ऐपशहर

ICC Cricket World Cup 2019: साउथ अफ्रीकी टीम के लिए अब आगे क्या हैं उम्मीदें

साउथ अफ्रीकी टीम को अब सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए अपने बाकी बचे पांचों मैच जीतने होंगे और उसके बाद दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर भी निर्भर रहना होगा।

नवभारतटाइम्स.कॉम 10 Jun 2019, 10:43 pm
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम FAF

साउथैम्टन में आसमान से बरसता पानी कहीं न कहीं साउथ अफ्रीकी उम्मीदों को भी नुकसान पहुंचा रहा था। अकसर बड़े मैच में हारकर 'चोकर्स' कहलाने वाली टीम विश्व कप 2019 में शुरुआत ही नहीं कर पा रही है। टीम का जीत वाला कॉलम खाली है और इस क्रिकेट वर्ल्ड कप में उसके लिए संभावनाएं अब क्षीण होती जा रही हैं। पर कहते हैं न क्रिकेट में चमत्कार संभव हैं, शायद साउथ अफ्रीकी टीम को ऐसे ही किसी चमत्कार की उम्मीद होगी।

सोमवार को साउथ अफ्रीका और वेस्ट इंडीज के बीच विश्व कप का मुकाबला बारिश के कारण रद्द हो गया। साउथैम्टन में जब मैच बरसात के चलते रोका गया उस समय साउथ अफ्रीका का स्कोर 7.3 ओवर में दो विकेट पर 29 रन था। इसके बाद मौसम ने खेल बिगाड़ दिया। कई बार आसमान साफ हुआ तो उम्मीदें जगीं लेकिन हर बार ये परवान नहीं चढ़ सकीं। इस तरह दोनों टीमों को एक-एक बांट दिया गया। चार मैचों में साउथ अफ्रीकी टीम को पहला अंक मिला। टीम अपने शुरुआती तीन मैच हार चुकी है। हालांकि इस 1 अंक ने साउथ अफ्रीका की मुश्किलों में इजाफा ही किया है।

साउथ अफ्रीकी टीम 4 मैचों में एक अंक के साथ अंकतालिका में 9वें स्थान पर है। वहीं वेस्ट इंडीज ने तीन मैचों में एक जीत और एक हार के साथ पांचवें स्थान पर है। साउथ अफ्रीका का रनरेट भी -0.952 है। टीम को इस पर भी काफी काम करना होगा। यानी टीम को सिर्फ जीतना ही नहीं होगा बल्कि अच्छी तरह जीतना होगा।

साउथ अफ्रीका के लिए अच्छा तो यह होता कि यह मैच पूरा होता और उसे जीत मिलती। हालांकि जिस तरह की शुरुआत उसने इस मैच में की थी वह अच्छी तो नहीं कही जा सकती लेकिन फाफ डुप्लेसिस की कप्तानी वाली टीम के लिए यह नतीजा अच्छा तो नहीं ही कहा जा सकता। इस बार विश्व कप राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला जा रहा है। यानी टूर्नमेंट में भाग ले रही हर टीम को एक-दूसरे के खिलाफ मुकाबले खेलने हैं। लीग स्टेज खत्म होने के बाद चोटी पर रहने वाली चार टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वॉलिफाइ करेंगी और फिर 14 जुलाई को खिताबी भिड़ंत होगी।

साउथ अफ्रीका ने चार में से एक भी मैच नहीं जीता है इसलिए टीम को बाकी बचे सभी मुकाबलों में हर हाल में जीत हासिल करनी ही होगी। अगर वह ऐसा कर पाती है तो उसके कुल 11 अंक हो जाएंगे। अब क्या ये अंक उसे क्वॉलिफाइ करवाने के लिए काफी होंगे, यह एक जटिल प्रश्न है। न्यू जीलैंड अपने शुरुआती तीनों मैच जीत चुकी है और भारत व ऑस्ट्रेलिया ने दो-दो मैच जीते हैं।

