बक्सर
मां ने जिस बेटे को सालों पहले मरा समझकर अंतिम संस्कार कर दिया अब उसके पाकिस्तान की जेल में बंद होने की खबर मिली है। 12 साल पहले युवक घर से लापता हो गया था। तब उसकी दिमागी स्थिति ठीक नहीं थी। जब काफी खोजबीन के बाद घरवालों ने उसे मरा समझ अंतिम संस्कार कर कर दिया था। बक्सर का बेटा पाकिस्तान की जेल में
मामला बक्सर जिले के खिलाफतपुर का है। लापता युवक की पहचान खिलाफतपुर निवासी छवि मुशहर के रूप में की गई है। विदेश मंत्रालय से मुफस्सिल थाने में उसकी पहचान के लिए कागजात आए थे। छवि ने पाकिस्तान के प्रशासन को अपना, अपने माता-पिता-गांव व पड़ोसियों के नाम सही-सही बताया है। वह कैसे पाकिस्तान पहुंच गया इसको लेकर लोग कई तरह की चर्चा कर रहे हैं। थाने पर पहचान के लिए पहुंचे परिजनों ने युवक की तुरंत पहचान कर ली। परिजन अचंभित भी हैं कि जिस शख्स की मिलने की आस छोड़ अंतिम संस्कार कर दिया था । वह अब भी जिंदा है लेकिन अफसोस कि वह पाकिस्तान में है।
बस्ती से अचानक हो गया था लापता
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चौसा नगर पंचायत स्थित खिलाफतपुर की दलित बस्ती में सैकड़ों परिवार मेहनत मजदूरी करते हैं। छवि इन्हीं के बीच पला बढ़ा। उसकी शादी हुई, एक बच्चा भी है। लेकिन, एक दिन दलित बस्ती से वो अचानक लापता हो गया। बड़े भाई, पिता और आसपास के लोगों ने काफी खोजबीन की। लेकिन, काफी दिन बीत जाने के बाद भी छवि का कोई अता-पता नहीं चला। परिजनों ने कहा कि जब छवि घर से गायब हुआ था उस वक्त उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी। परिजनों व आसपास के लोगों को छवि के घर से गायब होने का दिन और साल ठीक से याद नहीं है। परिजन 12 साल पहले लापता होने की बात बता रहे हैं।
भाई बोले- देखते ही पहचान गए थे
छवि कुमार के बड़े भाई रवि कुमार ने कहा कि 'छवि जब लापता हुआ था तब उसकी उम्र 20 वर्ष के आसपास थी। हालांकि, इसकी सूचना थाने में नहीं दी गई थी। क्योंकि इसके पहले भी घर से गायब होता था तब वह कुछ दिनों के बाद घर लौट जाता था। लेकिन, उस बार काफी दिन गुजर जाने के बाद भी जब वो घर नहीं लौटा उसको मृत मान अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन, थाने से जानकारी मिली है कि वो पाकिस्तान के जेल में बंद है। हम लोग देखते ही उसको पहचान गए कि वही हमारा भाई है।'
मौत से पहले बेटे को देख लूं- मां
मां की इच्छा है कि बेटा घर वापस आए। मां वृति देवी ने अपनी स्थानीय भाषा में बताया कि ' हमरा लागल की अब ना रहल, अब लोग बतावत बाड़न कि पाकिस्तान में बा, कब आई, ई ना बतौलन। (बेटे के जिंदा रहने की आस ही छोड़ दी थी। लेकिन, अब बताया कि बेटा पाकिस्तान में है कब आएगा ये नहीं बताया।)' इतना कह मां की आंखें छलक उठीं और फिर कहा कि 'चाहती हूं कि मरने से पहले एक बार बेटे को देख लूं।'
पत्नी कर चुकी है दूसरी शादी
युवक के बड़े भाई ने बताया कि जिस समय उनका भाई गायब हुआ था उस समय उसकी उम्र तकरीबन 20 वर्ष थी। 18 वर्ष की उम्र में ही उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद वो एक बेटी का पिता भी बना। बाद में जब वह 2 वर्षों तक लौट कर नहीं आया तो उसकी पत्नी अनिता ने दूसरी शादी कर ली।
क्या कहना है प्रशासन का
वही इस संदर्भ में बक्सर के एसपी नीरज कुमार ने बताया कि खिलाफतपुर के युवक के पाकिस्तान जेल में बंद होने की सूचना मिली है। विदेश मंत्रालय से जो रिपोर्ट मांगी गई थी वह तैयार करके भेजी जा चुकी है।
मां ने जिस बेटे को सालों पहले मरा समझकर अंतिम संस्कार कर दिया अब उसके पाकिस्तान की जेल में बंद होने की खबर मिली है। 12 साल पहले युवक घर से लापता हो गया था। तब उसकी दिमागी स्थिति ठीक नहीं थी। जब काफी खोजबीन के बाद घरवालों ने उसे मरा समझ अंतिम संस्कार कर कर दिया था।
मामला बक्सर जिले के खिलाफतपुर का है। लापता युवक की पहचान खिलाफतपुर निवासी छवि मुशहर के रूप में की गई है। विदेश मंत्रालय से मुफस्सिल थाने में उसकी पहचान के लिए कागजात आए थे। छवि ने पाकिस्तान के प्रशासन को अपना, अपने माता-पिता-गांव व पड़ोसियों के नाम सही-सही बताया है। वह कैसे पाकिस्तान पहुंच गया इसको लेकर लोग कई तरह की चर्चा कर रहे हैं। थाने पर पहचान के लिए पहुंचे परिजनों ने युवक की तुरंत पहचान कर ली। परिजन अचंभित भी हैं कि जिस शख्स की मिलने की आस छोड़ अंतिम संस्कार कर दिया था । वह अब भी जिंदा है लेकिन अफसोस कि वह पाकिस्तान में है।
बस्ती से अचानक हो गया था लापता
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चौसा नगर पंचायत स्थित खिलाफतपुर की दलित बस्ती में सैकड़ों परिवार मेहनत मजदूरी करते हैं। छवि इन्हीं के बीच पला बढ़ा। उसकी शादी हुई, एक बच्चा भी है। लेकिन, एक दिन दलित बस्ती से वो अचानक लापता हो गया। बड़े भाई, पिता और आसपास के लोगों ने काफी खोजबीन की। लेकिन, काफी दिन बीत जाने के बाद भी छवि का कोई अता-पता नहीं चला। परिजनों ने कहा कि जब छवि घर से गायब हुआ था उस वक्त उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी। परिजनों व आसपास के लोगों को छवि के घर से गायब होने का दिन और साल ठीक से याद नहीं है। परिजन 12 साल पहले लापता होने की बात बता रहे हैं।
भाई बोले- देखते ही पहचान गए थे
छवि कुमार के बड़े भाई रवि कुमार ने कहा कि 'छवि जब लापता हुआ था तब उसकी उम्र 20 वर्ष के आसपास थी। हालांकि, इसकी सूचना थाने में नहीं दी गई थी। क्योंकि इसके पहले भी घर से गायब होता था तब वह कुछ दिनों के बाद घर लौट जाता था। लेकिन, उस बार काफी दिन गुजर जाने के बाद भी जब वो घर नहीं लौटा उसको मृत मान अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन, थाने से जानकारी मिली है कि वो पाकिस्तान के जेल में बंद है। हम लोग देखते ही उसको पहचान गए कि वही हमारा भाई है।'
मौत से पहले बेटे को देख लूं- मां
मां की इच्छा है कि बेटा घर वापस आए। मां वृति देवी ने अपनी स्थानीय भाषा में बताया कि ' हमरा लागल की अब ना रहल, अब लोग बतावत बाड़न कि पाकिस्तान में बा, कब आई, ई ना बतौलन। (बेटे के जिंदा रहने की आस ही छोड़ दी थी। लेकिन, अब बताया कि बेटा पाकिस्तान में है कब आएगा ये नहीं बताया।)' इतना कह मां की आंखें छलक उठीं और फिर कहा कि 'चाहती हूं कि मरने से पहले एक बार बेटे को देख लूं।'
पत्नी कर चुकी है दूसरी शादी
युवक के बड़े भाई ने बताया कि जिस समय उनका भाई गायब हुआ था उस समय उसकी उम्र तकरीबन 20 वर्ष थी। 18 वर्ष की उम्र में ही उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद वो एक बेटी का पिता भी बना। बाद में जब वह 2 वर्षों तक लौट कर नहीं आया तो उसकी पत्नी अनिता ने दूसरी शादी कर ली।
क्या कहना है प्रशासन का
वही इस संदर्भ में बक्सर के एसपी नीरज कुमार ने बताया कि खिलाफतपुर के युवक के पाकिस्तान जेल में बंद होने की सूचना मिली है। विदेश मंत्रालय से जो रिपोर्ट मांगी गई थी वह तैयार करके भेजी जा चुकी है।