ऐपशहर

Viashali News: हाजीपुर में पशुपति पारस का विरोध, चिराग समर्थकों ने दिखाए काले झंडे, काफिले पर फेंकी स्याही

आभार यात्रा लेकर अपने क्षेत्र हाजीपुर पहुंचे पशुपति पारस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। चिराग समर्थकों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और उनके काफिले पर स्याही भी फेंकी।

Lipi 23 Aug 2021, 8:18 pm

हाइलाइट्स

  • हाजीपुर पहुंचे पशुपति पारस को करना पड़ा भारी विरोध का सामना
  • आभार यात्रा में शामिल पशुपति पारस समर्थकों की गाड़ियों पर लगे झंडे बैनर हटाते दिखे चिराग समर्थक
  • लोकसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार पशुपति पारस पहुंचे है हाजीपुर
  • सांसद पशुपति पारस ने कहा- जनता से माफी मांगने आया हूं
सारी खबरें हाइलाइट्स में पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें
चंद्रमणि कुमार, हाजीपुर
लोजपा के अंदर मचे सियासी जंग में हाजीपुर प्रयोगशाला बनी हुई है। भतीजे चिराग और चाचा पशुपति पारस के बीच विरासत की जंग में हाजीपुर मैदान बना है। हाजीपुर सांसद और केंद्र में मंत्री पशुपति पारस ने सोमवार से बिहार में आभार यात्रा की शुरुआत की है। चिराग पासवान के हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत करने के बाद पशुपति पारस ने भी हाजीपुर से ही आभार यात्रा की शुरुआत की है लेकिन यात्रा के शुरुआत के साथ ही भारी बवाल दिखा। पशुपति पारस के आभार यात्रा के दौरान चिराग समर्थकों ने पारस की 'आभार यात्रा' के दौरान उन्हें काले झंडे दिखाए और बवाल काटा। उनके काफिले पर काली स्याही भी फेंकी गई।

पारस समर्थकों की गाड़ियों पर लगे झंडे-बैनर फाड़े
आभार यात्रा में आए पशुपति पारस समर्थकों की गाड़ियों पर लगे झंडे बैनर को चिराग समर्थक फाड़ते दिखे। दरअसल लम्बे समय बाद या कहे चुनाव जीतने के बाद पशुपति पारस पहली बार क्षेत्र की जनता से मिलने पहुंचे थे। इस बीच पार्टी में मचे बवाल और लोजपा के दो फाड़ हो जाने के बाद हाजीपुर में समर्थक दो फाड़ दिखे।


क्रेन से पहनाई पशुपति पारस को 51 फुट की माला
आभार यात्रा के दौरान जहां पशुपति पारस समर्थकों ने अपने नेता के स्वागत में 51 फुट की माला से अपने नेता का स्वागत किया, जिसे पहनाने के लिए बड़ी क्रेन की मदद ली गई तो वहीं चिराग समर्थकों ने भारी बवाल काट कर पशुपति पारस को ये सन्देश दे दिया है कि राम विलास पासवान की परम्परागत सीट हाजीपुर की राह उनके लिए आसान नहीं रहने वाली है।

देरी से आने के लिए जनता से माफी मांगने आया हूं: पशुपति पारस
पशुपति पारस ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि यहां आने में देर इसलिए हो गई क्योंकि मेरे घर में घटना हो गई थी। मेरे भाई रामचंद्र पासवान और राम विलास पासवान की मृत्यु हुई थी। आने में देरी के लिए अभी मैं जनता से माफ़ी मांगने आया हूं।

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग