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LJP News : पार्टी मां के समान होती है और मां से धोखा नहीं करते... चाचा पर बरसे चिराग

LJP Crisis News : बिहार में अब तक का सबसे बड़ा पारिवारिक सियासी संग्राम शुरू हो गया है। 24 घंटे की चुप्पी के बाद चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस के पुराने राज खोलने शुरू कर दिए हैं।

Reported byऋषिकेश नारायण सिंह | नवभारतटाइम्स.कॉम 15 Jun 2021, 4:45 pm

हाइलाइट्स

  • पार्टी मां के समान होती है और मां से धोखा नहीं करते
  • चाचा पशुपति पारस पर बरसे चिराग पासवान
  • चिराग पासवान की चिट्ठियों ने NBT बिहार की खबर पर लगाई मुहर
  • NBT ने पशुपति की पुरानी नाराजगी की खबर कल ही बता दी थी
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नवभारतटाइम्स.कॉम Chirag pashupati
पटना:
रामविलास पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी में टूट के सूत्रधार सिर्फ और सिर्फ पशुपति पारस थे। यही नहीं वो चिराग को अध्यक्ष बनाए जाते वक्त भी नाराज थे। कल NBT बिहार ने ये खबर आपके सामने एक्स्क्लूसिव जानकारी के साथ पेश की थी। इस पर खुद चिराग पासवान ने सबूतों के साथ मुहर लगा दी है। उन्होंने जो पुरानी चिट्ठियां जारी की हैं उससे साफ पता चल रहा है कि NBT के सूत्र बिल्कुल दुरुस्त और खबर बिल्कुल सटीक थी।
चिराग को अध्यक्ष बनाए जाने से भी नाराज थे पशुपति पारस
चिराग पासवान ने 24 घंटे के बाद चाचा को घेरने के लिए सबूत के साथ ट्वीट किया है। उनका लब्बोलुआब ये है कि ' पार्टी मां के समान होती है और मां से धोखा नहीं करते।' जाहिर है कि चिराग मॉनसून के बादलों की तरह चाचा पर बरस पड़े या यूं कहें कि फट पड़े हैं।
पहले वो ट्टीट देखिए...

इस दौरान चिराग ने अपने चाचा पशुपति पारस को लिखी 29 मार्च 2021 की पुरानी चिट्ठी भी ट्विटर पर सार्वजनिक कर दी है। इस चिट्ठी में उन्होंने साफ लिखा है कि '2019 में रामचंद्र चाचा के निधन के बाद से ही आपमें बदलाव देखा और आज तक देखते आ रहा हूं। चाचा के निधन के बाद प्रिंस की जिम्मेदारी चाची ने मुझे दे दी और कहा कि आज से मैं ही प्रिंस के लिए पिता समान हूं। प्रिंस को आगे बढ़ाने के लिए उसको प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मैंने दी। सबलोग इस फैसले से खुश थे लेकिन मुझे तब पीड़ा हुई जब आप इस फैसले के विरोध में नाराज हो गए और आपने प्रिंस को मिली नई जिम्मेवारी के लिए उसे शुभकामना देना भी उचित नहीं समझा।'


NBT की खबर पर चिराग ने खुद लगाई मुहर
इसी खत के पहले पन्ने के सबसे आखिर में चिराग ने वो बात लिखी जो कल ही आपको NBT ने बता दी थी। चिराग ने लिखा है कि 'पापा चाहते थे कि मैं पार्टी के लिए और समय दूं, जिसके लिए उन्होंने मुझे पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया। आपने इस फैसले पर भी अपनी नाराजगी जताई।'

NBT की उस मूल खबर को आप नीचे भी पढ़ सकते हैं जिसमें हमने पहले ही बता दिया था कि चिराग को LJP का अध्यक्ष बनाए जाने के वक्त पशुपति पारस बेहद नाराज थे। वो चिराग के प्रस्तावों को नाराजगी में मौन सहमति देते आ रहे थे। यहां पढ़िए वो पूरी कहानी
Exclusive : एलजेपी में टूट पहले ही तय थी, सिर्फ कंधा JDU का था लेकिन बंदूक थी चिराग के चाचा पशुपति पारस की... जानिए इनसाइड स्टोरीअब खत के दूसरे पेज की पहली पंक्ति को पढ़िए, ये भी NBT की खबर की पुष्टि कर रहा है। चिराग ने यहां लिखा है कि 'जिस दिन मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया, आप सिर्फ 5 मिनट के लिए आए, प्रस्तावक बने और चले गए। उस दिन पापा (रामविलास पासवान) कार्यक्रम के बाद बहुत दुखी थे। मेरे अध्यक्ष बनने के बाद आपने घर आना जाना कम कर दिया। आपने मेरे बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट यात्रा से भी दूरी बनाए रखी।'

पशुपति का अगला कदम
इसी बीच पशुपति पारस ने भी अपना अगला दांव चल दिया है। संसदीय दल के नेता के बाद अब चिराग पासवान को एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया गया है। सूरजभान सिंह को LJP का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
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बताया जा रहा है अगले दो-तीन दिनों में पटना में मीटिंग कर पशुपति पारस को एलजेपी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। लेकिन यहां एक पेच भी है... दरअसल राष्ट्रीय कार्यसमिति में चिराग पासवान के समर्थकों का बहुमत है। लिहाजा पारस को किसी भी हाल में कागजी कार्रवाई पूरी करनी होगी तभी वो चुनाव आयोग के सामने LJP पर दावा पेश कर पाएंगे।
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इधर चिराग ने भी फूंक दिया बिगुल
जाहिर है कि परिवार में सत्ता संघर्ष को लेकर चिराग भी चुप नहीं रहनेवाले। उन्होंने भी चाचा के दांव को तोड़ने के लिए बिसात बिछा दी है। LJP में टूट के बाद चिराग पासवान ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुला ली है। चिराग पासवान ने आज ही अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। वर्चुअल तरीके से ये बैठक होगी।

हालांकि दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यसमिति के कुछ सदस्य मौजूद हैं। वो चिराग के साथ बैठक में मौजूद रहेंगे। बैठक में पारस और उनके सहयोगी सासंदों को पार्टी से निकालने का फैसला लिया जा सकता है।
लेखक के बारे में
ऋषिकेश नारायण सिंह
नवभारत टाइम्स डिजिटल के बिहार-झारखंड प्रभारी। पत्रकारिता में जनमत टीवी, आईबीएन 7, ईटीवी बिहार-झारखंड, न्यूज18 बिहार-झारखंड से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक 17 साल का सफर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से शुरुआत के बाद अब बिहार कर्मस्थल। देश, विदेश, अपराध और राजनीति की खबरों में गहरी रुचि। डिजिटल पत्रकारिता की हर विधा को सीखने की लगन।... और पढ़ें

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