ऐपशहर

Aurangabad News : मैग्नीशियम सल्फेट...लाल मिर्च पाउडर और गोवंश की तस्करी, बिहार-यूपी से गुजरनेवाला NH-2 बना सेफ रोड

बिहार और यूपी से गुजरनेवाले NH-2 से बड़ी संख्या में पशुओं की तस्करी होती है। पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश तक जानवरों को भेजा जाता है। शुक्रवार को बिना नंबर प्लेट की एक कंटेनर गाड़ी पकड़ी गई। ये उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल की तरफ जा रही थी। गौ ज्ञान फाउंडेशन के सदस्यों को देखकर दाउदनगर के तरफ मुड़ गई, जिसे भरथौली शरीफ में पकड़ा गया। वाहन के अंदर 40 से अधिक गोवंश को ठूस-ठूस कर बेरहमी से भरा गया था।

Edited byसुनील पाण्डेय | Lipi 16 Apr 2022, 12:37 am
आकाश कुमार, औरंगाबाद : बिहार से गुजरनेवाले कुछ राष्ट्रीय राजमार्ग पशु तस्करों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। उसमें औरंगाबाद नेशनल हाईवे का नाम भी शुमार है। आए दिन पशु तस्करी की घटनाएं सामने आती है। मुफस्सिल और दाउदनगर थाना इलाके में पशुओं से लदे वाहन को जब्त किया गया। ये उत्तर प्रदेश से चोरी कर बिहार के रास्ते राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 से होते हुए कोलकाता ले जाया जा रहा था। उसे पकड़ लिया गया। कंटेनर से 40 से अधिक गोवंश को बरामद किया गया।
नवभारतटाइम्स.कॉम aurangabad


गोवंश की तस्करी रोकने में प्रशासन उदासीन
गौ ज्ञान फाउंडेशन दिल्ली की एक संस्था है, जो जीव-जंतु कल्याण बोर्ड भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है। तस्करी की सूचना पर संस्था की स्वयंसेविका आर लता देवी ने कई इलाकों का दौरा किया। उन्होंने पाया कि मोहनिया, कैमूर, खुरमाबाद, रोहतास, बारुण और औरंगाबाद के कई स्थानों पर ये खेल चल रहा है। कानून की बात करें तो बिहार राज्य पशु संरक्षण एवं सुधार अधिनियम की धारा 4B के अनुसार कोई भी जानवरों को बिहार से बाहर नहीं ले जा सकता है। इस बाबत पशुपालन विभाग के सचिव ने अधिसूचना जारी कर सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया है। जिसमें कहा गया है कि पशुओं की तस्करी पर रोक लगाया जाए।

पशु क्रूरता निवारण समिति किसी काम की नहीं
कहने को तो औरंगाबाद में जिला पशु क्रूरता निवारण समिति का गठन हो गया है। इस समिति का काम ही है जिले भर में होने वाले पशुओं के प्रति क्रूरता और पशु तस्करी पर रोक लगाना। लेकिन आज तक इस समिति ने एक भी पशु को न तो जब्त किया और न ही पुनर्वास कराया। सब कागजों पर चलने वाली समितियां हैं। ऐसे में दिल्ली की ये संस्था इन पशुओं के लिए एक रक्षक बनकर उभरी है। देवकुंड में गौशाला का भी निर्माण कराया है। इसके सदस्य आए दिन पशु तस्करों से गोवंश को मुक्त कराते हैं। उनका संरक्षण करते हैं।

तस्करी में मिर्ची और मैग्नीशियम सल्फेट का इस्तेमाल
पकड़े जाने वाले इन ट्रकों में अक्सर पशु तस्कर मिर्ची और मैग्नीशियम सल्फेट का घोल लेकर चलते हैं। गाड़ी के अंदर पशुओं की आंख में मिर्ची डाला जाता है, जिससे वो बैठ नहीं सके। उन्हें मैग्निशियम सल्फेट का घोल पिलाया जाता है ताकि उनका मल-मूत्र बाहर न निकल सके। जिससे पशु तस्कर पकड़ में न आ सके। ऐसे पशुओं को इंजेक्शन भी लगाया जाता है ताकि वो आवाज ना करे। संस्था के अधिवक्ता शशांक शेखर की मानें तो औरंगाबाद में संडा, बारूण, शिवगंज और गोह में अवैध पशु मेले संचालित हैं। ये पशु तस्करी का सबसे बड़ा अड्डा है।
लेखक के बारे में
सुनील पाण्डेय
सुनील पाण्डेय इस समय nbt.in के साथ Principal Digital Content Producer तौर पर जुड़े हुए हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 16 वर्षों का अनुभव है। ETV News, Zee Media, News18 सहित कई संस्थानों में अहम पद पर रहे। ग्राउंड और रिसर्च स्टोरी पर रिपोर्टिंग में माहिर माने जाते हैं। राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर खासी पकड़ रखते हैं। TV News के लिए शो बनाने में ​एक्सपर्ट सुनील को डिजिटल माध्यम में दिलचस्पी और सीखने की प्रबल इच्छा इन्हें नवभारत ​टाइम्स डिजिटल तक खींच लाई।... और पढ़ें

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग