पटना
दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान शनिवार को पंच तत्व में विलीन हो गए। परिजनों, पार्टी कार्यकर्ताओं समेत अन्य नेताओं ने नम आंखों से दिवंगत नेता को अंतिम विदाई दी। वहीं रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग उठने लगी है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को दलित नेता रामविलास पासवान को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की।
इससे साथ ही जीतन राम मांझी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे एक पत्र में नई दिल्ली स्थित पासवान के 12, जनपथ वाले बंगले को एक स्मारक में तब्दील करने का भी अनुरोध किया। ताकि भावी पीढ़ी को रामविलास पासवान और उनकी सेवाओं के बारे में युवाओं को बताया जा सके। लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक पासवान इस बंगले में करीब 31 वर्षों तक रहे।
चुनाव संबंधी कार्यक्रमों को छोड़कर पासवान को श्रद्धांजलि देने पटना पहुंचे मांझी
गया के अपने चुनाव संबंधी कार्यक्रमों को छोड़कर पासवान को श्रद्धांजलि देने पटना पहुंचे मांझी ने संवाददाताओं से कहा कि वह पासवान को भारत रत्न दिए जाने की मांग कर रहे हैं ताकि आने वाली पीढ़ियां को भी उनके बारे में बताया जा सके।
बता दें, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का गुरुवार को निधन हो गया था।
यह भी पढ़ें- रामविलास पासवान का अंतिम संस्कार: बेटे चिराग ने दी मुखाग्नि, बीजेपी सांसद से मिलते ही गले लगकर रोने लगे चिराग
लोजपा सांसद-बीजेपी नेता ने भी की रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग
रामविलास पासवान के छोटे भाई और लोजपा (LJP) सांसद पशुपति कुमार पारस के साथ ही बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने भी अलग से यह मांग की कि दिवंगत नेता को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा जाए। प्रेम कुमार ने ट्वीट किया, "मैं दलितों और समाज के वंचित वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में लाने के वास्ते किए गए कार्यों के लिए रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग का समर्थन करता हूं।"
दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान शनिवार को पंच तत्व में विलीन हो गए। परिजनों, पार्टी कार्यकर्ताओं समेत अन्य नेताओं ने नम आंखों से दिवंगत नेता को अंतिम विदाई दी। वहीं रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग उठने लगी है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को दलित नेता रामविलास पासवान को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की।
इससे साथ ही जीतन राम मांझी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे एक पत्र में नई दिल्ली स्थित पासवान के 12, जनपथ वाले बंगले को एक स्मारक में तब्दील करने का भी अनुरोध किया। ताकि भावी पीढ़ी को रामविलास पासवान और उनकी सेवाओं के बारे में युवाओं को बताया जा सके। लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक पासवान इस बंगले में करीब 31 वर्षों तक रहे।
चुनाव संबंधी कार्यक्रमों को छोड़कर पासवान को श्रद्धांजलि देने पटना पहुंचे मांझी
गया के अपने चुनाव संबंधी कार्यक्रमों को छोड़कर पासवान को श्रद्धांजलि देने पटना पहुंचे मांझी ने संवाददाताओं से कहा कि वह पासवान को भारत रत्न दिए जाने की मांग कर रहे हैं ताकि आने वाली पीढ़ियां को भी उनके बारे में बताया जा सके।
बता दें, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का गुरुवार को निधन हो गया था।
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लोजपा सांसद-बीजेपी नेता ने भी की रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग
रामविलास पासवान के छोटे भाई और लोजपा (LJP) सांसद पशुपति कुमार पारस के साथ ही बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने भी अलग से यह मांग की कि दिवंगत नेता को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा जाए। प्रेम कुमार ने ट्वीट किया, "मैं दलितों और समाज के वंचित वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में लाने के वास्ते किए गए कार्यों के लिए रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग का समर्थन करता हूं।"