ऐपशहर

Bihar News : पटाखा नहीं देसी बमों की फैक्टरी थी जनाब! भागलपुर विस्फोट मामले में सनसनीखेज खुलासा, होली और शब-ए-बारात पर थी कोई साजिश?

भागलपुर में दो दिनों पहले हुए धमाके की गूंज दिल्‍ली तक सुनाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे मामले पर नीतीश कुमार से जानकारी ली। डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेस कर इस पूरे मामले की जानकारी साझा की। लेकिन इस पूरे मामले में अब चौंकाने वाले तथ्‍य सामने आ रहे हैं। शुरुआती जांच में ये पता चला है कि तैयारी त्‍योहारों में शहर दहलाने की थी।

Written byकेशव सुमन सिंह | नवभारतटाइम्स.कॉम 6 Mar 2022, 7:00 am
पटना : भागलपुर बम ब्लास्ट (Bhagalpur Blast) के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। प्रारंभिक जांच में ही एक से बढ़कर एक तथ्‍य सामने आ रहे हैं। जहां दो दिनों पहले ब्‍लास्‍ट हुआ वहां देसी बम तैयार किए जा रह थे। जी हां, पुलिस को प्रारंभिक जांच में यही जानकारी‍ मिली है, लेकिन इस कड़ी में एक के बाद एक परत जब खुली तो पता चला बम की एक बड़ी खेप शब-ए-बारात को लेकर तैयार की जा रही थी। बताते चलें कि 18 मार्च को मुसलमानों का त्‍योहार शब-ए- बारात है और इसी दिन हिंदुओं की होली भी पड़ रही है। सवाल ये उठता है कि देसी बमों की इतनी बड़ी खेप तैयार करने के पीछे क्‍या मकसद हो सकता है! फिलहाल ब्‍लास्‍ट की घटना में मुख्‍य रूप से दो नाम लीलावती और आजाद का सामने आ रहा है। धमाके में लीलावती का पूरा परिवार खत्‍म हो चुका है। वहीं आजाद फरार है। बताते चलें कि कि डीजीपी एसके सिंघल ने ये बात पटना में बताई थी कि धमाके के तुरंत बाद एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच गई है, वह लगातार साक्ष्‍य तलाशने में जुटी हुई है। इस टीम को घटना स्‍थल से भारी मात्रा में बारूद और बम बनाने में प्रयोग होने वाली लोहे की कील मिली है। बता दें की एफएसएल की टीम की जांच में यह पता चला है धमाका हाई एक्‍सपोसिव बारूद की वजह से हुआ है। Bhagalpur Blast News : भागलपुर के जिस घर में ब्लास्ट से हुई 14 मौतें, चौदह साल पहले भी वहीं हुआ था धमाका, गई थी इतने लोग की जान
नवभारतटाइम्स.कॉम Bhagalpur_ Family members react after an explosion in an crowded locality in Bha....
भागलपुर ब्‍लास्‍ट में मारे गए लोगों के परिजन

घटना स्‍थल से 16 किलो बारूर बरामद
बम बनाने और शहर दहलाकर माहौल बिगाड़ने की साजिश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिस को जांच के दौरान घटना स्थल से 16 किलो बारूद मिला है। इसके अलावा एक किलो कील भी बरामद हुई है। एफएसएल टीम के एक अधिकारी के अनुसार धमाके को घातक बनाने के लिए देसी बमों में कील का प्रयोग किया जाता है। जिससे ब्‍लास्‍ट के दौरान निकले छर्रे से ज्‍यादा से ज्‍यादा नुकसान हो। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यहां काले रंग का 10 किलो, सिल्वर रंग का 5 किलो और एक किलो का पीले रंग का का बारूद बरामद हुआ है। इसके अलावा एक किलो कील की भी बरामदगी हुई है। बारूद पश्चिम बंगाल और झारखंड से लाया गया था। इस पूरे मामले की जांच अब एसआईटी कर रही है।

बम ब्‍लास्‍ट के बाद नक्‍सल कनेक्‍शन भी तलाशने में जुटी पुलिस
बम धमाके में 14 लोगों की जान चली गई। 10 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। धमाके में 4 घर पूरी तरह से ध्‍वस्‍त हो गए। पुलिस इस पूरे प्रकरण में नक्सली कनेक्शन की जांच भी कर रही है। पुलिस उन साक्ष्‍यों की तलाश में भी जुटी है कि क्‍या इन बमों की सप्‍लाई नक्‍सलियों को की जा रही थी। पुलिस तथ्‍यों की तलाश में हर तार को जोड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।

पहले भी इस घर में तीन धमाके हो चुके हैंकाजवली चक के जिस घर में यह ब्लास्ट हुआ है। वहां लंबे समय से पटाखे बनाने का काम चल रहा था। लेकिन हैरानी की बात ये है कि इनके पास पटाखा बनाने का लाइसेंस भी नहीं था। बताते चलें जहां यह ब्‍लास हुआ वह घनी आबादी वाला क्षेत्र है। ऐसे में सवाल पुलिस की जानकारी पर भी उठना लाजमी है। खास बात यह है कि इस घर में पहले भी ब्लास्ट हो चुका है, लेकिन तब धमाका इतना भयानक नहींं था। मिली जानकार की अनुसार 2002, 2008 और 2021 में इस घर में धमाके की छोटी मोटी घटनाएं हो चुकीं हैं। इस बार के धमाके का असर तीन किलोमीटर तक दिखा। धमाके में 4 घर जमींदोज हो गए और 14 लोगों की जान चली गई।
लेखक के बारे में
केशव सुमन सिंह
बिहार-झारखंड और दिल्ली के जाने-पहचाने पत्रकारों में से एक हैं। तीनों विधाओं (प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और वेब) में शानदार काम का करीब डेढ़ दशक का अनुभव है। वर्तमान में नवभारतटाइम्स.कॉम में बतौर असिस्टेंट न्यूज एडिटर (बिहार-झारखंड) की भूमिका निभा रहे हैं। रिपब्लिक टीवी में बिहार-झारखंड बतौर हिंदी ब्यूरो पटना रहे। केशव पॉलिटिकल के अलावा बाढ़, दंगे, लाठीचार्ज और कठिन परिस्थितियों में शानदार टीवी प्रेजेंस के लिए जाने जाते हैं। जनसत्ता और दैनिक जागरण दिल्ली में कई पेज के इंचार्ज की भूमिका निभाई। झारखंड में आदिवासी और पर्यावरण रिपोर्टिंग से पहचान बनाई। केशव ने करियर की शुरुआत NDTV पटना से की थी।... और पढ़ें

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग