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Darbhanga Airport: उड़ान में नीलगाय और जंगली सूअर बन सकते हैं बाधा, गोली मारने का जारी हुआ आदेश

order to shoot: दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान में जंगली सूअर और नीलगाय बाधा बन सकते है। इसलिए वन विभाग की ओर से 200 से ज्यादा नीलगाय- जंगली सूअर को गोली मारने का आदेश दिया गया है। इससे पहले बगहा में एक आदमखोर बाघ को मारने का आदेश जारी हुआ था।

Edited byरवि सिन्हा | नवभारतटाइम्स.कॉम 18 Nov 2022, 2:47 pm
दरभंगा: दरभंगा एयरपोर्ट परिसर और उसके आसपास के इलाके में करीब 200 की संख्या में नीलगाय और जंगली सूअर है। ये जंगली जानवार विमान सेवा के लिए खतरा बन रहे है। विमान के टेकओवर और लैंडिंग के दौरान तेज आवाज सुनकर कई बार नीलगाय या जंगली सूअर रनवे की ओर दौड़ने लगते है। इससे विमान यात्रियों की सुरक्षा कभी भी खतरे में पड़ सकती है। इसे देखते हुए नीलगाय और जंगली सूअरों को गोली मारने का आदेश दिया गया है।
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बेहोश कर बाहर निकालन संभव नहीं
डीएफओ सुधीर कुमार गुप्ता ने बताया कि एयरपोर्ट परिसर में रह रहे नीलगाय और जंगली सूअरों को जिन्दा पकड़ना या बेहोश कर बाहर निकालना संभव नहीं है। ऐसे में वाइल्ड लाइफ को सूचित कर हाई लेवल मीटिंग के बाद इन्हें गोली मारने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट क्षेत्र में रह रहे करीब 200 जंगली सूअरों और नीलगाय को शूटआउट का आदेश वन विभाग मिल गया है। अब जल्द ही शूटर की मदद से नीलगाय और जंगली सूअरों को शूट आउट करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
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सिर्फ 4 नीलगाय को पकड़ने में मिली थी सफलता
दरभंगा एयरपोर्ट पर करीब चार महीने नीलगाय और जंगली सूअरों को पकड़ने का काम शुरू हुआ था, लेकिन कई तरह की कठिनाईयों के बाद सिर्फ चार नीलगाय ही पकड़ में आए। वहीं रनवे पर अक्सर जंगली सूअर और नीलगाय चहलकदमी करते नजर आते है, उन्हें हटाने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था, इसलिए अब इस क्षेत्र में मौजूद करीब 200 नीलगाय और जंगली सूअरों को मारने का फैसला लिया गया है।

इससे पहले बिहार के बगहा में एक आदमखोर को गोली मारने का आदेश जारी किया गया था। एनटीसीए ने बगहा में 9 लोगों को शिकार बनाने वाले बाघ को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया था। बाघ के बाद अब 200 से अधिक जंगली सूअर और नीलगाय को मारने का आदेश जारी हुआ है।
लेखक के बारे में
रवि सिन्हा
नवभारत टाइम्स डिजिटल के बिहार-झारखंड टीम में कार्यरत। राजस्थान पत्रिका में दिसंबर 2005 से लेकर अप्रैल 2020 तक झारखंड प्रतिनिधि के रूप में कार्य करने का मौका मिला। दूरदर्शन रांची और आकाशवाणी केंद्र के प्रादेशिक समाचार एकांश में आकस्मिक सहायक संपादक के रूप में 17 साल का सफर। रांची एक्सप्रेस, आज, देशप्राण समेत कई अन्य हिन्दी और उर्दू अन्य समाचार पत्रों और वेबपोर्टल के लिए लंबे समय तक स्वतंत्र रूप से लेखन। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 2000 में संवाद समिति एक्सप्रेस मीडिया सर्विस से पत्रकारिता की शुरुआत के बाद 2001 से झारखंड की राजधानी रांची अब कर्मस्थल। देश-विदेश की सामाजिक और राजनीतिक खबरों में विशेष रूचि। पत्रकारिता की हर विधा को सीखने की लगन और चाहत।... और पढ़ें

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