नीलकमल, पटना
चुनाव आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिहार विधानसभा 2020 का चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020) अपने निर्धारित समय पर ही होंगे, लेकिन आरजेडी और उसके बाद एनडीए में शामिल एलजेपी ने वर्तमान परिस्थिति में बिहार चुनाव पर अपनी असहमति जताई है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने जहां कहा था कि, मुख्यमंत्री लाशों के ढेर पर चुनाव कराना चाहते हैं, तो वही एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने चुनाव की वजह से राज्य पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ने का हवाला दिया था। इसके बाद बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि, बिहार विधानसभा के चुनाव में अभी तीन महीने की देरी है, तब तक कोरोना संक्रमण (Corona Crisis) की स्थिति क्या रहेगी यह कहना मुश्किल है। सारी स्थिति का आंकलन कर कोई फैसला करना चुनाव का काम है। इसलिए आयोग की तैयारियों पर अभी से राजनीति बयानबाज़ी नहीं होनी चाहिए।
NDA में न तो आपसी मतभेद हैं और न ही मनभेद: डॉ. संजय जयसवाल
BJP प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले ही इस बात को साफ कर चुके हैं कि बिहार में तीनों दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। जिसके बाद इस मुद्दे पर किसी तरह की चर्चा का कोई अर्थ ही नहीं निकलता। गठबंधन के तौर पर हमारे तीनों दलों का ध्येय बिल्कुल साफ हैं, हमारे निर्णयों में एकरूपता है जो हमारे गठबंधन की अंदरूनी एकता को दर्शाता है। बिहार का विकास ही हमारी पहली और आखिरी प्राथमिकता है, इसलिए बिहार में जब भी चुनाव होंगे, NDA के तीनों दल (BJP,JDU,LJP) उसे एक साथ मिलकर, पूरी मजबूती से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि, हमारे गठबंधन में लोकतंत्र की वजह से ही सभी अपनी बातें और विचार रखने के लिए स्वतंत्र हैं। हमारी नीतियां जनता के इर्द-गिर्द ही तय होती हैं, एनडीए के तीनों दलों के लिए जनता का विकास ही प्रमुख है। इसीलिए हमारे गठबंधन में न तो आपसी मतभेद हैं और न ही मनभेद।
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आरजेडी और एलजेपी ने की है चुनाव टालने की वकालत
हालांकि, महागठबंधन (UPA) और एनडीए (NDA) में शामिल बाकी घटक दलों ने किसी न किसी रूप में चुनाव पर अपनी असहमति जता चुके हैं। यही वजह है कि चुनाव टालने की बात करने वाले राजनीतिक दलों को, बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने करारा जवाब दिया है। तीन दिवसीय बिहार दौरे पर आए कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने भी संकेत दिए थे कि अगर चुनाव आयोग मतदाताओं की सुरक्षा के पूरे इंतजाम करता है तो, कांग्रेस को चुनाव से कराने से कराए जाने से कोई एतराज नहीं है। आपको यह भी बता दें कि कांग्रेस ने भी अब वर्चुअल बैठक और वर्चुअल रैली की तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले ही बिहार कांग्रेस की ओर से डिजिटल सदस्यता रैली अभियान की शुरुआत भी हो चुकी है।
कौन है चुनावी परीक्षा के कमजोर विद्यार्थी
बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, विधानसभा चुनाव समय पर हों या टल जाएं, एनडीए आयोग के निर्णय का पालन करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं। चुनाव टालने की बात करने वाले राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लेते हुए सुशील कुमार मोदी ने यह कहा था कि, जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही कुछ दल चुनाव टालने के लिए दबाव बना रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव टालने की बात सबसे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और उसके बाद एनडीए में शामिल एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने की थी।
बीजेपी-जेडीयू को किसी और की जरूरत नहीं: संजय पासवान
शनिवार को बीजेपी के विधान पार्षद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय पासवान ने यह कह कर चौंका दिया था कि, बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का जेडीयू और बीजेपी अकेले भी लड़ सकती है। संजय पासवान ने यह भी कहा कि बिहार में सरकार बनाने के लिए बीजेपी और जदयू को किसी और की जरूरत नहीं है। बिहार में चुनाव टालने को लेकर चिराग पासवान के बयान से नाराज, संजय पासवान ने कहा कि सरकार बनाने के लिए बीजेपी-जेडीयू को किसी और की जरूरत नहीं है।
