ऐपशहर

Muzaffarpur News : मुजफ्फरपुर 'अंखफोड़वा कांड' में बिहार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी, मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट

Bihar Latest News and Updates : बिहार में मुजफ्फपुर के 'अंखफोड़वा कांड' में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान ले लिया है। आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में 4 लोगों की तो एक आंख ही निकालनी पड़ गई।

Edited byऋषिकेश नारायण सिंह | टाइम्स न्यूज नेटवर्क 2 Dec 2021, 9:01 am

मुजफ्फरपुर
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC Notice on Muzaffarpur Eye Case) ने बुधवार को बिहार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया और मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में मोतियाबिंद के कथित ऑपरेशन का ब्योरा मांगा, जिसमें लापरवाही के बाद चार मरीजों की आंखें ही निकालनी पड़ीं।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अपने नोटिस में अस्पताल में हुए ऑपरेशन से जुड़ी तमाम चीजों का ब्योरा दोने को कहा है। इसी बीच घटना की जांच के लिए गठित सदस्य समिति ने ऑपरेशन थियेटर में उपकरण से स्वैब इकट्ठे किए और संक्रमण के स्रोत की पहचान करने के लिए नमूनों को जांच के लिए एसकेएमसीएच-मुजफ्फरपुर भेज दिया।
Muzaffarpur News : गए थे रोशनी बढ़ाने...लापरवाही के चलते निकलवानी पड़ी आंख, मुजफ्फरपुर में चौंकाने वाले मामले से हड़कंप
NHRC ने अपनी चिट्ठी में प्रोटोकॉल के बारे में भी लिखा
NHRC ने अपने पत्र में मेडिकल प्रोटोकॉल का भी हवाला दिया है, जो एक डॉक्टर को रोजाना अधिकतम 12 सर्जरी करने की अनुमति देता है। लेकिन इस मामले में, डॉक्टर ने 65 रोगियों की मोतियाबिंद की सर्जरी की।
4 लोगों की आंख निकालनी पड़ी थी
इस ऑपेरशन में चार लोगों की संक्रमण के चलते आंख ही निकालनी पड़ी थी। अभी ऊी एसकेएमसीएच में दो मरीजों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक आशंका है कि उनकी आंख की रोशनी भी जा सकती है। एनएचआरसी ने कहा है कि सरकारी अस्पताल में चिकित्सा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करके इस तरह से लापरवाही से आंखों की सर्जरी करना एक गंभीर चिंता का विषय है। एनएचआरसी ने उन मरीजों का ब्योरा मांगा है, जिनकी आंखें चली गई हैं और उन्हें क्या इलाज मुहैया कराया गया है। ये रिपोर्ट 4 हफ्ते में मांगी गई है।

एनएचआरसी ने यह भी कहा कि 'छह मरीजों की हालत बेहद गंभीर है। अस्पताल के अधिकारियों ने जिला प्रशासन या राज्य के स्वास्थ्य विभाग को सूचित न करके मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की।'
लेखक के बारे में
ऋषिकेश नारायण सिंह
नवभारत टाइम्स डिजिटल के बिहार-झारखंड प्रभारी। पत्रकारिता में जनमत टीवी, आईबीएन 7, ईटीवी बिहार-झारखंड, न्यूज18 बिहार-झारखंड से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक 17 साल का सफर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से शुरुआत के बाद अब बिहार कर्मस्थल। देश, विदेश, अपराध और राजनीति की खबरों में गहरी रुचि। डिजिटल पत्रकारिता की हर विधा को सीखने की लगन।... और पढ़ें

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग