संदीप कुमार, बेगूसराय
बिहार के बेगूसराय (Begusarai) स्थित बरौनी खाद कारखाने (Barauni Fertilizer Factory) में नवंबर 2021 से खाद का उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस कारखाने से यूरिया का उत्पादन होने से बिहार के किसानों को काफी फायदा होने का अनुमान है। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) ने रविवार को बरौनी खाद कारखाना का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आज बरौनी फर्टिलाइजर और बरौनी रिफाइनरी बेगूसराय के लिए गौरव का प्रतीक है। हालांकि, लाल झंडे की वजह से एक तरफ जहां फर्टिलाइजर बंद हो गई थी तो वहीं रिफाइनरी के उत्पादन में भी खासा प्रभाव पड़ा। गिरिराज सिंह ने किया बरौनी खाद कारखाने का निरीक्षण
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 7000 करोड़ रुपये की राशि देकर फर्टिलाइजर फैक्ट्री का पुनर्निर्माण कार्य शुरू करवाया। वहीं रिफाइनरी में भी 21000 करोड़ रुपए की लागत से अलग-अलग तरह के विकास कार्य हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि फर्टिलाइजर शुरू करने का लक्ष्य मार्च 2021 रखा गया था लेकिन कोरोना की वजह से काम की गति में कुछ कमी आई है। नवंबर 2021 तक फर्टिलाइजर के निर्माण का काम पूरा कर लिया जाएगा।
इसे भी पढ़ें:- गिरिराज सिंह बोले- कांग्रेस और कम्युनिस्ट के लोग हैं दोगले, कहा- दोगला शब्द है संवैधानिक
'कारखाने में उत्पादन शुरू होने के बाद उर्वरक क्षेत्र में बिहार हो जाएगा आत्मनिर्भर'
गिरिराज सिंह ने कहा कि बरौनी में नवम्बर 2021 तक खाद का उत्पादन शुरू हो जाएगा। निर्माण का काम तीव्र गति से चल रहा है और करीब 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। यहां 2200 एमटीपीडी अमोनिया और 3850 एमटीपीडी नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा। बरौनी खाद कारखाने में उत्पादन शुरू होने के बाद बिहार उर्वरक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएगा।
शिकायतों को लेकर अधिकारियों पर हुए नाराज
बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने निर्माणाधीन बरौनी फर्टिलाइजर का निरीक्षण किया और पदाधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए। इस दौरान गिरिराज सिंह मिल रही शिकायतों के संबंध में पदाधिकारियों पर जमकर नाराज भी हुए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मजदूरों की ओर से शिकायत मिल रही है कि काम के एवज में उनके खाते में मजदूरी तो भेजी जाती है लेकिन बाद में फिर बिचौलियों के जरिए एक निश्चित राशि वापस करवा ली जाती है।
उन्होंने निर्देश देते हुए पदाधिकारियों को कहा कि इन शिकायतों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए। गिरिराज सिंह ने पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पिछले बार भी नीम के पौधे लगाने का निर्देश दिया गया था लेकिन अब तक वह धरातल पर कहीं नहीं दिख रहा उसे पूरा किया जाए।
बिहार के बेगूसराय (Begusarai) स्थित बरौनी खाद कारखाने (Barauni Fertilizer Factory) में नवंबर 2021 से खाद का उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस कारखाने से यूरिया का उत्पादन होने से बिहार के किसानों को काफी फायदा होने का अनुमान है। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) ने रविवार को बरौनी खाद कारखाना का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आज बरौनी फर्टिलाइजर और बरौनी रिफाइनरी बेगूसराय के लिए गौरव का प्रतीक है। हालांकि, लाल झंडे की वजह से एक तरफ जहां फर्टिलाइजर बंद हो गई थी तो वहीं रिफाइनरी के उत्पादन में भी खासा प्रभाव पड़ा।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 7000 करोड़ रुपये की राशि देकर फर्टिलाइजर फैक्ट्री का पुनर्निर्माण कार्य शुरू करवाया। वहीं रिफाइनरी में भी 21000 करोड़ रुपए की लागत से अलग-अलग तरह के विकास कार्य हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि फर्टिलाइजर शुरू करने का लक्ष्य मार्च 2021 रखा गया था लेकिन कोरोना की वजह से काम की गति में कुछ कमी आई है। नवंबर 2021 तक फर्टिलाइजर के निर्माण का काम पूरा कर लिया जाएगा।
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'कारखाने में उत्पादन शुरू होने के बाद उर्वरक क्षेत्र में बिहार हो जाएगा आत्मनिर्भर'
गिरिराज सिंह ने कहा कि बरौनी में नवम्बर 2021 तक खाद का उत्पादन शुरू हो जाएगा। निर्माण का काम तीव्र गति से चल रहा है और करीब 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। यहां 2200 एमटीपीडी अमोनिया और 3850 एमटीपीडी नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा। बरौनी खाद कारखाने में उत्पादन शुरू होने के बाद बिहार उर्वरक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएगा।
शिकायतों को लेकर अधिकारियों पर हुए नाराज
बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने निर्माणाधीन बरौनी फर्टिलाइजर का निरीक्षण किया और पदाधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए। इस दौरान गिरिराज सिंह मिल रही शिकायतों के संबंध में पदाधिकारियों पर जमकर नाराज भी हुए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मजदूरों की ओर से शिकायत मिल रही है कि काम के एवज में उनके खाते में मजदूरी तो भेजी जाती है लेकिन बाद में फिर बिचौलियों के जरिए एक निश्चित राशि वापस करवा ली जाती है।
उन्होंने निर्देश देते हुए पदाधिकारियों को कहा कि इन शिकायतों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए। गिरिराज सिंह ने पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पिछले बार भी नीम के पौधे लगाने का निर्देश दिया गया था लेकिन अब तक वह धरातल पर कहीं नहीं दिख रहा उसे पूरा किया जाए।