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Assam flood: असम में अगले 5 दिनों तक होगी भारी बारिश, IMD के 'रेड' अलर्ट के बीच कैसे हैं हालात

Assam Flood News: असम में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी दी है। इसको लेकर असम में रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। राज्य के कई जिलों में बारिश के चलते ब्रह्मपुत्र समेत कई नदियां खतरे के निशान को पार करती दिख रही हैं, जोकि चिंता का विषय है।

Reported byMukut Das | Edited byराघवेंद्र सिंह | टाइम्स न्यूज नेटवर्क 19 Jun 2023, 1:34 pm
गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति में रविवार को कोई बदलाव नहीं आया है। इसके चलते 14 जिलों के 33,000 से अधिक लोग अभी भी विनाशकारी जलप्रलय से प्रभावित हैं। हालात यह हैं कि राज्य के कई हिस्सों में सड़क संपर्क अब भी टूटा हुआ है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को अगले पांच दिनों में असम के कई जिलों में बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी करते हुए 'रेड' अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी ऐसे समय में आई है, जब पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश के कारण असम में इस साल बाढ़ की पहली लहर देखी जा रही है।
नवभारतटाइम्स.कॉम ASSAM FLOOD
असम में बाढ़ से बिगड़े हालात


गुवाहाटी आईएमडी ने जारी किया बुलेटिन

एक विशेष मौसम बुलेटिन में, गुवाहाटी स्थित आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार और सोमवार के लिए 'रेड' अलर्ट जारी किया है। इसमें बताया गया है कि अगले 24 घंटे में 7-11 सेमी बारिश और उसके अगले 24 घंटों में बहुत भारी (11-20 सेमी) तक बारिश हो सकती है। कोकराझार, चिरांग, बक्सा, बारपेटा और बोंगाईगांव के निचले असम जिलों के बारे में बताया गया है। इसी अवधि के दौरान, धुबरी, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, नलबाड़ी, दीमा हसाओ, कछार, गोलपारा और करीमगंज जिलों में ज्यादा भारी बारिश होने की संभावना है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के दैनिक बुलेटिन के अनुसार, बाढ़ प्रभावित आबादी में 3,215 बच्चे शामिल हैं।

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लखीमपुर सबसे ज्यादा प्रभावित जिला

लखीमपुर, ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर सबसे अधिक प्रभावित जिला है। यहां जिले के 21 गांवों में 25,000 से अधिक लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। इसके बाद ऊपरी असम में डिब्रूगढ़ जिला है, जहां 3,000 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। एएसडीएमए ने कहा कि बुरिदेहिंग नदी के बढ़ते जल स्तर से डीआरडीए रिंग बांध से लगभग 4-5 मीटर की दूरी पर गंभीर कटाव हुआ है। अगर रिंग बांध टूट गया तो ब्रह्मपुत्र डिब्रूगढ़ जिले को जलमग्न कर देगी। अन्य बाढ़ प्रभावित जिले बिश्वनाथ, कछार, दारंग, धेमाजी, गोलाघाट, होजई, नागांव, नलबाड़ी, सोनितपुर, तिनसुकिया और उदलगुरी हैं।

केंद्रीय जल आयोग ने भी चेताया

केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के दैनिक बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में, ब्रह्मपुत्र सहित कई नदियां या तो सामान्य या खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। सीडब्ल्यूसी ने अगले दो दिनों के लिए कोकराझार, धुबरी, बक्सा, बारपेटा और कामरूप जिलों में बारिश की संभावना की है। ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियां जिनमें, पुथिमारी, ऐ, बेकी, पगलादिया, कोपिली और संकोश हैं, इनके जल स्तर में वृद्धि की भविष्यवाणी की गई है।

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खतरे के निशान को पार कर रहीं नदियां

बराक घाटी में दीमा हसाओ, कछार और करीमगंज जिलों में लोंगई, सिंगला और कुशियारा नदी में भी जल स्तर में वृद्धि की भविष्यवाणी की गई है। नागांव जिले में, कोपिली नदी खतरे के निशान से 60 मीटर से ऊपर बह रही है, जिसमें 20 मिमी/घंटे की गिरावट का रुख है। वहीं बुरिदेहिंग नदी मार्गेरिटा में खतरे के निशान से 134 मीटर ऊपर बह रही है।

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गिर सकती है 30 साल पुरानी दीवार

ब्रह्मपुत्र धुबरी, डिब्रूगढ़, सोनितपुर और जोरहाट जिलों में सामान्य स्तर से ऊपर बह रही है, जबकि नलबाड़ी में पगलाडिया नदी, धुबरी में संकोश, बारपेटा में बेकी, मोरीगांव में कोपिली, लखीमपुर में सुबनसिरी और जियाभरली में सामान्य स्तर से ऊपर बह रही है। लगातार बारिश से आई बाढ़ ने गुवाहाटी में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भरालू नदी चैनल की लगभग 30 साल पुरानी सुरक्षा दीवार में शहर के अनिल नगर में दरार आ गई है और यह कभी भी गिर सकती है। यदि दीवार गिरती है तो नदी नाले का पानी एक विशाल क्षेत्र को जलमग्न कर देगा। जिला प्रशासन ने गार्ड की दीवार को सहारा देने के लिए बांस के खंभे लगा दिए हैं ताकि वह गिरे नहीं।
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Mukut Das

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