नीलकमल, पटना
बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) का कायाकल्प होने जा रहा है। बता दें कि वर्तमान में अस्पताल की क्षमता 1,750 बेड की है और इसकी क्षमता बढ़ाकर 5462 बेड का किया जाना है। सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीएमसीएच में बनने वाले 5462 बेड के अस्पताल का शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा बिहार के दोनों डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी के अलावा बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत कई नेता और अधिकारी मौजूद रहेंगे। 3 साल में बनकर तैयार होगा पहला ब्लॉक
पटना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले अस्पताल भवन के शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे। उन्होंने बताया कि सेंट्रलाइज्ड एसी पहला ब्लॉक 3 साल में बनकर तैयार हो जाएगा जिसमें 1000 बेड की सुविधा होगी। पीएमसीएच के प्रिंसिपल ने बताया कि पहले ब्लॉक में हजार बेड के अस्पताल के अलावा सभी विभाग के डॉक्टर का कक्ष, नर्सिंग हॉस्टल, क्लास रूम, लाइब्रेरी, मीटिंग हॉल और पैथोलॉजी की व्यवस्था रहेगी। पहले ब्लॉक का निर्माण सुपरिटेंडेंट आवास, डिप्टी सुपरिटेंडेंट आवास और नर्सिंग हॉस्टल को पूरी तरह से तोड़कर बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि निर्माण कार्य के समय पीएमसीएच में एडमिट किसी भी मरीज के इलाज में कोई दिक्कत नहीं आएगी। यानी निर्माण कार्य चलता रहेगा और ओपीडी और इमरजेंसी सेवा भी पहले की तरह ही जारी रहेगी। बताया गया कि गांवों-प्रखंडों के मरीजों को पीएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श दिलाने के लिए संजीवन सेवा के तहत टेलीमेडिसिन सेवा भी शुरू की जा रही है।
PMCH पहुंचने के लिए नही करना पड़ेगा सड़क जाम का सामना
पीएमसीएच अस्पताल भवन के शिलान्यास और भूमि पूजन करने के बाद सीएम नीतीश पटना के गांधी मैदान से एनआईटी मोड़ तक बनने वाले एलिवेटेड रोड का भी शिलान्यास करेंगे। उन्होंने बताया कि एनआइटी (NIT) मोड़ तक एलिवेटेड सड़क बनाकर उसे दो जगह पीएमसीएच (PMCH) में उतारा जाएगा। इसके अलावा गंगा मरीन ड्राइव बनने के बाद उससे भी 60 फीट की सड़क पीएमसीएच में उतारी जाएगी। फिलहाल पटना के अशोक राजपथ स्थित पीएमसीएच जाने के क्रम में रोगियों को हमेशा जाम का सामना करना पड़ता है। कम चौड़ी सड़क पर पटना विश्वविद्याल के कालेज समेत कई शापिंग काम्लेक्स और मार्केट होने की वजह से रास्ता हमेशा जाम ही रहता है। बता दें कि पीएमसीएच में बिहार - झारखंड के रोगियों के अलावा यूपी और उत्तर-पूर्वी राज्यों से बड़ी संख्या में गंभीर रोगी आते हैं। इन लोगों की एंबुलेंस को पटना के गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक से पीएमसीएच पहुंचने में घंटों समय लगता है।
तीन चरण में बनकर होगा तैयार होगा 5462 बेड का अस्पताल
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पीएमसीएच में ग्रीन बिल्डिंग कॉम्पलेक्स भी होगा और इसके निर्माण में बेस आइसोलेशन टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा। अत्याधुनिक तौर पर विकसित होने के बाद पीएमसीएच 4 स्टार रेटेड वाला अस्पताल बन जाएगा। बताया गया कि आवासीय क्षेत्र के लिए साउंडप्रूफ तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि किसी भी तरह के शोरगुल से बचा जा सके और मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो। इसके अलावा पीएमसीएच की बिल्डिंग को भूकंपरोधी और फायर प्रूफ भी बनाया जाएगा।
बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) का कायाकल्प होने जा रहा है। बता दें कि वर्तमान में अस्पताल की क्षमता 1,750 बेड की है और इसकी क्षमता बढ़ाकर 5462 बेड का किया जाना है। सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीएमसीएच में बनने वाले 5462 बेड के अस्पताल का शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा बिहार के दोनों डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी के अलावा बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत कई नेता और अधिकारी मौजूद रहेंगे।
पटना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले अस्पताल भवन के शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे। उन्होंने बताया कि सेंट्रलाइज्ड एसी पहला ब्लॉक 3 साल में बनकर तैयार हो जाएगा जिसमें 1000 बेड की सुविधा होगी। पीएमसीएच के प्रिंसिपल ने बताया कि पहले ब्लॉक में हजार बेड के अस्पताल के अलावा सभी विभाग के डॉक्टर का कक्ष, नर्सिंग हॉस्टल, क्लास रूम, लाइब्रेरी, मीटिंग हॉल और पैथोलॉजी की व्यवस्था रहेगी। पहले ब्लॉक का निर्माण सुपरिटेंडेंट आवास, डिप्टी सुपरिटेंडेंट आवास और नर्सिंग हॉस्टल को पूरी तरह से तोड़कर बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि निर्माण कार्य के समय पीएमसीएच में एडमिट किसी भी मरीज के इलाज में कोई दिक्कत नहीं आएगी। यानी निर्माण कार्य चलता रहेगा और ओपीडी और इमरजेंसी सेवा भी पहले की तरह ही जारी रहेगी। बताया गया कि गांवों-प्रखंडों के मरीजों को पीएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श दिलाने के लिए संजीवन सेवा के तहत टेलीमेडिसिन सेवा भी शुरू की जा रही है।
PMCH पहुंचने के लिए नही करना पड़ेगा सड़क जाम का सामना
पीएमसीएच अस्पताल भवन के शिलान्यास और भूमि पूजन करने के बाद सीएम नीतीश पटना के गांधी मैदान से एनआईटी मोड़ तक बनने वाले एलिवेटेड रोड का भी शिलान्यास करेंगे। उन्होंने बताया कि एनआइटी (NIT) मोड़ तक एलिवेटेड सड़क बनाकर उसे दो जगह पीएमसीएच (PMCH) में उतारा जाएगा। इसके अलावा गंगा मरीन ड्राइव बनने के बाद उससे भी 60 फीट की सड़क पीएमसीएच में उतारी जाएगी। फिलहाल पटना के अशोक राजपथ स्थित पीएमसीएच जाने के क्रम में रोगियों को हमेशा जाम का सामना करना पड़ता है। कम चौड़ी सड़क पर पटना विश्वविद्याल के कालेज समेत कई शापिंग काम्लेक्स और मार्केट होने की वजह से रास्ता हमेशा जाम ही रहता है। बता दें कि पीएमसीएच में बिहार - झारखंड के रोगियों के अलावा यूपी और उत्तर-पूर्वी राज्यों से बड़ी संख्या में गंभीर रोगी आते हैं। इन लोगों की एंबुलेंस को पटना के गांधी मैदान स्थित कारगिल चौक से पीएमसीएच पहुंचने में घंटों समय लगता है।
तीन चरण में बनकर होगा तैयार होगा 5462 बेड का अस्पताल
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पीएमसीएच में ग्रीन बिल्डिंग कॉम्पलेक्स भी होगा और इसके निर्माण में बेस आइसोलेशन टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा। अत्याधुनिक तौर पर विकसित होने के बाद पीएमसीएच 4 स्टार रेटेड वाला अस्पताल बन जाएगा। बताया गया कि आवासीय क्षेत्र के लिए साउंडप्रूफ तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि किसी भी तरह के शोरगुल से बचा जा सके और मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो। इसके अलावा पीएमसीएच की बिल्डिंग को भूकंपरोधी और फायर प्रूफ भी बनाया जाएगा।