साउथ अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस भी मानते हैं अब राह बहुत कठिन है। उन्होंने कहा भी बारिश से प्रभावित होने वाले मुकाबले सबसे खराब होते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों टीमें नतीजा चाहती थीं लेकिन मौसम पर आपका नियंत्रण नहीं। साउथ अफ्रीका का अगला मुकाबला अफगानिस्तान से है। लुंगी नगिडी उस मैच के लिए फिट हो जाएंगे। डु प्लेसिस को उम्मीद है कि उसकी टीम यहां से मोमेंटम हासिल कर लेगी।

शुरुआती तीनों मैच हारी
साउथ अफ्रीका को अपने पहले मैच में इंग्लैंड के हाथों 104 रनों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। इसके बाद उसे बांग्लादेश ने मात दी। 21 रनों की यह हार उसे काफी महंगी पड़ी। भारत के खिलाफ खेले गए अपने तीसरे मैच में उसे छह विकेट से हार मिली।

आगे किससे मुकाबले
साउथ अफ्रीका के लिए आने वाले मैच भी काफी चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं। टीम को अगला मैच 15 तारीख को अफगानिस्तान के खिलाफ खेलना है। साउथ अफ्रीकी टीम इस मैच को अपने लिए फॉर्म हासिल करने के मौके के तौर पर देख सकती है। हालांकि इसके बाद उसे न्यू जीलैंड और पाकिस्तान से भिड़ना है। 28 जून को टीम श्री लंका से भिड़ेगी और फिर 6 जुलाई को अपना आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेगी।

यूनिट की तरह खेलना होगा
साउथ अफ्रीकी टीम अभी तक इस विश्व कप में एक टीम के तौर पर खेलती नजर नहीं आई है। हाशिम अमला लगातार खराब फॉर्म में हैं और मिडल ऑर्डर में मार्करम और खुद कप्तान डु प्लेसिस को भी अधिक जिम्मेदारी उठानी होगी। लुंगी नगिडी के लौटने से गेंदबाजी को धार मिलेगी। लेकिन अब साउथ अफ्रीका के पास गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। हालांकि सभी मैच जीतकर भी नॉकआउट की सीट पक्की नहीं है लेकिन एक और हार जरूर उसका रास्ता बंद कर देगी।

पहले भी हुआ है ऐसा
1992 के विश्व कप में पाकिस्तानी टीम शुरुआती पांच मैचों में से तीन मैच हार चुकी थी। इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में किस्मत ने उसका साथ दिया था जब सिर्फ 74 रनों पर ऑल आउट होने के बाद बारिश की वजह से उसे एक अंक मिल गया था। इसके बाद पाकिस्तानी टीम को हर मैच में जीत हासिल करनी जरूरी थी और इमरान खान की टीम ने ऐसा कर दिखाया और फिर 25 मार्च 1992 को मेलबर्न में इंग्लैंड को ही मात दे वर्ल्ड कप जीता। साउथ अफ्रीकी टीम के प्रशंसक और खिलाड़ी भी अब यही उम्मीद कर रहे होंगे कि वह 'खराब वक्त' अभी गुजर गया और आगे किस्मत उनका साथ देगी।
15 जून, शनिवारसाउथ अफ्रीका बनाम अफगानिस्तानसोफिया गार्डंस, कार्डिफशाम 6 बजे
19 जून, बुधवारन्यू जीलैंड बनाम साउथ अफ्रीकाएजबेस्टन, बर्मिंगमदोपहर 3 बजे
23 जून, रविवारपाकिस्तान बनाम साउथ अफ्रीकालॉर्ड्स, लंदनदोपहर 3 बजे
28 जून, शुक्रवारश्री लंका बनाम साउथ अफ्रीकाचेस्टर ली स्ट्रीटदोपहर 3 बजे
06 जुलाई, शनिवारऑस्ट्रेलिया बनाम साउथ अफ्रीकाओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टरशाम 6 बजे

अगला लेख

Sportsकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग