसके कारण राजपक्षा पर भी काफी दवाब बन गया था। ऐसे में उन्होंने जोखिम उठाते हुए बड़ा शॉट लगाकर डॉट गेंद की भरपाई की कोशिश कि लेकिन पाकिस्तानी फील्डरों की नासमझी ने टीम को बड़ा नुकसान करा दिया।
पाकिस्तान ने टॉस जीतकर लिया था गेंदबाजी का फैसला
एशिया कप के इस फाइनल मैच में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पाकिस्तान के लिए मैच में नसीम शाह ने धमाकेदार शुरुआत की और पहले ही ओवर में टीम को कुशल मेंडिस के रूप में विकेट दिला दिया। इसके बाद हारिस राउफ ने टीम के लिए शानदार गेंदबाजी करते हुए तीन महत्वपूर्ण विकेट दिलाई।
इस तरह श्रीलंकाई टीम का टॉप ऑर्डर 58 रन के स्कोर पर 5 विकेट गंवा दिए थे। हालांकि इसके बाद पाकिस्तान का गेंदबाजी आक्रमण कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी। श्रीलंका के लिए मैच में भानुका राजपक्षा के साथ वानिंदु हसरंगा ने भी ताबड़तोड़ पारी खेली। हसरंगा ने 21 गेंद पर दमदार 36 रन बनाए। इसके अलावा धनंजय डि सिल्वा ने भी 28 रनों की पारी खेली।