चंद्र भूषण पांडेय, मोतीहारी
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में भीड़ ने एक और शख्स को बच्चा चोर के संदेह में पीट-पीटकर मार डाला। इस जिले में पिछले 24 घंटों में यह ऐसी दूसरी घटना है। पुलिस के मुताबिक, शत्रुघ्न सिन्हा (55) की फेनहारा थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव के पास शनिवार शाम को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इससे पहले शुक्रवार को भी भीड़ ने एक 22 साल के युवक की बच्चा चोरी की अफवाह के चलते हत्या कर दी थी।
पकरीदयाल एसडीपीओ दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि शत्रुघ्न सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज थाना क्षेत्र के दघरा डुमरी गांव के निवासी थे। वह कुम्हरार गांव में अपने रिश्तेदार सुरेंद्र सिंह के पास दो दिन पहले आए थे।
रिश्तेदारों से मिलने जा रहे थे शत्रुघ्न
पांडेय का कहना था, 'शत्रुघ्न भैंस खरीदने के लिए कुम्हरार आए थे। शनिवार को वह अपने रिश्तेदारों से मिलने मारपा मोहन गांव जा रहे थे, इसी समय उन पर हमला हुआ। बाद में सुरेंद्र सिंह ने उनकी शिनाख्त कर पुलिस को जानकारी दी।' पांडेय के मुताबिक अधिकांश हमलावर खेतों में काम करने वाले मजदूर थे, उनकी पहचान हो गई है और उनके खिलाफ केस दायर हो गया है।
शुक्रवार को मारे गए युवक की पहचान नहीं हो सकी
शुक्रवार को पूर्वी चंपारण जिले में ही पिपरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चकनिया मुसहरटोली के पास भीड़ ने 22 साल के एक युवक की बच्चा चोर समझकर पिटाई कर दी। बाद में उसका शव पास के एक खेत से मिला। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। चकिया के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब से जिस ग्राम पंचायत क्षेत्र में मॉब लिंचिंग की घटना होगी तो उसके मुखिया को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
पिछले चार दिनों में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से अज्ञात लोगों पर भीड़ के हमले की 28 घटनाओं की खबरें आ चुकी हैं। इनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं जिन पर भीड़ ने बच्चा चोर समझकर हमला किया था।
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में भीड़ ने एक और शख्स को बच्चा चोर के संदेह में पीट-पीटकर मार डाला। इस जिले में पिछले 24 घंटों में यह ऐसी दूसरी घटना है। पुलिस के मुताबिक, शत्रुघ्न सिन्हा (55) की फेनहारा थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव के पास शनिवार शाम को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इससे पहले शुक्रवार को भी भीड़ ने एक 22 साल के युवक की बच्चा चोरी की अफवाह के चलते हत्या कर दी थी।
पकरीदयाल एसडीपीओ दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि शत्रुघ्न सीतामढ़ी जिले के मेजरगंज थाना क्षेत्र के दघरा डुमरी गांव के निवासी थे। वह कुम्हरार गांव में अपने रिश्तेदार सुरेंद्र सिंह के पास दो दिन पहले आए थे।
रिश्तेदारों से मिलने जा रहे थे शत्रुघ्न
पांडेय का कहना था, 'शत्रुघ्न भैंस खरीदने के लिए कुम्हरार आए थे। शनिवार को वह अपने रिश्तेदारों से मिलने मारपा मोहन गांव जा रहे थे, इसी समय उन पर हमला हुआ। बाद में सुरेंद्र सिंह ने उनकी शिनाख्त कर पुलिस को जानकारी दी।' पांडेय के मुताबिक अधिकांश हमलावर खेतों में काम करने वाले मजदूर थे, उनकी पहचान हो गई है और उनके खिलाफ केस दायर हो गया है।
शुक्रवार को मारे गए युवक की पहचान नहीं हो सकी
शुक्रवार को पूर्वी चंपारण जिले में ही पिपरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चकनिया मुसहरटोली के पास भीड़ ने 22 साल के एक युवक की बच्चा चोर समझकर पिटाई कर दी। बाद में उसका शव पास के एक खेत से मिला। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। चकिया के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब से जिस ग्राम पंचायत क्षेत्र में मॉब लिंचिंग की घटना होगी तो उसके मुखिया को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
पिछले चार दिनों में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से अज्ञात लोगों पर भीड़ के हमले की 28 घटनाओं की खबरें आ चुकी हैं। इनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं जिन पर भीड़ ने बच्चा चोर समझकर हमला किया था।