पटना
आधार नंबर को वोटर आईडी कार्ड से जोड़ने ( Aadhaar Voter Id Link) की बात जब से शुरू हुई है, तभी से इसके संभावित दुरुपयोग की आशंकाएं जताई जा रही हैं। इन्हीं वजहों से इसका विरोध भी देखा जा रहा है। आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा (RJD MP Manoj Kumar Jha) ने आधार को वोटर आईडी से लिंक को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि आधार को वोटर आईडी से लिंक करना भयावह चाल है। आधार का मतलब कभी भी नागरिकता का प्रमाण नहीं था।
'आधार कभी भी नागरिकता का प्रमाण नहीं था'
आरजेडी सांसद मनोज झा ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'कृपया समझें #AadhaarVoterIdLink एक भयावह चाल है। सब्सिडी आदि को लेकर आधार एक्ट को मनी बिल के रूप में लाया गया था। अगर यह सही इरादा था तो इसे वोट के कानूनी अधिकार से क्यों जोड़ा जा रहा है? आधार कभी भी नागरिकता का प्रमाण नहीं था। जय हिन्द।' केवल आरजेडी सांसद मनोज झा ही नहीं बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सवाल खड़े किए हैं।
जानिए तेजस्वी यादव ने क्या कहा
तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा, 'वोटर कार्ड को हटा दीजिये, पंचायत चुनाव में RTPCR नहीं मांगा गया। गांव देहात में कितने लोगों के पास आधार कार्ड है। काफी लोग चुनाव से वंचित रहेंगे। यूपी चुनाव आने वाला इसको देखते हुए यह किया जा रहा है। यह सब षडयंत्र है।'
संसद से पास हुआ चुनाव सुधार (संशोधन) विधेयक 2021
दरअसल, अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लोकसभा और राज्यसभा से चुनाव सुधार (संशोधन) विधेयक 2021 पारित किया गया। इस दौरान दोनों ही सदनों में इस बिल का विपक्ष ने खूब विरोध किया था। हालांकि, पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा से ये बिल पास हो गया। बिल पास होने के बावजूद विपक्षी सांसद इस मुद्दे पर लगातार सवाल उठा रहे हैं।
आधार नंबर को वोटर आईडी कार्ड से जोड़ने ( Aadhaar Voter Id Link) की बात जब से शुरू हुई है, तभी से इसके संभावित दुरुपयोग की आशंकाएं जताई जा रही हैं। इन्हीं वजहों से इसका विरोध भी देखा जा रहा है। आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा (RJD MP Manoj Kumar Jha) ने आधार को वोटर आईडी से लिंक को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि आधार को वोटर आईडी से लिंक करना भयावह चाल है। आधार का मतलब कभी भी नागरिकता का प्रमाण नहीं था।
'आधार कभी भी नागरिकता का प्रमाण नहीं था'
आरजेडी सांसद मनोज झा ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'कृपया समझें #AadhaarVoterIdLink एक भयावह चाल है। सब्सिडी आदि को लेकर आधार एक्ट को मनी बिल के रूप में लाया गया था। अगर यह सही इरादा था तो इसे वोट के कानूनी अधिकार से क्यों जोड़ा जा रहा है? आधार कभी भी नागरिकता का प्रमाण नहीं था। जय हिन्द।' केवल आरजेडी सांसद मनोज झा ही नहीं बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सवाल खड़े किए हैं।
जानिए तेजस्वी यादव ने क्या कहा
तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा, 'वोटर कार्ड को हटा दीजिये, पंचायत चुनाव में RTPCR नहीं मांगा गया। गांव देहात में कितने लोगों के पास आधार कार्ड है। काफी लोग चुनाव से वंचित रहेंगे। यूपी चुनाव आने वाला इसको देखते हुए यह किया जा रहा है। यह सब षडयंत्र है।'
संसद से पास हुआ चुनाव सुधार (संशोधन) विधेयक 2021
दरअसल, अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लोकसभा और राज्यसभा से चुनाव सुधार (संशोधन) विधेयक 2021 पारित किया गया। इस दौरान दोनों ही सदनों में इस बिल का विपक्ष ने खूब विरोध किया था। हालांकि, पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा से ये बिल पास हो गया। बिल पास होने के बावजूद विपक्षी सांसद इस मुद्दे पर लगातार सवाल उठा रहे हैं।