आरा
बिहार के भोजपुर जिले में आरा सदर अस्पताल में बंद पड़े आईसीयू को शनिवार के शुरू कर दिया गया। सिविल सर्जन डॉ एलपी झा के दिशा-निर्देश में चिकित्सकों की बड़ी टीम की कोशिश से सदर अस्पताल के आईसीयू को चालू कर दिया गया है। फिलहाल तीन आईसीयू बेड पर गंभीर मरीजों को शिफ्ट कर उनका इलाज भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को आईसीयू में इलाज करने के बजाए किताब और कार्टून रखने की खबर nbt.com ने प्रमुखता से चलाई थी। जिसके बाद आनन-फानन में जिला पदाधिकारी के निर्देश पर आईसीयू से किताबों और कार्टून को हटाकर आईसीयू वार्ड को शुरू कर दिया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, यह आईसीयू डॉक्टर नरेश कुमार के नेतृत्व में काम करेगा। डॉक्टर केएन सिन्हा इसके नोडल अधिकारी होंगे। आईसीयू चिकित्सा दल में डॉ उदय कुमार, डॉ शैलेन्द्र कुमार, डॉ अमन समेत कई अन्य चिकित्सक और पारा मेडिकल स्टाफ होंगे। डॉ उदय कुमार ने बताया कि फिलहाल तीन बेड हैं, जिन्हें जरूरत के अनुसार बढ़ाया जा सकता है।
मशीनें इंस्टॉल कराने में प्राइवेट डॉक्टर जयमीत अंकुर ने की मदद
डॉक्टर जयमीत अंकुर जो कि आरा शहर के निजी चिकित्सक हैं, उन्होंने आकर सदर अस्पताल के चिकित्सकों को मशीनें इंस्टॉल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिनके अथक प्रयास से आज से आईसीयू शुरू हो गया। जिले में आईसीयू के शुरू होने से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी और उन्हें पटना रेफर किए बिना भी बेहतर व्यवस्था के तहत इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
2014 में उद्घाटन होने के बाद शुरू नहीं हुआ था आईसीयू
2014 में उद्घाटन होने के बाद भी आजतक आरा सदर अस्पताल का आईसीयू नहीं शुरू हो पाया था। जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। जेडीयू मीडिया सेल के मगध एवं शाहाबाद प्रभारी अभय विश्वास भट्ट ने आईसीयू के चालू होने पर एनबीटी की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि आपने प्रमुखता से खबर चलाई, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन की नींद खुली है और आईसीयू को चालू कर दिया गया है। जिससे जिले के मरीजों को अब बाहर रेफर नहीं करना पड़ेगा।
बिहार के भोजपुर जिले में आरा सदर अस्पताल में बंद पड़े आईसीयू को शनिवार के शुरू कर दिया गया। सिविल सर्जन डॉ एलपी झा के दिशा-निर्देश में चिकित्सकों की बड़ी टीम की कोशिश से सदर अस्पताल के आईसीयू को चालू कर दिया गया है। फिलहाल तीन आईसीयू बेड पर गंभीर मरीजों को शिफ्ट कर उनका इलाज भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को आईसीयू में इलाज करने के बजाए किताब और कार्टून रखने की खबर nbt.com ने प्रमुखता से चलाई थी। जिसके बाद आनन-फानन में जिला पदाधिकारी के निर्देश पर आईसीयू से किताबों और कार्टून को हटाकर आईसीयू वार्ड को शुरू कर दिया गया।
मशीनें इंस्टॉल कराने में प्राइवेट डॉक्टर जयमीत अंकुर ने की मदद
डॉक्टर जयमीत अंकुर जो कि आरा शहर के निजी चिकित्सक हैं, उन्होंने आकर सदर अस्पताल के चिकित्सकों को मशीनें इंस्टॉल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिनके अथक प्रयास से आज से आईसीयू शुरू हो गया। जिले में आईसीयू के शुरू होने से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी और उन्हें पटना रेफर किए बिना भी बेहतर व्यवस्था के तहत इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
2014 में उद्घाटन होने के बाद शुरू नहीं हुआ था आईसीयू
2014 में उद्घाटन होने के बाद भी आजतक आरा सदर अस्पताल का आईसीयू नहीं शुरू हो पाया था। जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। जेडीयू मीडिया सेल के मगध एवं शाहाबाद प्रभारी अभय विश्वास भट्ट ने आईसीयू के चालू होने पर एनबीटी की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि आपने प्रमुखता से खबर चलाई, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन की नींद खुली है और आईसीयू को चालू कर दिया गया है। जिससे जिले के मरीजों को अब बाहर रेफर नहीं करना पड़ेगा।