दुबई
वर्ल्ड टी-20 में बांग्लादेश को करारा झटका लगा है। टीम के स्टार ऑलराउंडर शाकिब-अल-हसन हैमस्ट्रिंग इंजरी के चलते टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। टीम के अनुभवी खिलाड़ी शाकिब ने जरूर बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन वह अपनी टीम को सेमीफाइनल तक नहीं पहुंचा पाए। 34 वर्षीय इस खिलाड़ी के बाहर बैठने से बांग्लादेशी टीम अपनी बेंच स्ट्रेंथ परख सकती है क्योंकि अब खोने को कुछ बचा नहीं है। सिर्फ सम्मान की लड़ाई ही है।
वर्ल्ड टी-20 के सबसे सफल गेंदबाजी
2007 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट के इतिहास में शाकिब-अल-हसन का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा हुआ है। वह क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट के सबसे सफल गेंदबाज हैं, उनके नाम 41 विकेट हैं। इस रेकॉर्ड उन्होंने मौजूदा सीजन में ही श्रीलंका के खिलाफ मैच में बनाया था। इसी के साथ पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी पिछड़ गए थे, जो 2009 में वर्ल्ड टी-20 टाइटल जीतने वाली टीम के मेंबर थे। दोनों के बाद लसिथ मलिंगा (38) और सईद अजमल (36) का नाम आता है।
वर्ल्ड टी-20 में बांग्लादेश को करारा झटका लगा है। टीम के स्टार ऑलराउंडर शाकिब-अल-हसन हैमस्ट्रिंग इंजरी के चलते टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। टीम के अनुभवी खिलाड़ी शाकिब ने जरूर बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन वह अपनी टीम को सेमीफाइनल तक नहीं पहुंचा पाए। 34 वर्षीय इस खिलाड़ी के बाहर बैठने से बांग्लादेशी टीम अपनी बेंच स्ट्रेंथ परख सकती है क्योंकि अब खोने को कुछ बचा नहीं है। सिर्फ सम्मान की लड़ाई ही है।
वर्ल्ड टी-20 के सबसे सफल गेंदबाजी
2007 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट के इतिहास में शाकिब-अल-हसन का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा हुआ है। वह क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट के सबसे सफल गेंदबाज हैं, उनके नाम 41 विकेट हैं। इस रेकॉर्ड उन्होंने मौजूदा सीजन में ही श्रीलंका के खिलाफ मैच में बनाया था। इसी के साथ पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी पिछड़ गए थे, जो 2009 में वर्ल्ड टी-20 टाइटल जीतने वाली टीम के मेंबर थे। दोनों के बाद लसिथ मलिंगा (38) और सईद अजमल (36) का नाम आता है।