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Nitish Kumar: कभी इस डाल तो कभी उस डाल, कबूतर की भूमिका में नीतीश, चिराग पासवान की पार्टी ने ये क्या कह दिया

Bihar Politics: बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत से बड़ा बढ़ावा मिला है। नीतीश कुमार हमेशा मानते थे कि विपक्षी एकता कांग्रेस के बिना संभव नहीं हो सकती और उनकी भविष्यवाणी कर्नाटक चुनाव के परिणाम से सही साबित हो रही है।

Curated byदेवेन्द्र कश्यप | नवभारतटाइम्स.कॉम 14 May 2023, 10:39 pm
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री 2022 में एनडीए से अलग हो गए थे। बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की मुहिम चल रहे हैं। इस सिलसिले में उन्होंने बीजेपी विरोधी नेताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं। नीतीश कुमार अब तक राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, नवीन पटनायक, उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं। सीएम नीतीश की मुहिम को लेकर सियासत तेज है। चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (रामविलास) ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कबूतर की भूमिका में हैं।
नवभारतटाइम्स.कॉम Nitish Kumar Chirag Paswan


कबूतर की भूमिका में सीएम नीतीश

एलजेपी (रामविलास) प्रवक्ता धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि अगर नीतीश कुमार को बिहार के दायित्वों की पूर्ति नहीं करनी है। सिर्फ विपक्षी एकता उनको करनी है तो बिहार का दायित्व किसी और को दे दें। उन्होंने कहा कि ये विपक्षी एकता नहीं है, पक्षी की एकता है। एक बैठता तो दूसरा उड़ जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कबूतर की भूमिका निभा रहे हैं। कभी इस डाल पर तो कभी उस डाल पर। हाल में जिन नेताओं से सीएम नीतीश ने विपक्षी एकता के नाम पर मुलाकात किए, उस दौरान का इनका बॉडी लैंग्वेज कैसा था, देखा जा सकता है। एलजेपी नेता ने कहा कि अभी तो इनके पार्टी के अंदर ही दिक्कत है। विपक्षी एकता ये क्या करेंगे?

अगर नीतीश कुमार को बिहार के दायित्वों की पूर्ति नहीं करनी है, सिर्फ विपक्षी एकता उनको करनी है तो बिहार का दायित्व किसी और को दे दें
धीरेन्द्र कुमार, प्रवक्ता LJP ( रामविलास )


बीजेपी की उल्टी गिनती शुरू

चिराग पासवान की पार्टी के प्रवक्ता के बयान पर जेडीयू ने भी पलटवार किया है। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि देश में जब स्तिथियां असामान्य हों तो फिर सबको ( बीजेपी विरोधी पार्टी) मिलकर लड़ना पड़ेगा। जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि अब बीजेपी के लिए 2024 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कर्नाटक चुनाव परिणाम कांग्रेस पार्टी के पक्ष में आया, उसने धर्म आधारित राजनीति को खारिज कर दिया है।

देश में जब स्तिथियां असामान्य हों तो फिर सबको (विपक्ष) मिलकर लड़ना पड़ेगा। अब बीजेपी के लिए 2024 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है
राजीव रंजन, जेडीयू प्रवक्ता

कर्नाटक में कांग्रेस की जीत से गदगद हैं विपक्षी पार्टियां

दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत प्राप्त हुई है। कांग्रेस की जीत से बीजेपी विरोधी पार्टियां गदगद हैं। खासकर जेडीयू नेताओं को लग रहा है कि विपक्षी एकता को लेकर नीतीश कुमार जो मुहिम चला रहे हैं, ये जीत उसमें संजीवनी साबित होगी। यही कारण है कि जेडीयू नेता अभी से कह रहे हैं कि ये तो अभी शुरुआत है, अगर सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ आ गए तो 2024 चुनाव में बीजेपी की हार तय है।

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लेखक के बारे में
देवेन्द्र कश्यप
नवभारत टाइम्स डिजिटल में सीनियर डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर। पत्रकारिता में महुआ टीवी, जी न्यूज, ईनाडु इंडिया, राजस्थान पत्रिका, ईटीवी भारत से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक का सफर। लगातार कुछ अलग और बेहतर करने के साथ सीखने की कोशिश। राजनीति, अपराध और पॉजिटिव खबरों में गहरी रुचि।... और पढ़ें

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