गुवाहाटी
भारतीय मुक्केबाजों ने AIBA महिला युवा विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन जारी रखा है। दो और मुक्केबाजों ने फाइनल में प्रवेश कर लिया है। इसके साथ ही अब खिताबी भिड़ंत में इनकी कुल संख्या पांच हो गई है। नीतू (48 किग्रा) और साक्षी चोपड़ा (54 किग्रा) ने शनिवार को अपने वर्ग की सेमीफाइनल बाउट जीती। यह भारत का इस प्रतियोगिता में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
यह चैंपियनशिप पहली बार भारत में आयोजित हो रही है। भारत के इतालवी कोच राफाएले बर्गामास्को ने कहा, 'हमारे सभी मुक्केबाजों का यह लाजवाब प्रदर्शन है। उन्होंने सिर्फ तकनीक ही नहीं बल्कि अपने से मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया है।'
नीतू शनिवार को चीन की युआन निए के खिलाफ सबसे पहले रिंग में उतरीं। पहले दो दौर में दोनों बराबरी पर थीं लेकिन अंतिम दौर में नीतू ने अपने सटीक पंचों से जजों को प्रभावित किया। अब नीतू फाइनल में कजाकिस्तान की झाजिरा उराकबाएवा से भिड़ेंगी, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में आयरलैंड की कैटलिन फ्रायर्स को मात दी।
उधर, साक्षी ने जापान की इरी सेना को आसानी से शिकस्त दी। एक दिन पहले शुक्रवार को ज्योति गुलिया (51 किग्रा), शशि चोपड़ा (57 किग्रा) और अंकुशिता बोरो (64 किग्रा) ने जीत दर्ज करते हुए अपने-अपने वजन वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया था।
हालांकि नेहा यादव ने 81 किग्रा से अधिक वजन वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया, वह शुक्रवार को अपनी पहली बाउट में हार गई थीं। गौरतलब है कि भारतीय टीम ने 2011 के बाद एक भी स्वर्ण पदक नहीं जीता है। वर्ष 2015 में भारत ने महज एक कांस्य पदक अपने नाम किया था।
भारतीय मुक्केबाजों ने AIBA महिला युवा विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन जारी रखा है। दो और मुक्केबाजों ने फाइनल में प्रवेश कर लिया है। इसके साथ ही अब खिताबी भिड़ंत में इनकी कुल संख्या पांच हो गई है। नीतू (48 किग्रा) और साक्षी चोपड़ा (54 किग्रा) ने शनिवार को अपने वर्ग की सेमीफाइनल बाउट जीती। यह भारत का इस प्रतियोगिता में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
यह चैंपियनशिप पहली बार भारत में आयोजित हो रही है। भारत के इतालवी कोच राफाएले बर्गामास्को ने कहा, 'हमारे सभी मुक्केबाजों का यह लाजवाब प्रदर्शन है। उन्होंने सिर्फ तकनीक ही नहीं बल्कि अपने से मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया है।'
नीतू शनिवार को चीन की युआन निए के खिलाफ सबसे पहले रिंग में उतरीं। पहले दो दौर में दोनों बराबरी पर थीं लेकिन अंतिम दौर में नीतू ने अपने सटीक पंचों से जजों को प्रभावित किया। अब नीतू फाइनल में कजाकिस्तान की झाजिरा उराकबाएवा से भिड़ेंगी, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में आयरलैंड की कैटलिन फ्रायर्स को मात दी।
उधर, साक्षी ने जापान की इरी सेना को आसानी से शिकस्त दी। एक दिन पहले शुक्रवार को ज्योति गुलिया (51 किग्रा), शशि चोपड़ा (57 किग्रा) और अंकुशिता बोरो (64 किग्रा) ने जीत दर्ज करते हुए अपने-अपने वजन वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया था।
हालांकि नेहा यादव ने 81 किग्रा से अधिक वजन वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया, वह शुक्रवार को अपनी पहली बाउट में हार गई थीं। गौरतलब है कि भारतीय टीम ने 2011 के बाद एक भी स्वर्ण पदक नहीं जीता है। वर्ष 2015 में भारत ने महज एक कांस्य पदक अपने नाम किया था।