विजय टेगौर, मुंबई
रवि शास्त्री के भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के रूप में दूसरे कार्यकाल के दौरान कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। शुरुआती जानकारी से पता चला है कि फिटनेस पर काफी जोर होगा और इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में नई ओपनिंग साझेदारी को भी आजमाया जा सकता है। हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर के अनुसार, कोचिंग स्टाफ देश के लिए खेलने के लिए फिटनेस के पैमाने को और बढ़ाने वाला है। मुख्य कोच इस मामले में सभी पक्षों के साथ एक खास मीटिंग कर सकते हैं। लेकिन इस बीच पता चला है कि यो-यो टेस्ट के जरिए टीम में जगह बनाने के पैमाने को सख्त किया जा सकता है। अभी 16.1 अंक हासिल कर खिलाड़ी टीम में जगह बनाने के योग्य हो जाते हैं, इसे बढ़ाकर 17 किए जाने पर विचार किया जा सकता है।
यो-यो टेस्ट दुनियाभर में खिलाड़ियों की फिटनेस को मापने का पैमाना है। इससे पहले भी कई भारतीय क्रिकेटरों को इसमें अंक हासिल करने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी है। और अब यह और कड़ा होने वाला है तो बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग के अलावा फिटनेस पर और अधिक ध्यान देना होगा।
मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा, 'फिटनेस दुनिया भर में काफी अहम है और टीम के लिए क्वॉलिफाइ होने के न्यूनतम अंक 17 होंगे।'
इन नए पैमानों को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से आजमाया जा सकता है। तीन टी20 इंटरनैशनल मैचों की सीरीज 15 सितंबर से शुरू होगी।
रोहित को मिल सकती है टेस्ट में जगह
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के बाद टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। सूत्रों के हवाले से पुख्ता जानकारी मिल रही है कि रोहित शर्मा को सलामी बल्लेबाज के तौर पर आजमाया जा सकता है। सौरभ गांगुली समेत कई पुराने क्रिकेटर रोहित को टेस्ट क्रिकेट में ओपनर बनाए जाने की वकालत कर चुके हैं। अब लगता है कि टीम प्रबंधन भी इस राह पर सोच रहा है।
मिडल ऑर्डर में अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, विकेटकीपर ऋषभ पंत के अलावा विराट कोहली के मिडल ऑर्डर में होने के कारण रोहित टेस्ट टीम में जगह नहीं बना पा रहे हैं।
गांगुली ने हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने कॉलम में कहा था कि अजिंक्य रहाणे मिडल ऑर्डर को मजबूती दे सकते हैं और ऐसे में रोहित को पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
रोहित अगर पारी की शुरुआत करते हैं तो केएल राहुल और मयंक अग्रवाल में से किसी एक को उनके लिए जगह बनानी होगी। हालांकि मौजूदा फॉर्म को देखते हुए राहुल के ही टीम से बाहर होने की संभावना अधिक नजर आती है। राहुल ने 36 टेस्ट मैचों में 34.58 के औसत से 5 शतक और 11 हाफ सेंचुरी की मदद से रन बनाए हैं। तो ऐसे में जब 2 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में रोहित शर्मा मयंक अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत करने उतर सकते हैं।
रवि शास्त्री के भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के रूप में दूसरे कार्यकाल के दौरान कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। शुरुआती जानकारी से पता चला है कि फिटनेस पर काफी जोर होगा और इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में नई ओपनिंग साझेदारी को भी आजमाया जा सकता है। हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर के अनुसार, कोचिंग स्टाफ देश के लिए खेलने के लिए फिटनेस के पैमाने को और बढ़ाने वाला है।
यो-यो टेस्ट दुनियाभर में खिलाड़ियों की फिटनेस को मापने का पैमाना है। इससे पहले भी कई भारतीय क्रिकेटरों को इसमें अंक हासिल करने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी है। और अब यह और कड़ा होने वाला है तो बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग के अलावा फिटनेस पर और अधिक ध्यान देना होगा।
मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा, 'फिटनेस दुनिया भर में काफी अहम है और टीम के लिए क्वॉलिफाइ होने के न्यूनतम अंक 17 होंगे।'
इन नए पैमानों को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से आजमाया जा सकता है। तीन टी20 इंटरनैशनल मैचों की सीरीज 15 सितंबर से शुरू होगी।
रोहित को मिल सकती है टेस्ट में जगह
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के बाद टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। सूत्रों के हवाले से पुख्ता जानकारी मिल रही है कि रोहित शर्मा को सलामी बल्लेबाज के तौर पर आजमाया जा सकता है। सौरभ गांगुली समेत कई पुराने क्रिकेटर रोहित को टेस्ट क्रिकेट में ओपनर बनाए जाने की वकालत कर चुके हैं। अब लगता है कि टीम प्रबंधन भी इस राह पर सोच रहा है।
मिडल ऑर्डर में अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, विकेटकीपर ऋषभ पंत के अलावा विराट कोहली के मिडल ऑर्डर में होने के कारण रोहित टेस्ट टीम में जगह नहीं बना पा रहे हैं।
गांगुली ने हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने कॉलम में कहा था कि अजिंक्य रहाणे मिडल ऑर्डर को मजबूती दे सकते हैं और ऐसे में रोहित को पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
रोहित अगर पारी की शुरुआत करते हैं तो केएल राहुल और मयंक अग्रवाल में से किसी एक को उनके लिए जगह बनानी होगी। हालांकि मौजूदा फॉर्म को देखते हुए राहुल के ही टीम से बाहर होने की संभावना अधिक नजर आती है। राहुल ने 36 टेस्ट मैचों में 34.58 के औसत से 5 शतक और 11 हाफ सेंचुरी की मदद से रन बनाए हैं। तो ऐसे में जब 2 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में रोहित शर्मा मयंक अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत करने उतर सकते हैं।