चंदन कुमार, आरा
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से लेकर बिहार के बक्सर के बाद भोजपुर जिले में भी गंगा नदी में शव दिखे तो हड़कंप मच गया। खोजबीन में जिला प्रशासन को तीन शव मिले। फिर उनका नियम के मुताबिक डिस्पोजल किया गया।
बड़हरा के सिन्हा घाट पर गंगा नदी से तलाशी के बाद तीन शवों को निकाला गया, जिनमें एक महिला और दो पुरुष के थे। तीनों शवों को बाहर निकालने के बाद मेडिकल टीम ने परीक्षण किया। शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने की हालत में उसका बिसरा सुरक्षित रख लिया गया। इसके बाद जेसीबी से गड्ढा खोदकर तीनों शवों को दफना दिया गया। अब इस क्षेत्र में नाव से लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी स्थल पर मौजूद है ताकि सावधानियां बरतते हुए नदी से मिलने वाले शवों का डिस्पोजल कराया जा सके। दरअसल एक वीडियो सामने आया था जिसके बाद प्रशासन की टीम हरकत में आई। बड़हरा थाना क्षेत्र के सिन्हा घाट पर गंगा नदी के किनारे लगे शवों को बांस के सहारे बीच धार में बहाने का वीडियो था। वीडियो डीएम के पास भी पहुंचा, जिसके बाद प्रशासनिक कार्रवाई शुरू हुई।
गंगा नदी में शवों का वीडियो देख डीएम रोशन कुशवाहा ने दल-बल के साथ अफसरों को रवाना किया। एसडीओ वैभव श्रीवास्तव के नेतृत्व में एसडीपीओ पंकज रावत, बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, सीओ रामबचन राम, कृष्णगढ़ थाना प्रभारी अरविंद कुमार, ख्वासपुर ओपी प्रभारी नागेंद्र कुमार और सिन्हा ओपी प्रभारी केके चौधरी मौके पर मौजूद थे। शवों को जलाए जाने का कोई निशान नहीं मिला। इससे जाहिर है कि इन्हें बिना जलाए ही प्रवाहित किया गया था। कोरोना से मौत के बाद शवों को गंगा में बहाए जाने की चौतरफा चर्चा है।
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से लेकर बिहार के बक्सर के बाद भोजपुर जिले में भी गंगा नदी में शव दिखे तो हड़कंप मच गया। खोजबीन में जिला प्रशासन को तीन शव मिले। फिर उनका नियम के मुताबिक डिस्पोजल किया गया।
बड़हरा के सिन्हा घाट पर गंगा नदी से तलाशी के बाद तीन शवों को निकाला गया, जिनमें एक महिला और दो पुरुष के थे। तीनों शवों को बाहर निकालने के बाद मेडिकल टीम ने परीक्षण किया। शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने की हालत में उसका बिसरा सुरक्षित रख लिया गया। इसके बाद जेसीबी से गड्ढा खोदकर तीनों शवों को दफना दिया गया। अब इस क्षेत्र में नाव से लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी स्थल पर मौजूद है ताकि सावधानियां बरतते हुए नदी से मिलने वाले शवों का डिस्पोजल कराया जा सके।
गंगा नदी में शवों का वीडियो देख डीएम रोशन कुशवाहा ने दल-बल के साथ अफसरों को रवाना किया। एसडीओ वैभव श्रीवास्तव के नेतृत्व में एसडीपीओ पंकज रावत, बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, सीओ रामबचन राम, कृष्णगढ़ थाना प्रभारी अरविंद कुमार, ख्वासपुर ओपी प्रभारी नागेंद्र कुमार और सिन्हा ओपी प्रभारी केके चौधरी मौके पर मौजूद थे। शवों को जलाए जाने का कोई निशान नहीं मिला। इससे जाहिर है कि इन्हें बिना जलाए ही प्रवाहित किया गया था। कोरोना से मौत के बाद शवों को गंगा में बहाए जाने की चौतरफा चर्चा है।