ऐपशहर

Bihar News: बिहार में शराब पीने का बहाना ढूंढने वालों को नीतीश कुमार की दो टूक

बिहार पुलिस सप्ताह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आप जो भी अच्छा काम कीजिएगा उसमें कुछ लोग बुराई ढूंढ लेंगे। बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सच है कि 90 प्रतिशत लोग अच्छे होते हैं लेकिन 10 प्रतिशत लोग ही अच्छे काम को बर्बाद करने की कोशिश में लगे रहते हैं। नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि पुलिस लॉ एंड ऑर्डर, अपराध पर लगाम लगाने के साथ सामाजिक सौहार्द बनाने बनाए रखने में भी अपना योगदान दे रही है।

Written byNeel Kamal | नवभारतटाइम्स.कॉम 26 Feb 2021, 6:42 pm

हाइलाइट्स

  • बिहार में शराबबंदी के दौरान 1.56 करोड़ लीटर शराब जब्त, 2,55,111 मामले हुए दर्ज
  • CM नीतीश ने बताया क्यों की गई बिहार में शराबबंदी
  • हर जिले में डिस्ट्रिक्ट मोबाइल फॉरेंसिक यूनिट की स्थापना
  • बिहार में अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए स्वाभिमान बटालियन का हुआ गठन
सारी खबरें हाइलाइट्स में पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें
नवभारतटाइम्स.कॉम nbt
पटना।
बिहार पुलिस सप्ताह में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीतामढ़ी में अपराधियों की गोली से शहीद हुए सब इंस्पेक्टर को भी याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब को लेकर छापेमारी करने पुलिस वाले अकेले ना जाएं बल्कि पूरी टीम को लेकर छापेमारी करने जाएं और शराब के अवैध कारोबार करने वालों को धर दबोचे। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी में जब पुलिस छापेमारी करने गई तो शराब का धंधा करने वालों ने उन पर गोली चला दी। नीतीश कुमार ने पुलिस वालों को कहा कि छापेमारी करने कोई अकेले ना जाए बल्कि पूरी टीम को लेकर छापेमारी करने जाना चाहिए।
बिहार में शराबबंदी के दौरान 1.56 करोड़ लीटर शराब जब्त, 2,55,111 मामले हुए दर्ज
बिहार पुलिस सप्ताह के समापन दिवस समारोह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि अप्रैल 2016 से जनवरी 2021 तक 2,55,111 मामले दर्ज हुए है। उन्होंने कहा कि इस दौरान लगभग 51.7 लाख लीटर देशी और 94.9 लाख लीटर विदेशी शराब जब्त की गई है। इसके अलावा 3,39,401 अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई जिनमे से 417 अभियुक्तों को न्यायालय से सजा मिली है। नीतीश कुमार ने बताया कि सीमावर्ती राज्य और नेपाल से 5,401 शराब विक्रेता गिरफ्तार गए और असम हरियाणा और पंजाब से भी बड़े शराब कारोबारियों की गिरफ्तारी की गई। अवैध शराब की बिक्री में उपयोग किए जा रहे 37,484 गाड़ियों को जप्त किया गया जिनमें से 3,482 गाड़ी नीलम की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि शराब बंदी में शिथिल रवैया अपनाने वाले मद्यनिषेद और उत्पाद विभाग के 619 कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई की गई 348 कर्मचारियों पर प्राथमिकी दर्ज करने के साथ 186 कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया। इसके अलावा विभिन्न थाना से 60 थानाध्यक्षों को भी हटाया गया। नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग किसी को छोड़ने वाले नहीं है। यह मेरा कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है बल्कि यह लोगों के हित में है।


CM नीतीश ने बताया क्यों की गई बिहार में शराबबंदी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि WHO की रिपोर्ट के अनुसार 1 साल में जितने लोगों की दुनिया में मृत्यु होती है उसमें से 5.3 प्रतिशत लोगों की मृत्यु शराब पीने की वजह से होती है। इसमें भी शराब की वजह से मरने वाले लोगों की संख्या में 20 से 39 वर्ष के युवाओं की है। मुख्यमंत्री ने शराब पीने वालों को बताया कि विश्व में जितने भी आत्महत्या होते हैं उसमें 18 प्रतिशत आत्महत्या शराब पीने की वजह से होती है। 48 प्रतिशत लिवर की बीमारी शराब पीने की वजह से और 27 प्रतिशत एक्सीडेंट ड्राइवर के शराब पीकर गाड़ी चलाने की वजह से होती है। इसके अलावा 26 फीसदी माउथ कैंसर और पेनक्रियाज जैसी गंभीर बीमारी भी शराब पीने की वजह से ही होती है।

हर जिले में डिस्ट्रिक्ट मोबाइल फॉरेंसिक यूनिट की स्थापना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अपराध अनुसंधान में तेजी लाने के लिए बिहार के हर जिले में डिस्ट्रिक्ट मोबाइल फॉरेंसिक यूनिट की स्थापना की जाएगी। नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में ना सिर्फ पुलिस बल की संख्या बढ़ी है बल्कि पुलिस के काम करने की गुणवत्ता में भी पहले से काफी सुधार आया है। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के हर जिले में महिला थाना की स्थापना की गई है। बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या 23 प्रतिशत हो गई है। इसके अलावा अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए स्वाभिमान बटालियन का भी गठन किया गया है। नीतीश कुमार ने कहा कि अपराध की घटना के बाद अनुसंधान में तेजी लाने के लिए सभी अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने जिलों में पदस्थापित सभी एसपी को कहा कि उन्हें कम से कम सप्ताह में तीन चार दिन हर इलाके में घूमना चाहिए जिससे पुलिस के कार्य संस्कृति में और सुधार हो सकता है।
लेखक के बारे में
Neel Kamal

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
ट्रेंडिंग