बेगूसराय : बिहार में रेल इंजन पार्ट्स की चोरी के मामले में हंगामा थमता नहीं दिख रहा है। लगातार इस केस में एक्शन का दौर जारी है। इसी बीच चोरी पार्ट्स की खरीद में शामिल मुख्य आरोपी मनोहर साह ने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया है। हाल ही में बरौनी गढ़हारा यार्ड के विद्युत लोको शेड परिसर में 16 डीजल रेल इंजन के पार्ट्स चोरी का चौंकाने वाला मामला सामने आया। जानकारी के मुताबिक, चोरी हुए सामान को खरीदने के मुख्य आरोपी मुजफ्फरपुर के रहने वाले मनोहर साह ने बरौनी रेलवे कोर्ट में शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया। जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मनोहर साह को सरेंडर के बाद भेजा गया न्यायिक हिरासत पर
बताया जा रहा कि मनोहर साह को पकड़ने के लिए आरपीएफ की टीम लगातार कार्रवाई में जुटी हुई थी। हालांकि, आरोपी उनके हाथ नहीं लगा, इसी बीच मनोहर साह चुपके से रेलवे कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंच गया। आरपीएफ तक को इसकी भनक नहीं लगी। आरपीएफ लगातार मनोहर साह की गिरफ्तारी के लिए मुजफ्फरपुर समेत कई इलाकों में छापेमारी की बात कहती रही। वहीं उसके नेपाल भागने की भी चर्चा लगातार हो रही थी। इसी बीच मनोहर साह ने सरेंडर कर दिया।
7 नवंबर को चोरी का हुआ था खुलासा
पूर्व मध्य रेलवे सोनपुर मंडल के अंतर्गत गढ़हारा रेल इलेक्ट्रिक लोको विद्युत शेड में महीनों से रेल इंजन के पार्ट्स की चोरी हो रही थी। 7 नवंबर को चोरी करते रंगे हाथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर बेगूसराय में एक सीआरपीएफ के रिटायर जवान को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद खुलासा हुआ कि पूरा रैकेट रेलवे इंजन के पार्ट्स की चोरी के बाद उसे मुजफ्फरपुर के बड़े कबाड़ी खाने में बेचाता है। इस सूचना पर 17 नवंबर को मुजफ्फरपुर में कबाड़ी के बड़े धंधेबाज मनोहर साह के यहां छापेमारी की। यहां से पुलिस ने चोरी किए गए 13 बोरों में रखा रेल इंजन के पार्ट्स और तांबे का क्वायल बरामद किया था।
मनोहर साह के नेपाल भागने की थी चर्चा, अब किया सरेंडर
हालांकि, मुख्य आरोपी मनोहर साह भागने में सफल हो गया था। पुलिस टीम लगातार मनोहर साह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करते रही लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। वहीं अब आरोपी ने सरेंडर कर दिया है। गढ़हारा यार्ड से रेल इंजन के पार्ट्स चोरी की खबर इन दिनों सुर्खियों में है। यार्ड से रेल इंजन के पार्ट्स चोरी को लेकर पुलिस पर भी बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर कई महीनों से चोरों कैसे चारदीवारी के नीचे मिट्टी हटाकर रास्ता बनाकर लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।
RPF करेगी मनोहर साह से पूछताछ
इसका खुलासा 7 नवंबर को आरपीएफ ने किया जब एक युवक को पकड़ा। उसके पास से चोरी के तांबे के तार को बरामद किया गया था जिसके बाद पूरे मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू की गई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ है। फिलहाल आरपीएफ आत्मसमर्पण के बाद मनोहर साह को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की बात कही है।
रिपोर्ट- एस. कुमार, बेगूसराय
बताया जा रहा कि मनोहर साह को पकड़ने के लिए आरपीएफ की टीम लगातार कार्रवाई में जुटी हुई थी। हालांकि, आरोपी उनके हाथ नहीं लगा, इसी बीच मनोहर साह चुपके से रेलवे कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंच गया। आरपीएफ तक को इसकी भनक नहीं लगी। आरपीएफ लगातार मनोहर साह की गिरफ्तारी के लिए मुजफ्फरपुर समेत कई इलाकों में छापेमारी की बात कहती रही। वहीं उसके नेपाल भागने की भी चर्चा लगातार हो रही थी। इसी बीच मनोहर साह ने सरेंडर कर दिया।
7 नवंबर को चोरी का हुआ था खुलासा
पूर्व मध्य रेलवे सोनपुर मंडल के अंतर्गत गढ़हारा रेल इलेक्ट्रिक लोको विद्युत शेड में महीनों से रेल इंजन के पार्ट्स की चोरी हो रही थी। 7 नवंबर को चोरी करते रंगे हाथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर बेगूसराय में एक सीआरपीएफ के रिटायर जवान को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद खुलासा हुआ कि पूरा रैकेट रेलवे इंजन के पार्ट्स की चोरी के बाद उसे मुजफ्फरपुर के बड़े कबाड़ी खाने में बेचाता है। इस सूचना पर 17 नवंबर को मुजफ्फरपुर में कबाड़ी के बड़े धंधेबाज मनोहर साह के यहां छापेमारी की। यहां से पुलिस ने चोरी किए गए 13 बोरों में रखा रेल इंजन के पार्ट्स और तांबे का क्वायल बरामद किया था।
मनोहर साह के नेपाल भागने की थी चर्चा, अब किया सरेंडर
हालांकि, मुख्य आरोपी मनोहर साह भागने में सफल हो गया था। पुलिस टीम लगातार मनोहर साह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करते रही लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। वहीं अब आरोपी ने सरेंडर कर दिया है। गढ़हारा यार्ड से रेल इंजन के पार्ट्स चोरी की खबर इन दिनों सुर्खियों में है। यार्ड से रेल इंजन के पार्ट्स चोरी को लेकर पुलिस पर भी बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर कई महीनों से चोरों कैसे चारदीवारी के नीचे मिट्टी हटाकर रास्ता बनाकर लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।
RPF करेगी मनोहर साह से पूछताछ
इसका खुलासा 7 नवंबर को आरपीएफ ने किया जब एक युवक को पकड़ा। उसके पास से चोरी के तांबे के तार को बरामद किया गया था जिसके बाद पूरे मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू की गई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ है। फिलहाल आरपीएफ आत्मसमर्पण के बाद मनोहर साह को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की बात कही है।
रिपोर्ट- एस. कुमार, बेगूसराय