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Assam Mizoram News: सीमा संघर्ष पर बोले हिमंता बिस्व शर्मा, 'फायरिंग के दौरान मैंने मिजोरम के सीएम को छह बार कॉल किया, उन्होंने सॉरी कहा'

असम-मिजोरम सीमा पर हुई हिंसा के बाद दोनों राज्यों के सीएम के बीच जुबानी जंग जारी है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व शर्मा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने उनसे माफी मांगी। हिमंता ने आरोप लगाया कि मिजोरम रिजर्व फॉरेस्ट इलाके में कब्जा करने की कोशिश कर रहा है जिसे वह नहीं होने देंगे।

Curated byशेफाली श्रीवास्तव | नवभारतटाइम्स.कॉम 27 Jul 2021, 2:20 pm

हाइलाइट्स

  • असम-मिजोरम सीमा पर हिंसा के बाद दोनों राज्यों के सीएम के बीच जुबानी जंग जारी
  • हिमंता बिस्व शर्मा ने दावा किया कि मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने उनसे माफी मांगी
  • हिमंता ने आरोप लगाया कि मिजोरम कर रहा रिजर्व फॉरेस्ट इलाके में कब्जा करने की कोशिश

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गुवाहाटी
असम-मिजोरम सीमा पर हिंसा के बाद दोनों राज्यों में तनाव बढ़ गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व शर्मा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने उनसे माफी मांगी। हिमंता ने आरोप लगाया कि मिजोरम रिजर्व फॉरेस्ट इलाके में कब्जा करने की कोशिश कर रहा है जिसे वह नहीं होने देंगे। साथ ही उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हिमंता बिस्व शर्मा ने कहा, 'जब फायरिंग हो रही थी, मैंने मिजोरम के मुख्यमंत्री को छह बार कॉल किया। उन्होंने सॉरी कहा और मुझे बातचीत के लिए आइजोल बुलाया। कोई भी हमारी जमीन का एक इंच नहीं ले सकता है। हम अपने क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बॉर्डर पर पुलिस तैनात है।'

'कांग्रेस के समय भी हुआ था विवाद'
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह राजनैतिक मुद्दा नहीं है। यह दो राज्यों के बीच सीमा विवाद है जो काफी लंबे समय से चला आ रहा है। इस तरह का विवाद तब भी हुआ है जब दोनों तरफ कांग्रेस की सरकार थी। यह दो राज्यों के बीच विवाद है न कि दो राजनैतिक दलों के बीच।'

'विवाद जमीन को लेकर नहीं, जंगल को लेकर है'
हिंसा की वजह पर हिमंता बिस्व शर्मा ने बताया, 'यहां एक रिजर्व फॉरेस्ट है। क्या रिजर्व फॉरेस्ट का इस्तेमाल आबादी के बसने के लिए किया जा सकता है? विवाद जमीन को लेकर नहीं है, जंगल को लेकर है। असम जंगल को संरक्षित करना चाहता है।'

हिमंता ने आगे बताया, 'हम वन क्षेत्र में कोई आबादी नहीं बसाना चाहते। सैटलाइट इमेज की मदद से आप देखते हैं कि वहां कितना अतिक्रमण हुआ है। असम सरकार ने भी इस पर एक (कानून) मुकदमे के साथ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है।'

शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद
मिजोरम के साथ सीमा हिंसा में मारे गए प्रत्येक पुलिस जवान के परिवार को असम सरकार 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी। प्रत्येक घायल को एक लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा असम सरकार ने घायल एसपी को इलाज के लिए मुंबई भेजा है।

असम ने फायरिंग शुरू की, ग्रेनेड फेंके: जोरामथांगा
मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने आरोप लगाया,'करीब 200 असम पुलिसकर्मी बॉर्डर पार करके आए और मिजोरम की तरफ सीआरपीएफ पोस्ट को रौंद दिया। असम की तरफ से फायरिंग की शुरुआत हुई। उन्होंने ग्रेनेड फेंके और मशीन गन का इस्तेमाल किया।'
लेखक के बारे में
शेफाली श्रीवास्तव
शेफाली श्रीवास्तव सीनियर डिजिटल कॉन्टेट प्रोड्यूसर हैं। दैनिक भास्कर, नवभारत टाइम्स, गांव कनेक्शन और एनबीटी डिजिटल के साथ पत्रकारिता में 9 साल का अनुभव। पॉलिटिक्स से लेकर, स्पोर्ट्स, हेल्थ, वुमन, वाइल्डलाइफ और एंटरटेनमेंट में रुचि। पत्रकारिता में नए प्रयोगों के साथ सीखने की ललक।... और पढ़ें

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