चेन्नै, भगवती प्रसाद
रेकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी की कामयाबी की गवाही देते हैं। वह भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। पर बात सिर्फ क्रिकेट और कप्तानी की नहीं है। 2011 वर्ल्ड कप जीत के बाद धोनी ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'मेरे घर पर तीन कुत्ते हैं। मैं सीरीज हारूं या जीतूं उनका व्यवहार मेरे लिए कभी नहीं बदलता। सुबह देर से उठना, अपनी बाइक्स को साफ करना, दोस्तों और परिवार के साथ अच्छा वक्त बिताना, दोस्तों के साथ राइड पर जाना और सड़क किनारे किसी ढाबे पर लंच या डिनर करना मेरे पसंदीदा टाइम पास है।'
आईपीएल की टीम चेन्नै सुपरकिंग्स के लिए धोनी की कप्तानी में खेल चुके ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज खिलाड़ी माइकल हसी भी उनके व्यवहार की तारीफ करते हैं। हसी कहते हैं कि धोनी की कप्तानी की सबसे अच्छी बात यह है कि वह खिलाड़ियों को इस बात का 'अहसास' करवाते हैं कि उनके निजी जीवन में क्रिकेट सबसे महत्वपूर्ण चीज नहीं है।
हसी ने शनिवार को टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक खास बातचीत में कहा, 'धोनी एक शानदार कप्तान हैं, उनकी कप्तानी में खेलना मुझे काफी पसंद है। वह खिलाड़ियों को नया नजरिया और सोच देते हैं। वह उन्हें अहसास कराते हैं कि हालांकि क्रिकेट महत्वपूर्ण है लेकिन यह किसी के निजी जीवन में सबसे जरूरी चीज नहीं है।'
मिस्टर क्रिकेट के नाम से मशहूर हसी ने कहा, 'धोनी ने भारतीय टीम को खेल के सभी प्रारूपों में कामयाब होने में मदद की है, पर इससे ज्यादा उन्होंने खिलाड़ियों को बेहतर इनसान बनाने का काम किया है। उनकी धैर्य लाजवाब है। उनके पास खिलाड़ियों को शांत रखने, खेल का मजा लेने और बहुत ज्यादा दबाव न लेने देने की अद्भुत क्षमता है। भारत जैसे देश में यह आसान काम नहीं है जहां क्रिकेट एक धर्म है।
41 वर्षीय हसी ने अलग-अलग टीमों में रिकी पोंटिंग, माइकल हसी और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेला है। हसी ने कहा- 'हसी ने कहा सभी ने अपने व्यक्तित्व के हिसाब से टीम की कप्तानी की। अपने-अपने हिसाब से सभी बढ़िया कप्तान थे।'
हसी ने कहा कि धोनी ने भारतीय क्रिकेट को एक मजबूत मुकाम पर पहुंचाकर ही कप्तानी छोड़ी है। उन्होंने कहा, 'धोनी ने बेशक यह सोचा होगा कि टीम और भारतीय क्रिकेट के लिए आगे बढ़ने का यह शायद सही वक्त है।'
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें: MS Dhoni gave players perspective: Mike Hussey
रेकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी की कामयाबी की गवाही देते हैं। वह भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। पर बात सिर्फ क्रिकेट और कप्तानी की नहीं है। 2011 वर्ल्ड कप जीत के बाद धोनी ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'मेरे घर पर तीन कुत्ते हैं। मैं सीरीज हारूं या जीतूं उनका व्यवहार मेरे लिए कभी नहीं बदलता। सुबह देर से उठना, अपनी बाइक्स को साफ करना, दोस्तों और परिवार के साथ अच्छा वक्त बिताना, दोस्तों के साथ राइड पर जाना और सड़क किनारे किसी ढाबे पर लंच या डिनर करना मेरे पसंदीदा टाइम पास है।'
आईपीएल की टीम चेन्नै सुपरकिंग्स के लिए धोनी की कप्तानी में खेल चुके ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज खिलाड़ी माइकल हसी भी उनके व्यवहार की तारीफ करते हैं। हसी कहते हैं कि धोनी की कप्तानी की सबसे अच्छी बात यह है कि वह खिलाड़ियों को इस बात का 'अहसास' करवाते हैं कि उनके निजी जीवन में क्रिकेट सबसे महत्वपूर्ण चीज नहीं है।
हसी ने शनिवार को टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक खास बातचीत में कहा, 'धोनी एक शानदार कप्तान हैं, उनकी कप्तानी में खेलना मुझे काफी पसंद है। वह खिलाड़ियों को नया नजरिया और सोच देते हैं। वह उन्हें अहसास कराते हैं कि हालांकि क्रिकेट महत्वपूर्ण है लेकिन यह किसी के निजी जीवन में सबसे जरूरी चीज नहीं है।'
मिस्टर क्रिकेट के नाम से मशहूर हसी ने कहा, 'धोनी ने भारतीय टीम को खेल के सभी प्रारूपों में कामयाब होने में मदद की है, पर इससे ज्यादा उन्होंने खिलाड़ियों को बेहतर इनसान बनाने का काम किया है। उनकी धैर्य लाजवाब है। उनके पास खिलाड़ियों को शांत रखने, खेल का मजा लेने और बहुत ज्यादा दबाव न लेने देने की अद्भुत क्षमता है। भारत जैसे देश में यह आसान काम नहीं है जहां क्रिकेट एक धर्म है।
41 वर्षीय हसी ने अलग-अलग टीमों में रिकी पोंटिंग, माइकल हसी और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेला है। हसी ने कहा- 'हसी ने कहा सभी ने अपने व्यक्तित्व के हिसाब से टीम की कप्तानी की। अपने-अपने हिसाब से सभी बढ़िया कप्तान थे।'
हसी ने कहा कि धोनी ने भारतीय क्रिकेट को एक मजबूत मुकाम पर पहुंचाकर ही कप्तानी छोड़ी है। उन्होंने कहा, 'धोनी ने बेशक यह सोचा होगा कि टीम और भारतीय क्रिकेट के लिए आगे बढ़ने का यह शायद सही वक्त है।'
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें: MS Dhoni gave players perspective: Mike Hussey