पटना
बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर राज्यपाल फागू चौहान शनिवार (17 अप्रैल) को विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे। कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा के लिये यह सर्वदलीय बैठक है। इस बैठक में सरकार के प्रतिनिधियों के अलावा प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक सेवा के अफसर भी शामिल होंगे।
कौन-कौन बैठक में होंगे शामिल
राज्यपाल की ओर से बुलाई गई बैठक में डेप्युटी सीएम तारकिशोर प्रसाद सिंह, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता मदन मोहन झा, प्रदेश सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता श्रवण कुमार, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, माले के महबूब आलम, और बीजेपी की ओर से संजय जायसवाल शामिल होंगे। इसके अलावा इस बैठक में तमाम अधिकारी भी मौजूद होंगे।
सरकार जो भी कदम उठाएगी हम सहयोग देंगे: कांग्रेस
सर्वदलीय बैठक से पहले कांग्रेस नेता हरखू झा ने कहा कि बैठक में उनका काम विकल्प सुझाना है। कोरोना संक्रमण महामारी है ऐसे में इसमें राजनीति की कोई गुंजाइश नहीं बचती है। फैसला सरकार को लेना है, वह जो भी उचित कदम उठाएगी कांग्रेस उसमें उनका साथ देगी। सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के प्रतिनिधि अपने अच्छे अच्छे विचार रखेंगे। राज्यपाल महोदय उसपर विचार करने के बाद ही सरकार को कोई फैसला लेने के लिए कहेंगे। कांग्रेस से जब लॉकडाउन के फैसले पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह सरकार में नहीं हैं, लेकिन इतना जरूर कहा कि यह एकमात्र विकल्प नहीं है। पहले हमें कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए पर्याप्त इंजेक्शन और ऑक्सीजन का इंतजाम करना चाहिए।
हम लॉकडाउन का समर्थन नहीं करेंगे: आरजेडी
बैठक से पहले आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में संपूर्ण लॉकडाउन के विकल्प का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से सब्जी वाले, रेहड़ी पटरी वालों और मजदूरों के सामने भूखमरी के हालात बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार दूसरे विकल्प पर विचार करे। आरजेडी सर्वदलीय बैठक में अपनी राय राज्यपाल के सामने रखेगी।
बिहार में कोविड-19 के 6253 नए मामले सामने आए, 13 और की मौत
सीएम के बयान से लॉकडाउन की अटकलें
बिहार में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर नीतीश कुमार ने हाई लेवल मीटिंग की। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य में कोविड-19 की ताजा हालात से अवगत कराया। उन्होंने रोजाना जांच, मरीजों की संख्या, प्रति 10 लाख पर जांच की संख्या, जिलावार एक्टिव केसेज, रिकवरी रेट, कुल जांच, आरटीपीसीआर जांच और टीकाकरण के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में कोरोना के मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। इस पर पूरी नजर रखें और जिन क्षेत्रों में कोरोना के मामले आ रहे हैं, उसमें विशेष सतर्कता बरतें और सभी जरूरी कदम उठाएं। कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण में भी और तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को भी कोविड वैक्सीनेशन की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग भी बिहार के बाहर दूसरे राज्यों में हैं वे अगर बिहार वापस आना चाहते हैं तो वे जरूर वापस आएं, यह बेहतर होगा। दरअसल ऐसे आंकड़ें हैं कि प्रवासियों की वजह से राज्य में कोरोना ज्यादा फैल रहा है। राज्य सरकार चाह रही है कि जिसको भी वापस लौटना है वो जल्द आ जाएं। ताकि आगे कुछ बड़े फैसले लेने में सुविधा होगी।
कोरोना के चलते पार्टी कार्यालय बंद
बीजेपी महासचिव देवेश कुमार ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पार्टी कार्यालय बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक बुलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यालय कब तक बंद रहेगा, इसकी कोई समय सीमा अभी नहीं तय की गयी है। उन्होंने कहा कि स्थिति पर नजर रखी जाएगी और कोविड परिदृश्य का आकलन करने के बाद पार्टी कार्यालय को फिर से खोलने पर निर्णय किया जाएगा।
क्या लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा बिहार?
