प्रवीण मोहता, कानपुर
टीम इंडिया के ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी और नवनियुक्त कैप्टन विराट कोहली में कोई खास फर्क नहीं है। दोनों एक जैसे कप्तान हैं। धोनी की तरह विराट भी प्लेयर्स में जबर्दस्त आत्मविश्वास भरते हैं। खिलाड़ी इससे काफी खुश हैं। T-20 वर्ल्ड कप के बाद मैं कड़े इम्तिहान से गुजरा और कई जरूरी चीजें सीखीं। कानपुर में गुरुवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही T-20 सीरीज में चुने गए पांड्या ने कहा कि T-20 वर्ल्ड कप के बाद मैंने कुछ सुधार के पहलू से कई चीजें सीखीं।
इंडिया-A टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया टूर मेरे के लिए काफी अहम रहा। मैंने राहुल द्रविड़ से काफी सीखा। फिटनेस, खेल और दिमागी मजबूती का यह एक कंप्लीट पैकेज था। पारस महाम्ब्रे भी काफी मददगार रहे। इसके बाद पंड्या ने कोलकाता में खेले गए तीसरे वनडे मैच में अपनी गलत शॉट सिलेक्शन की बात भी मानी।
कोलकाता वनडे में फिफ्टी पूरी करने के बाद एक खराब शॉट पर आउट हुए पांड्या ने कहा कि मैं महसूस करता हूं कि मुझे वह शॉट नहीं खेलना चाहिए था। मेरे दिमाग में था कि रन रेट बढ़ रहा है और किसी एक को रिस्क लेना पड़ेगा। लग रहा था कि केदार जाधव अंत तक पिच पर रहेंगे और मैंने बड़े शॉट खेलने शुरू कर दिए। मैं आउट हो गया, लेकिन अगली बार अच्छा शॉट खेलूंगा। हालांकि हमें अपनी गलतियों को स्वीकार करना और सीखना आना चाहिए।
टीम में नए और अनुभवी प्लेयर्स के कॉम्बिनेशन पर इस खिलाड़ी ने कहा कि मैं हर किसी के साथ आराम से खेल लेता हूं। कोई फर्क नहीं पड़ता। आशीष नेहरा के साथ मैं पहले भी खेल चुका हूं। उनके साथ बॉलिंग करना शानदार एक्सपीरियंस होगा। हम सिर्फ बेसिक्स पर फोकस करेंगे। टेस्ट और वनडे से मिला आत्मविश्वास हमारे काम आएगा।
टीम इंडिया के ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी और नवनियुक्त कैप्टन विराट कोहली में कोई खास फर्क नहीं है। दोनों एक जैसे कप्तान हैं। धोनी की तरह विराट भी प्लेयर्स में जबर्दस्त आत्मविश्वास भरते हैं। खिलाड़ी इससे काफी खुश हैं। T-20 वर्ल्ड कप के बाद मैं कड़े इम्तिहान से गुजरा और कई जरूरी चीजें सीखीं। कानपुर में गुरुवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही T-20 सीरीज में चुने गए पांड्या ने कहा कि T-20 वर्ल्ड कप के बाद मैंने कुछ सुधार के पहलू से कई चीजें सीखीं।
इंडिया-A टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया टूर मेरे के लिए काफी अहम रहा। मैंने राहुल द्रविड़ से काफी सीखा। फिटनेस, खेल और दिमागी मजबूती का यह एक कंप्लीट पैकेज था। पारस महाम्ब्रे भी काफी मददगार रहे। इसके बाद पंड्या ने कोलकाता में खेले गए तीसरे वनडे मैच में अपनी गलत शॉट सिलेक्शन की बात भी मानी।
कोलकाता वनडे में फिफ्टी पूरी करने के बाद एक खराब शॉट पर आउट हुए पांड्या ने कहा कि मैं महसूस करता हूं कि मुझे वह शॉट नहीं खेलना चाहिए था। मेरे दिमाग में था कि रन रेट बढ़ रहा है और किसी एक को रिस्क लेना पड़ेगा। लग रहा था कि केदार जाधव अंत तक पिच पर रहेंगे और मैंने बड़े शॉट खेलने शुरू कर दिए। मैं आउट हो गया, लेकिन अगली बार अच्छा शॉट खेलूंगा। हालांकि हमें अपनी गलतियों को स्वीकार करना और सीखना आना चाहिए।
टीम में नए और अनुभवी प्लेयर्स के कॉम्बिनेशन पर इस खिलाड़ी ने कहा कि मैं हर किसी के साथ आराम से खेल लेता हूं। कोई फर्क नहीं पड़ता। आशीष नेहरा के साथ मैं पहले भी खेल चुका हूं। उनके साथ बॉलिंग करना शानदार एक्सपीरियंस होगा। हम सिर्फ बेसिक्स पर फोकस करेंगे। टेस्ट और वनडे से मिला आत्मविश्वास हमारे काम आएगा।