चुनाव आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिहार विधानसभा 2020 का चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020) अपने निर्धारित समय पर ही होंगे, लेकिन आरजेडी और उसके बाद एनडीए में शामिल एलजेपी ने वर्तमान परिस्थिति में बिहार चुनाव पर अपनी असहमति जताई है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने जहां कहा था कि, मुख्यमंत्री लाशों के ढेर पर चुनाव कराना चाहते हैं, तो वही एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने चुनाव की वजह से राज्य पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ने का हवाला दिया था। इसके बाद बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि, बिहार विधानसभा के चुनाव में अभी तीन महीने की देरी है, तब तक कोरोना संक्रमण (Corona Crisis) की स्थिति क्या रहेगी यह कहना मुश्किल है। सारी स्थिति का आंकलन कर कोई फैसला करना चुनाव का काम है। इसलिए आयोग की तैयारियों पर अभी से राजनीति बयानबाज़ी नहीं होनी चाहिए।
NDA में न तो आपसी मतभेद हैं और न ही मनभेद: डॉ. संजय जयसवाल
BJP प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले ही इस बात को साफ कर चुके हैं कि बिहार में तीनों दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। जिसके बाद इस मुद्दे पर किसी तरह की चर्चा का कोई अर्थ ही नहीं निकलता। गठबंधन के तौर पर हमारे तीनों दलों का ध्येय बिल्कुल साफ हैं, हमारे निर्णयों में एकरूपता है जो हमारे गठबंधन की अंदरूनी एकता को दर्शाता है। बिहार का विकास ही हमारी पहली और आखिरी प्राथमिकता है, इसलिए बिहार में जब भी चुनाव होंगे, NDA के तीनों दल (BJP,JDU,LJP) उसे एक साथ मिलकर, पूरी मजबूती से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि, हमारे गठबंधन में लोकतंत्र की वजह से ही सभी अपनी बातें और विचार रखने के लिए स्वतंत्र हैं। हमारी नीतियां जनता के इर्द-गिर्द ही तय होती हैं, एनडीए के तीनों दलों के लिए जनता का विकास ही प्रमुख है। इसीलिए हमारे गठबंधन में न तो आपसी मतभेद हैं और न ही मनभेद।
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आरजेडी और एलजेपी ने की है चुनाव टालने की वकालत
हालांकि, महागठबंधन (UPA) और एनडीए (NDA) में शामिल बाकी घटक दलों ने किसी न किसी रूप में चुनाव पर अपनी असहमति जता चुके हैं। यही वजह है कि चुनाव टालने की बात करने वाले राजनीतिक दलों को, बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने करारा जवाब दिया है। तीन दिवसीय बिहार दौरे पर आए कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने भी संकेत दिए थे कि अगर चुनाव आयोग मतदाताओं की सुरक्षा के पूरे इंतजाम करता है तो, कांग्रेस को चुनाव से कराने से कराए जाने से कोई एतराज नहीं है। आपको यह भी बता दें कि कांग्रेस ने भी अब वर्चुअल बैठक और वर्चुअल रैली की तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले ही बिहार कांग्रेस की ओर से डिजिटल सदस्यता रैली अभियान की शुरुआत भी हो चुकी है।
कौन है चुनावी परीक्षा के कमजोर विद्यार्थी
बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, विधानसभा चुनाव समय पर हों या टल जाएं, एनडीए आयोग के निर्णय का पालन करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं। चुनाव टालने की बात करने वाले राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लेते हुए सुशील कुमार मोदी ने यह कहा था कि, जैसे कमजोर विद्यार्थी परीक्षा टालने के मुद्दे खोजते हैं, वैसे ही कुछ दल चुनाव टालने के लिए दबाव बना रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव टालने की बात सबसे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और उसके बाद एनडीए में शामिल एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने की थी।
बीजेपी-जेडीयू को किसी और की जरूरत नहीं: संजय पासवान
शनिवार को बीजेपी के विधान पार्षद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय पासवान ने यह कह कर चौंका दिया था कि, बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का जेडीयू और बीजेपी अकेले भी लड़ सकती है। संजय पासवान ने यह भी कहा कि बिहार में सरकार बनाने के लिए बीजेपी और जदयू को किसी और की जरूरत नहीं है। बिहार में चुनाव टालने को लेकर चिराग पासवान के बयान से नाराज, संजय पासवान ने कहा कि सरकार बनाने के लिए बीजेपी-जेडीयू को किसी और की जरूरत नहीं है।