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नीतीश के करीबी मंत्री ने नीति आयोग की रिपोर्ट को चुनौती दी, बिहार के लिए अधिक केंद्रीय सहायता मांगी

पटना, 29 नवंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक प्रमुख मंत्रिमडलीय सहयोगी ने नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट में राज्य को ‘‘खराब’’ तरीके से पेश किए जाने पर सोमवार को रोष व्यक्त किया और आश्चर्य जताया कि प्रांत के आर्थिक उत्थान में तेजी लाने के लिए अधिक केंद्रीय सहायता क्यों नहीं आ रही है। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने नीतीश के डेढ़ दशक के कार्यकाल में दर्ज चौतरफा प्रगति को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘नीति आयोग की रिपोर्ट का पैमाना क्या है । हम उसपर बहस करेंगे क्योंकि हमने 15 साल काम किया है। अगर किसी विद्यार्थी

भाषा 30 Nov 2021, 12:10 am
पटना, 29 नवंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक प्रमुख मंत्रिमडलीय सहयोगी ने नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट में राज्य को ‘‘खराब’’ तरीके से पेश किए जाने पर सोमवार को रोष व्यक्त किया और आश्चर्य जताया कि प्रांत के आर्थिक उत्थान में तेजी लाने के लिए अधिक केंद्रीय सहायता क्यों नहीं आ रही है।

भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने नीतीश के डेढ़ दशक के कार्यकाल में दर्ज चौतरफा प्रगति को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘नीति आयोग की रिपोर्ट का पैमाना क्या है । हम उसपर बहस करेंगे क्योंकि हमने 15 साल काम किया है। अगर किसी विद्यार्थी को 90 प्रतिशत अंक आ रहा है और कोई प्रोफेसर कह दे कि वह अनपढ विद्यार्थी है तो विद्यार्थी विरोध जताएगा ही ।’’

चौधरी का इशारा नीति आयोग की उस रिपोर्ट की ओर था जिसे पिछले सप्ताह जारी किया गया और जिसमें झारखंड और उत्तर प्रदेश के साथ बिहार को सबसे नीचे रखा गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक नीति आयोग की रिपोर्ट का सवाल है, यह राज्यों की रैंकिंग के लिए चुने गए मानकों पर चुप है।अगर नीति आयोग को यकीन है कि बिहार अन्य राज्यों से पिछड़ रहा है, तो वह अधिक केंद्रीय सहायता की हमारी मांग का समर्थन क्यों नहीं करता। ’’

उनकी पार्टी जदयू लंबे समय से बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा दिए जाने की मांग रही है।

इस रिर्पोट को लेकर बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा मुख्यमंत्री पर प्रहार किए जाने के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने आरोप लगाया, ‘‘ तेजस्वी यादव तो पढे-लिखे हैं नहीं। उन्हें आंकड़ों को देखना चाहिए और अध्ययन करना चाहिए कि राजग के सत्ता में आने से पहले बिहार की स्थिति क्या थी और अब हम कितनी तरक्की कर चुके हैं।’’

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