बिहार कांग्रेस ने भी शुक्रवार को अपने राज्य मुख्यालय सदाकत आश्रम और जिलों में कार्यालयों को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा की। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि राज्य से जिला स्तर तक पार्टी कार्यालय बिहार में कोविड की स्थिति सामान्य होने तक बंद रहेंगे। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन झा कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अपने घर पर ही पृथकवास में हैं।
उन्होंने बताया कि चूंकि राज्यपाल द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से है, इसलिए वह इसमें भाग लेंगे। झा ने कहा कि बैठक में वह पार्टी के विचार को आगे रखेंगे कि राज्य में संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए और क्या उपाय किये जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) ने बृहस्पतिवार से 20 अप्रैल तक पटना स्थित अपने राज्य मुख्यालय को बंद कर दिया था।
प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने कोविड-19 के मामलों में तेज वृद्धि के बाद 15 अप्रैल से अगले आदेश तक अपने कार्यालय को बंद रखने का निर्णय लिया है। दोनों दलों ने पटना शहर के मध्य में बीर चंद पटेल मार्ग पर अपने राज्य मुख्यालय के मुख्य द्वार पर इस आशय के नोटिस लगाए हैं। जद (यू) प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि पार्टी मुख्यालय के बाहर नोटिस में पदाधिकारियों के टेलीफोन नंबर हैं ताकि जरूरतमंद कोई व्यक्ति उनसे संपर्क कर सके।
बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर राज्यपाल फागू चौहान शनिवार (17 अप्रैल) को विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे। कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा के लिये यह सर्वदलीय बैठक है। इस बैठक में सरकार के प्रतिनिधियों के अलावा प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक सेवा के अफसर भी शामिल होंगे।
कौन-कौन बैठक में होंगे शामिल
राज्यपाल की ओर से बुलाई गई बैठक में डेप्युटी सीएम तारकिशोर प्रसाद सिंह, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता मदन मोहन झा, प्रदेश सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता श्रवण कुमार, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, माले के महबूब आलम, और बीजेपी की ओर से संजय जायसवाल शामिल होंगे। इसके अलावा इस बैठक में तमाम अधिकारी भी मौजूद होंगे।
सरकार जो भी कदम उठाएगी हम सहयोग देंगे: कांग्रेस
सर्वदलीय बैठक से पहले कांग्रेस नेता हरखू झा ने कहा कि बैठक में उनका काम विकल्प सुझाना है। कोरोना संक्रमण महामारी है ऐसे में इसमें राजनीति की कोई गुंजाइश नहीं बचती है। फैसला सरकार को लेना है, वह जो भी उचित कदम उठाएगी कांग्रेस उसमें उनका साथ देगी। सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के प्रतिनिधि अपने अच्छे अच्छे विचार रखेंगे। राज्यपाल महोदय उसपर विचार करने के बाद ही सरकार को कोई फैसला लेने के लिए कहेंगे। कांग्रेस से जब लॉकडाउन के फैसले पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह सरकार में नहीं हैं, लेकिन इतना जरूर कहा कि यह एकमात्र विकल्प नहीं है। पहले हमें कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए पर्याप्त इंजेक्शन और ऑक्सीजन का इंतजाम करना चाहिए।
हम लॉकडाउन का समर्थन नहीं करेंगे: आरजेडी
बैठक से पहले आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में संपूर्ण लॉकडाउन के विकल्प का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से सब्जी वाले, रेहड़ी पटरी वालों और मजदूरों के सामने भूखमरी के हालात बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार दूसरे विकल्प पर विचार करे। आरजेडी सर्वदलीय बैठक में अपनी राय राज्यपाल के सामने रखेगी।
बिहार में कोविड-19 के 6253 नए मामले सामने आए, 13 और की मौत
सीएम के बयान से लॉकडाउन की अटकलें
बिहार में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर नीतीश कुमार ने हाई लेवल मीटिंग की। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य में कोविड-19 की ताजा हालात से अवगत कराया। उन्होंने रोजाना जांच, मरीजों की संख्या, प्रति 10 लाख पर जांच की संख्या, जिलावार एक्टिव केसेज, रिकवरी रेट, कुल जांच, आरटीपीसीआर जांच और टीकाकरण के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में कोरोना के मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। इस पर पूरी नजर रखें और जिन क्षेत्रों में कोरोना के मामले आ रहे हैं, उसमें विशेष सतर्कता बरतें और सभी जरूरी कदम उठाएं। कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण में भी और तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को भी कोविड वैक्सीनेशन की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग भी बिहार के बाहर दूसरे राज्यों में हैं वे अगर बिहार वापस आना चाहते हैं तो वे जरूर वापस आएं, यह बेहतर होगा। दरअसल ऐसे आंकड़ें हैं कि प्रवासियों की वजह से राज्य में कोरोना ज्यादा फैल रहा है। राज्य सरकार चाह रही है कि जिसको भी वापस लौटना है वो जल्द आ जाएं। ताकि आगे कुछ बड़े फैसले लेने में सुविधा होगी।
कोरोना के चलते पार्टी कार्यालय बंद
बीजेपी महासचिव देवेश कुमार ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पार्टी कार्यालय बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक बुलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यालय कब तक बंद रहेगा, इसकी कोई समय सीमा अभी नहीं तय की गयी है। उन्होंने कहा कि स्थिति पर नजर रखी जाएगी और कोविड परिदृश्य का आकलन करने के बाद पार्टी कार्यालय को फिर से खोलने पर निर्णय किया जाएगा।
क्या लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा बिहार?
बिहार कांग्रेस ने भी शुक्रवार को अपने राज्य मुख्यालय सदाकत आश्रम और जिलों में कार्यालयों को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा की। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि राज्य से जिला स्तर तक पार्टी कार्यालय बिहार में कोविड की स्थिति सामान्य होने तक बंद रहेंगे। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन झा कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अपने घर पर ही पृथकवास में हैं।
उन्होंने बताया कि चूंकि राज्यपाल द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से है, इसलिए वह इसमें भाग लेंगे। झा ने कहा कि बैठक में वह पार्टी के विचार को आगे रखेंगे कि राज्य में संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए और क्या उपाय किये जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) ने बृहस्पतिवार से 20 अप्रैल तक पटना स्थित अपने राज्य मुख्यालय को बंद कर दिया था।
प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने कोविड-19 के मामलों में तेज वृद्धि के बाद 15 अप्रैल से अगले आदेश तक अपने कार्यालय को बंद रखने का निर्णय लिया है। दोनों दलों ने पटना शहर के मध्य में बीर चंद पटेल मार्ग पर अपने राज्य मुख्यालय के मुख्य द्वार पर इस आशय के नोटिस लगाए हैं। जद (यू) प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि पार्टी मुख्यालय के बाहर नोटिस में पदाधिकारियों के टेलीफोन नंबर हैं ताकि जरूरतमंद कोई व्यक्ति उनसे संपर्क कर सके।