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बिहार में झंडोत्‍तोलन पर पाबंदी! नितिन नवीन बोले सरकार बदलते ही बदल गया नजरिया... जानिए क्‍या है पूरा प्रकरण

गोपालगंज के जिला प्रशासन ने राज्य कैबिनेट सचिवालय की ओर से जारी एक पत्र का हवाला देते हुए स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया है। इसके पीछे कोविड 19 की महामारी को वजह बताया गया है। वहीं अब इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। भाजपा के पूर्व मंत्री का आरोप है कि सरकार बदलते ही मनोदशा बदल चुकी है। पहले आजादी का अमृत महोत्सव होना तय था। देश में कहीं भी इस तरह की पाबंदी नहीं लगाई गई है। कोविड-19 का बहाना बनाकर अब बिहार में तिरंगे पर पाबंदी लगाई जा रही है।

Authored byकेशव सुमन सिंह | नवभारतटाइम्स.कॉम 14 Aug 2022, 10:56 am
पटना : बिहार में सत्‍ता परिवर्तन के बाद अब हर चीज को राजनीतिक चश्‍मे से देखा जा रहा है। एक वाकया बिहार के गोपालगंज का सामने आया है। जिसपर राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल मामला ये है कि, गोपालगंज के जिला प्रशासन ने राज्य कैबिनेट सचिवालय की ओर से जारी एक पत्र का हवाला देते हुए स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया है। इसके पीछे कोविड 19 की महामारी को वजह बताया गया है। वहीं अब इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। बिहार के पूर्व पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि सरकार बदलते ही सोच भी बदल गई। बिहार में झंड़ा फहराने और स्‍वाधीनता दिवस मनाने पर भी रोक लगाया जा रहा है।
नवभारतटाइम्स.कॉम अमृत महोत्‍सव पर कैसा घमासान
अमृत महोत्‍सव पर कैसा घमासान


क्‍या है पूरा मामला
गोपालगंज डीएम ने पत्र संख्या 549 दिनांक 29/07/22 का उल्लेख करते हुए एक आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें इस वर्ष किसी तरह के किसी भी कार्यक्रम को आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया गया। दिलचस्प बात यह है कि पत्र यह साफ तौर पर उल्‍लेख किया गया है, "पटना के अलावा, सभी संबंधित संभागीय आयुक्तों द्वारा संभागीय मुख्यालयों पर ध्वजारोहण किया जाएगा, जबकि संबंधित डीएम की ओर से जिला मुख्यालयों पर ध्वजारोहण किया जाएगा।" पत्र में में झंडा फहराने का उल्लेख है और इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम या स्कूल का कोई जिक्र नहीं किया गया है।
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स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर कथित पाबंदी
बताते चलें कि बिहार सरकार की ओर से जो निर्देश दिया गया है उसकी तोड़ मरोड़ कर व्याख्या की जा रही है। सरकार की ओर से "पटना के अलावा, सभी संबंधित संभागीय आयुक्तों की ओर से संभागीय मुख्यालयों पर ध्वजारोहण किया जाएगा, जबकि संबंधित DM की ओर से जिला मुख्यालयों पर ध्वजारोहण किया जाएगा।" हालांकि पहले अंबेडकर भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम मनाए जाने के निर्देश थे। बता दें कि बिहार सरकार की तरफ से 6 अगस्त को शिक्षा विभाग से जारी चिट्ठी के अनुसार स्वाधीनता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम से जुड़े कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा भेजी गई थी। लेकिन अब स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर कथित पाबंदी की बात सामने आ रही है।
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पूर्व मंत्री नितिन नवीन सरकार पर साधा निशाना
पूर्व पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने झंडोत्‍तोलन और स्‍कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रोक लगाए जाने पर कहा कि सरकार का निर्देश दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार बदलते ही तिरंगा फहराने का फॉर्मेट बदल जाता है। 6 अगस्त को सरकार का कुछ और निर्देश था। सरकार बदलते ही मनोदशा बदल चुकी है। पहले आजादी का अमृत महोत्सव होना तय था। देश में कहीं भी इस तरह की पाबंदी नहीं लगाई गई है। कोविड-19 का बहाना बनाकर अब बिहार में तिरंगे पर पाबंदी लगाई जा रही है।

पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इन खबरों का किया खंडन
वहीं पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने नितिन नवीन की ओर से किए गए दावों और मीडिया में आ रही खबरों का खंडन किया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने कहा कि कहीं भी तिरंगे को लेकर किसी भी तरह की कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है। इस तरह का निर्देश पटना जिला प्रशासन से नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो लोग कोविड प्रोटोकॉल के साथ इसका आयोजन कर सकते हैं। पटना जिला प्रशासन की तरफ से कार्यक्रम को रद्द करने या बदलने का कोई आदेश नहीं आया है।
लेखक के बारे में
केशव सुमन सिंह
बिहार-झारखंड और दिल्ली के जाने-पहचाने पत्रकारों में से एक हैं। तीनों विधाओं (प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और वेब) में शानदार काम का करीब डेढ़ दशक का अनुभव है। वर्तमान में नवभारतटाइम्स.कॉम में बतौर असिस्टेंट न्यूज एडिटर (बिहार-झारखंड) की भूमिका निभा रहे हैं। रिपब्लिक टीवी में बिहार-झारखंड बतौर हिंदी ब्यूरो पटना रहे। केशव पॉलिटिकल के अलावा बाढ़, दंगे, लाठीचार्ज और कठिन परिस्थितियों में शानदार टीवी प्रेजेंस के लिए जाने जाते हैं। जनसत्ता और दैनिक जागरण दिल्ली में कई पेज के इंचार्ज की भूमिका निभाई। झारखंड में आदिवासी और पर्यावरण रिपोर्टिंग से पहचान बनाई। केशव ने करियर की शुरुआत NDTV पटना से की थी।... और पढ़ें

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