नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम मौजूदा साउथ अफ्रीका (IND v SA) दौरे पर टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद वनडे सीरीज भी हार चुकी है। मेजबान टीम ने पार्ल के बोलैंड पार्क में खेले गए सीरीज के दूसरे वनडे में भारत को 7 विकेट से हराकर 3 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। केएल राहुल की कप्तानी वाली टीम इंडिया पर अब क्लीन स्वीप की हार का खतरा मंडरा रहा है। चोट के बाद वापसी करने वाले अनुभवी पेसर भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने एक बार फिर निराश किया। साउथ अफ्रीकी दौरे पर भुवी से काफी उम्मीदें थीं लेकिन उन्होंने शुरुआती 2 वनडे में निराश किया है। भुवनेश्वर लय में गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं। भुवी की रफ्तार और स्विंग गायब नजर आ रही है।
दूसरे वनडे में अपने 8 ओवर के कोटे में भुवनेश्वर ने 67 रन लुटा डाले। इस दौरान उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी। हद तो तब हो गई जब भुवी ने अपने शुरुआती 4 ओवर में 40 रन दे डाले।
इससे पहले सीरीज के पहले वनडे में भुवी ने 10 ओवर की गेंदबाजी की थी और उसमें भी वह 64 रन खर्च करने के बाद कोई विकेट नहीं झटक सके थे। ऐसे में भुवनेश्वर की गेंदबाजी पर अब सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
टीम इंडिया के मुख्य स्ट्राइक गेंदबाजों में शुमार भुवी से पारी की शुरुआत में विकेट झटकने की उम्मीद की जाती है लेकिन मौजूदा सीरीज में अभी तक वह इसमें असफल रहे हैं। दाएं हाथ के पेसर भुवी वही गेंदबाज हैं जो नई गेंद से भारत के मुख्य हथियार माने जाते थे। 'नकल बॉल' के जरिए भुवी ने कई बार दिग्गज बल्लेबाजों को गच्चा दिया।
चोट के कारण टीम से होते रहे अंदर बाहर
पिछले कुछ वर्षों से चोट के कारण भुवी टीम से अंदर बाहर होते रहे हैं। चोट के बाद भुवी ने पिछले साल यूएई में खेले गए टी20 विश्व कप 2021 के जरिए टीम इंडिया में वापसी करने में सफल रहे थे। पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में भुवनेश्वर ने 3 ओवर में 25 रन दे दिए थे। उन्हें कोई विकेट हासिल नहीं हुआ था। इस मैच में पाक ने भारत को 10 विकेट से हरा दिया था। इसके बाद इस टूर्नामेंट में उन्हें आगे के मैचों में प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया।
पिछले 5 मैचों से भुवी की विकेट की झोली रही खाली
साउथ अफ्रीका की पिचें स्विंग गेंदबाजों के लिए मुफीद होती हैं। बावजूद इसके भुवी ने दक्षिण अफ्रीका में 7 वनडे में सिर्फ 2 विकेट ही चटकाए हैं। साउथ अफ्रीका दौरे पर पिछले 5 वनडे की बात करें तो विकेट के मामले में उत्तर प्रदेश के इस पेसर की झोली खाली रही है।
तीसरे वनडे से हो सकते हैं बाहर
31 वर्षीय भुवनेश्वर कुमार साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के तीसरे और आखिरी वनडे से बाहर हो सकते हैं। उनकी जगह टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) या प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) को मौका मिल सकता है।
दूसरे वनडे में अपने 8 ओवर के कोटे में भुवनेश्वर ने 67 रन लुटा डाले। इस दौरान उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी। हद तो तब हो गई जब भुवी ने अपने शुरुआती 4 ओवर में 40 रन दे डाले।
इससे पहले सीरीज के पहले वनडे में भुवी ने 10 ओवर की गेंदबाजी की थी और उसमें भी वह 64 रन खर्च करने के बाद कोई विकेट नहीं झटक सके थे। ऐसे में भुवनेश्वर की गेंदबाजी पर अब सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
टीम इंडिया के मुख्य स्ट्राइक गेंदबाजों में शुमार भुवी से पारी की शुरुआत में विकेट झटकने की उम्मीद की जाती है लेकिन मौजूदा सीरीज में अभी तक वह इसमें असफल रहे हैं। दाएं हाथ के पेसर भुवी वही गेंदबाज हैं जो नई गेंद से भारत के मुख्य हथियार माने जाते थे। 'नकल बॉल' के जरिए भुवी ने कई बार दिग्गज बल्लेबाजों को गच्चा दिया।
चोट के कारण टीम से होते रहे अंदर बाहर
पिछले कुछ वर्षों से चोट के कारण भुवी टीम से अंदर बाहर होते रहे हैं। चोट के बाद भुवी ने पिछले साल यूएई में खेले गए टी20 विश्व कप 2021 के जरिए टीम इंडिया में वापसी करने में सफल रहे थे। पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में भुवनेश्वर ने 3 ओवर में 25 रन दे दिए थे। उन्हें कोई विकेट हासिल नहीं हुआ था। इस मैच में पाक ने भारत को 10 विकेट से हरा दिया था। इसके बाद इस टूर्नामेंट में उन्हें आगे के मैचों में प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया।
पिछले 5 मैचों से भुवी की विकेट की झोली रही खाली
साउथ अफ्रीका की पिचें स्विंग गेंदबाजों के लिए मुफीद होती हैं। बावजूद इसके भुवी ने दक्षिण अफ्रीका में 7 वनडे में सिर्फ 2 विकेट ही चटकाए हैं। साउथ अफ्रीका दौरे पर पिछले 5 वनडे की बात करें तो विकेट के मामले में उत्तर प्रदेश के इस पेसर की झोली खाली रही है।
तीसरे वनडे से हो सकते हैं बाहर
31 वर्षीय भुवनेश्वर कुमार साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के तीसरे और आखिरी वनडे से बाहर हो सकते हैं। उनकी जगह टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) या प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) को मौका मिल सकता है।